जोधपुर। अल्पसंख्यक मामलात एवं वक्फ राज्य मंत्री अमीन खां की मौजूदगी में पीपाड़ और पाली से आए अल्पसंख्यकों ने हंगामा किया। फिर इन लोगों ने मंच को घेर लिया। इससे संभाग स्तरीय बैठक न रह कर जनसुवाई जैसी लगने लगी।
कलेक्ट्रेट सभागार में बुधवार सुबह 10.30 बजे अल्पसंख्यकों की समस्याओं के समाधान और योजनाओं की जानकारी देने के लिए आयोजित संभागीय बैठक में इसी तबके के लोगों ने उस वक्त हंगामा मचाते हुए रोष जताया,जब विभाग के शासन सचिव रोहित आर ब्रांडन ने वक्फ संपत्तियों पर अतिक्रमण के मामलों की शिकायतें संबंधित जिलों के अधिकारियों को देने को कहा। उन्होंने अफसरों को 30 दिन का समय देते हुए समाधान और सर्वे की कार्रवाई पूरी करने के निर्देश भी दिए।
शासन सचिव ब्रांडन के इतना कहते ही दोपहर 1.30 बजे सभागार में मौजूद पीपाड़, पाली, सिरोही व आबूरोड़ से आए अल्पसंख्यकों ने यह कहते हुए हंगामा मचाने लगे कि प्रशासनिक अफसर अगर हमारी सुनते तो हम लोग आपके पास आते ही क्यों? जो अफसर हमारी सुनते नहीं आप उन्हीं अफसरों को ही हमारी शिकायतों के निवारण की बात कहते हुए हमारे प्रकरण दे रहे हैं।
कुछ लोगों तो काले झंडे तक दिखाने की धमकी दे डाली। बाहर से आए लोगों ने कहा कि हम जेब का पैसा खर्च कर आए हैं,अपना समय इस लिए जाया करने नहीं आए हैं कि आप हमारी बात ही नहीं सुनो। इसके साथ हंगामा और रोष जताने का सिलसिला 15-20 मिनट चलता रहा। इसके बाद वहां मौजूद रिटायर पुलिस अधिकारी मुराद अली अबड़ा अपनी जगह से उठे और समझा बुझा कर बैठाने के प्रयास करने लगे, इसके बावजूद कई मंत्रियों के संबोधन सुने बिना ही बाहर चले गए।
चेयरमैन ने दिखाए तीखे तेवर: इससे पहले वक्फ बोर्ड के चेयरमैन लियाकत अली ने तीखे तेवर दिखाते हुए कि एक साल पहले इसी कक्ष में मंत्री अमीन खां की मौजूदगी में हुई बैठक की पालना रिपोर्ट आज तक नहीं मिली है। संभाग में 72 मामले पेंडिंग है इनमें से कुछ एसडीएम तथा कुछ प्रशासन स्तर पर पेंडिंग हैं। इसको लेकर न तो पाला हुई है और न ही आज तक कोई जवाब मिला है। दो माह में अगर यस या नो में पालना रिपोर्ट नहीं मिली तो मुख्यमंत्री से शिकायत करूंगा।
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