शनिवार, 7 जनवरी 2012

प्रवासी भारतीय दिवस ......जयपुर की तरक्की देख खिल उठे






जयपुर की तरक्की देख खिल उठे

जयपुर। प्रवासी भारतीय दिवस में हिस्सा लेने पहुंचे अनिवासी भारतीय बहुत उत्साहित हैं। ज्यादातर शुक्रवार को ही जयपुर पहुंचे। होटल पहुंचने से पहले इन लोगों ने शहर का चक्कर लगाया। ये लोग जयपुर के विकास को देखकर अचम्भित थे।

न्यूजीलैंड से पहुंचे बालाजी चंद्रमोहन ने कहा कि वह जयपुर पहुंचकर रोमांचित हूं। पीबीडी जैसे आयोजन उन जैसे लोगों को दुनियाभर के ऎसे ही अन्य लोगों से मिलने व अपने मुद्दों पर चर्चा करने के लिए मंच उपलब्ध कराते हैं। मलेशिया से पहुंचे व्यवसायी इब्राहिम शाह ने कहा कि जयपुर ने इतनी आधुनिकता के बावजूद अपनी संस्कृति को जीवित रख सका है।

न्यूयार्क से आए होटल व्यवसायी के.के. मेहता ने कहा कि हवाई अड्डे पर जिस तरह स्वागत हुआ उसे वह कभी भूल नहीं सकते। अमरीका से आई कंचन बनर्जी ने कहा कि यहां का आतिथ्य अद्भुत है।


पीबीडी ने हमें अपनी जड़ों की ओर लौटने, अपने दोस्तों से मिलने और विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने का अवसर उपलब्ध कराया है। नविका ग्रुप के अध्यक्ष नवीन सी. शाह ने कहा कि जयपुर बदल गया है लेकिन इसकी विरासत अब भी दुनियाभर के लोगों को इसकी ओर खींचती है। नवीन "राजस्थान एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका" (आरएएनए) के छह संस्थापक सदस्यों में से हैं।


मेडिकल सेक्टर में प्रवासी दें सहयोग"

जयपुर। केन्द्र सरकार विदेशों में मेडिकल डिग्री लेने वाले चिकित्सकों को देश में प्रैक्टिस करने और पढ़ाने की अनुमति देने पर विचार कर रही है। सरकार जल्द ही इस संबंध में कानून में संशोधन करेगी। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद ने प्रवासी भारतीय सम्मेलन में ब्रेन गेन नीति की चर्चा करते हुए यह बात कही। आजाद ने कहा कि अभी यह सुविधा ब्रिटेन, अमरीका, कनाडा,ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैण्ड में डिग्री लेने वाले चिकित्सकों को ही है लेकिन अब किसी भी देश से स्नातकोत्तर डिग्री लेने वाले चिकित्सक इसका फायदा उठा सकेंगे।

आजाद ने प्रवासी भारतीयों से मेडिकल सेक्टर में सहयोग की अपील करते हुए कहा कि भारत में अच्छे चिकित्सकों के प्रशिक्षण मेंं खूब संभावनाएं है। प्रवासी भारतीयोंं को अस्पताल खोलने के लिए विदेशी पूंजी निवेश प्रक्रिया को सरल बनाया गया है। बारहवीं पंचवर्षीय योजना में निजी सहभागिता पर विशेष जोर दिया जाएगा। बारहवीं पंचवर्षीय योजना के अंत तक ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा सुविधाओं का बुनियादी ढांचा खड़ा करने का लक्ष्य है। इसी तरह इंडियन पब्लिक स्टेण्डर्ड के अनुरूप प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को क्रमोन्नत करने, जिला एवं ब्लॉक स्तर पर निदान केन्द्र,मेडिकल स्टोरेज,वेयर हाउसिंग, मेडिकल कचरा प्रबंधन आदि पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।

आजाद ने बताया कि भारत में 2600 लाख यू एस डॉलर का चिकित्सा बाजार है तथा इसमें 33 प्रतिशत की बढोतरी का अनुमान लगाया गया है। अमरीका में वैकल्पिक चिकित्सा पर जोर दिया जा रहा है तथा 60 प्रतिशत मेडिकल स्कूल वैकल्पिक चिकित्सा की पढाई पर जोर दे रहे है। उन्होंने प्रवासी भारतीयों का आह्वान किया कि भारतीय संस्थाओं में देशी चिकित्सा पद्धतियों की पढ़ाई के लिए विदेशी छात्रों को आगे लाएं।

12वीं पंचवर्षीय योजना में वैकल्पिक चिकित्सा के अच्छे प्रशिक्षण की व्यवस्था पर भी जोर दिया जाएगा। आजाद ने आशा व्यक्त की कि भारत मेडिकल तथा देशी चिकित्सा की पढाई का बड़ा केन्द्र बनेगा। विदेशोंं में चिकित्सा के क्षेत्र में भारतीय प्रवासियों द्वारा अच्छा काम करने की प्रशंसा करते हुए बताया कि तीन लाख भारतीय चिकित्सक विदेशों में अपनी सेवाएं दे रहे है जिनमें 40 हजार चिकित्सक ब्रिटेन की राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में कार्यरत है।




राजस्थानी पवेलियन देख गहलोत हुए अभिभूत

जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को बिड़ला सभागार में लगाए गए राजस्थानी पवेलियन का उद्घाटन किया। इस मौके पर पर्यटन मंत्री बीना काक और वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। राजस्थान के पवेलियन को हेरिटेज लुक दिया गया है।

इसके लिए पर्यटन मंत्रालय ने काफी मेहनत की थी। राजस्थान के पवेलियन में स्लाइडर के माध्यम से प्रदेश की संस्कृति, विरासत और तरक्की की तस्वीर दिखाई गई। गहलोत इसे देख अभिभूत हो गए।

प्रवासी भारतीय सम्मेलन में शिरकत करने गुलाबी नगरी पधारे पावणों को राजस्थान की कल्चर काफी लुभा रही है। राजस्थान के पवेलियन में प्रवासियों की भारी भीड़ उमड़ी। वैसे यहां मध्य प्रदेश, केरल, बिहार और झारखण्ड के भी पवेलियन बनाए गए हैं लेकिन वहां पर उतनी भीड़ नहीं देखी गई।

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