रविवार, 15 जनवरी 2012

सद्भाव मानव धर्म का मूलमंत्र : रोलसाहबसर


सद्भाव मानव धर्म का मूलमंत्र : रोलसाहबसर

सीमा सद्भावना संदेश यात्रा का हुआ समापन


बाड़मेर सीमा सद्भावना संदेश यात्रा का समापन शनिवार को एनएच 15 स्थित राजपूत छात्रावास में हुआ। समारोह को संबोधित करते हुए क्षत्रिय युवक संघ के संघ प्रमुख भगवान सिंह रोलसाहबसर ने कहा कि सृष्टि में केवल एक ही धर्म है, मानव धर्म जिसका मूलमंत्र सद्भावना है। उन्होंने कहा कि हम जात-पात, प्रदेश संप्रदाय आदि के प्रपंचों को भूल देश एवं समाज की प्रगति में आपसी सद्भाव को बनाते हुए सच्चे मनुष्य धर्म का पालन करें। सद्भावना यात्रा के संयोजक राजेंद्र सिंह भिंयाड़ ने बताया कि यात्रा के समापन पर राजपूत छात्रावास के व्यवस्थापक व संघ के नगर प्रमुख दीप सिंह रणधा ने संघ प्रमुख का अभिनंदन किया। वहीं छात्रों ने संघ प्रमुख का मुंह मीठा करवाकर सीमा सद्भावना संदेश यात्रा की सफलता पर बधाई दी। संघ प्रमुख ने गुजरात व राजस्थान के सीमांत जिलों की यात्रा करते हुए विभिन्न जगहों पर सभा आयोजित कर गीता की प्रतियां वितरित कीं। 

साथ ही उन्होंने सीमांत लोगों को परस्पर सद्भाव, प्रेम, भाईचारा को बनाए रखने का संदेश दिया।यात्रा के समापन पर सागसिंह लूणू, नरपत सिंह, बजरंग सिंह, शंभू सिंह, अशोक सहित समाज के गणमान्य नागरिक मौजूद थे।

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