भंवरी के शव को ठिकाने वाला अरेस्ट
जोधपुर। सीबीआई ने बुधवार को एएनएम भंवरी देवी मामले में आरोपी विश्नाराम विश्नोई को गिरफ्तार कर लिया। विश्नाराम पर भंवरी के शव को ठिकाने लगाने का आरोप है। भंवरी मामले में यह 12 वीं गिरफ्तारी है। सीबीआई ने बुधवार सुबह कैलाश जाखड़ को गिरफ्तार किया था।
कैलाश जाखड़ ने सीबीआई को बताया कि भंवरी के शव को ओसियां के पास जालौड़ में जलाया गया था। जाखड़ काफी समय से फरार चल रहा था। उसके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था। विश्नाराम के भाई ओमप्रकाश ने सीबीआई को जाखड़ के बारे में जानकारी दी थी। जिस जीप से भंवरी देवी का शव ले जाया गया था, जाखड़ उसका मालिक है। जाखड़ विश्नाराम विश्नोई गैंग का सदस्य है।
सीबीआई के सूत्रों के मुताबिक पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा और लूणी विधायक मलखान सिंह विश्नोई ने भंवरी की हत्या करवाई है। पूर्व उप जिला प्रमुख सहीराम की मदद से इन्होंने भंवरी की हत्या की साजिश रची थी। अमरचंद को अपनी पत्नी के अपहरण की पहले से जानकारी थी। मलखान ने भंवरी को अकेले बिलाड़ा पहुंचाने के लिए 10 लाख रूपए दिए थे।
ओमप्रकाश की सीबीआई हिरासत अवधि समाप्त होने पर उसे अदालत के समक्ष पेश किया गया जहां उसे नौ जनवरी तक फिर से सीबीआई हिरासत में भेज दिया गया। खबर है कि भंवरी मामले में फरार चल रही इंद्रा विश्नोई कोर्ट के समक्ष आत्मसमर्पण कर सकती है। उधर सीबीआई रिमाण्ड पर चल रहे सहीराम विश्नोई को एक बार फिर केन्द्रीय जेल ले जाया गया। जहां उसे जेल में बंद पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा और अन्य आरोपियों के सामने बिठाकर पूछताछ की गई।
जोधपुर। सीबीआई ने बुधवार को एएनएम भंवरी देवी मामले में आरोपी विश्नाराम विश्नोई को गिरफ्तार कर लिया। विश्नाराम पर भंवरी के शव को ठिकाने लगाने का आरोप है। भंवरी मामले में यह 12 वीं गिरफ्तारी है। सीबीआई ने बुधवार सुबह कैलाश जाखड़ को गिरफ्तार किया था।
कैलाश जाखड़ ने सीबीआई को बताया कि भंवरी के शव को ओसियां के पास जालौड़ में जलाया गया था। जाखड़ काफी समय से फरार चल रहा था। उसके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था। विश्नाराम के भाई ओमप्रकाश ने सीबीआई को जाखड़ के बारे में जानकारी दी थी। जिस जीप से भंवरी देवी का शव ले जाया गया था, जाखड़ उसका मालिक है। जाखड़ विश्नाराम विश्नोई गैंग का सदस्य है।
सीबीआई के सूत्रों के मुताबिक पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा और लूणी विधायक मलखान सिंह विश्नोई ने भंवरी की हत्या करवाई है। पूर्व उप जिला प्रमुख सहीराम की मदद से इन्होंने भंवरी की हत्या की साजिश रची थी। अमरचंद को अपनी पत्नी के अपहरण की पहले से जानकारी थी। मलखान ने भंवरी को अकेले बिलाड़ा पहुंचाने के लिए 10 लाख रूपए दिए थे।
ओमप्रकाश की सीबीआई हिरासत अवधि समाप्त होने पर उसे अदालत के समक्ष पेश किया गया जहां उसे नौ जनवरी तक फिर से सीबीआई हिरासत में भेज दिया गया। खबर है कि भंवरी मामले में फरार चल रही इंद्रा विश्नोई कोर्ट के समक्ष आत्मसमर्पण कर सकती है। उधर सीबीआई रिमाण्ड पर चल रहे सहीराम विश्नोई को एक बार फिर केन्द्रीय जेल ले जाया गया। जहां उसे जेल में बंद पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा और अन्य आरोपियों के सामने बिठाकर पूछताछ की गई।
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