सोमवार, 23 जनवरी 2012

आज मोनी एवं सोमवती अमावस्या तिथि पर करें ये उपाय----

आज मोनी एवं सोमवती अमावस्या तिथि पर करें ये उपाय----
Pt. DAYANANDA SHASTRI;
पंडित दयानन्द शास्त्री-
M--09024390067 & 09711060179


आज मोनी एवं सोमवती अमावस्या है , माघ महीने में होने के कारण ये और अधिक कल्याणकारी मानी जाती है ,कौन नहीं चाहता की उसके जीवन में खुशहाली रहे और सुख-शांति बनी रहे पर हर व्यक्ति के साथ ऐसा नहीं होता। जीवन में सुख और शांति का बना रहना काफी मुश्किल होता है। जीवन में अगर सुख है तो दुःख भी जरुर आएगा फिर भी उपरोक्त उपाय करने से आप जीवन को खुशहाल बना सकते है।

------जिस अमावस्या को सोमवार हो उसी दिन इस व्रत का विधान है। प्रत्येक मास एक अमावस्या आती है। और प्रत्येक सात दिन बाद एकसोमवार। परन्तु ऐसा बहुत ही कम होता है जब अमावस्या सोमवार के दिन हो। सोमवती अमावस्या के दिन स्नान, दान और पितरों की आराधना करने के लिए मानी जाती है।इस दिन गंगा , यमुनादि नदियों, काशी, प्रयाग, हरद्वार, मथुरा आदि तीर्थों में स्नान, गौदान, अन्नदान, ब्राह्मण भोजन, वस्त्र, स्वर्ण आदि दान का विशेष महत्व मानागया है। इस दिन गंगा स्नान का भी विशिष्ट महत्व है। यही कारण हे कि गंगा और अन्य पवित्र नदियों के तटों पर इतने श्रद्धालु एकत्रित होजाते हैं कि वहां मेले ही लग जाते हैं।
---सोमवती अमावस्या को गंगा तथा अन्य पवित्र नदियों में स्नान पहले तो एक धार्मिक उत्सव का रूप ले लेता था।
---निर्णय सिंधु व्यास के वचनानुसार इस दिन मौन रहकर स्नान-ध्यान करने से सहस्र गोदान का पुण्य फल प्राप्त होता है। यह स्त्रियों का प्रमुखव्रत है।
---सोमवार चंद्रमा का दिन हैं। इस दिन (प्रत्येक अमावस्या को) सूर्य तथा चंद्र एक सीध में स्थित रहते हैं। इसलिए यह पर्व विशेष पुण्य देनेवाला होता है।
---सोमवार भगवान शिव जी का दिन माना जाता है और सोमवती अमावस्या तो पूर्णरूपेण शिव जी को समर्पित होती है।
----इस दिन यदि गंगा जी जाना संभव न हो तो प्रात:काल किसी नदी या सरोवर आदि में स्नान करके भगवान शंकर, पार्वती और तुलसी कीभक्तिपूर्वक पूजा करें। फिर पीपल के वृक्ष की 108 परिक्रमाएं करें और प्रत्येक परिक्रमा में कोई वस्तु चढ़ाए। प्रदक्षिणा के समय 108 फलअलग रखकर समापन के समय वे सभी वस्तुएं ब्राह्मणों और निर्धनों को दान करें।

आज के दिन करें इन लाभकारी उपाय/टोटकों को---
१-सुबह घर से खाना खाने से पहले नियमित रूप से गाय की रोटी निकले ।
2- एक स्टील के पात्र में गंगा जल लेकर उसमें कुंकुम डालकर सूर्य भगवन को जल दे ।
३- एक स्टील के पात्र में गंगा जल और काला तिल मिलाकर पीपल के जड़ में पर नियमित रूप से चढ़ाएं।
4- सुबह घर से निकलने से पहले घर के सभी सदस्य अपने माथे पर चन्दन तिलक लगाएं।
५- मछलियों की आटे की गोली बनाकर खिलाएं।
6- पार्क में या किसी पेड़ की निचे चींटियों को भुना हुआ आटा शकर का बूरा मिलाकर खिलाएं।
7- रोज अपने माथे पर तिलक लगाये (गंगा जल, रोली ,केशर ,हल्दी को मिलाकर तिलक बनाये )
८- घर में तुलसी के पौधे को प्रतिदिन जल चढ़ाएं तथा घी का दीपक जलाये ।
९- घर में शमी का वृक्ष लगाने से शुख शांति मिलती है । इन उपायों को पूर्ण श्रद्धा के साथ लगातार करने से जीवन में खुशहाली आने लगती है।

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