रविवार, 29 जनवरी 2012

20 घंटे बाद उठाया शव


20 घंटे बाद उठाया शव

एएनएम एपीओ, गांव में ही स्थित तीन अन्य क्लिनिक सीज, दिनभर पुलिस छावनी बना रहा बडऩावा जागीर, गिरफ्त में नहीं आया आरोपी

पाटोदी (बालोतरा)

उपखंड के बडऩावा जागीर में शुक्रवार को कथित नीम हकीम के इंजेक्शन से अधेड़ की मौत के बाद गर्माया माहौल शनिवार दोपहर तक ऐसा ही बना रहा। ग्रामीण आरोपी नीम हकीम को शीघ्र गिरफ्तार करने व अन्य मांगों को लेकर शव नहीं उठाने की बात पर अड़े रहे। आखिर बालोतरा एसडीएम ओपी विश्नोई व बाड़मेर डिप्टी नाजिम अली ने समझाइश की और हर संभव मदद का भरोसा दिलाया, इसके बाद ग्रामीणों ने शव उठाया। इस दरम्यिान शुक्रवार शाम साढ़े चार बजे से शनिवार दोपहर 12.30 बजे तक शव नीम हकीम की क्लिनिक के बाहर ही रखा रहा। इधर इस मामले को गंभीरता से लेते हुए बाड़मेर सीएमएचओ ने बडऩावा जागीर की एएनएम को एपीओ किया है, वहीं शनिवार को गांव में कार्रवाई कर चिकित्सा विभाग ने तीन अन्य अवैध क्लिनिक सीज किए। इस दौरान बडऩावा जागीर का पूरा बाजार बंद रहा। शनिवार सुबह से ही बडऩावा जागीर गांव पुलिस छावनी सा नजर आ रहा था। मंडली एसएचओ रेवंतसिंह भाटी, पचपदरा एसएसओ उगमराज सोनी, एसएसओ गिड़ा मनोज मूढ़, एसएसओ बायतु, भू-निरीक्षक गुमानसिंह, पटवारी खंगारराम, पाटोदी चौकी प्रभारी जेठाराम सहित पुलिस बल दिनभर गांव में तैनात रहा। सुबह तो स्थिति यह हो गई कि ग्रामीणों की भीड़ को बढ़ते देख प्रशासन को आरएसी तैनात करनी पड़ी। इसके अलावा परिजनों को साथ लेकर पुलिस की तीन टीमें बनाकर आरोपी के छिपने के संभावित ठिकानों पर दबिश भी दिलवाई गई। समझाइश की मशक्कत करीब 2 घंटे चली।

पूरे क्षेत्र में नीम हकीमों का डेरा: बडऩावा जागीर के अलावा पाटोदी क्षेत्र के कई गांवों में नीम हकीमों का डेरा है। चिकित्सा विभाग के कारिंदे कभी कभार आने के कारण यहां के लोगों को झोला छाप नीम हकीमों के पास जाना पड़ता है। बडऩावा जागीर में सरकारी चिकित्सा नहीं है, एक मात्र एएनएम ही है, ग्रामीण बताते हैं वह सिर्फ खानापूर्ति में ही लगी रहती है। बडऩावा के मुस्लिम इस्लामिया कमेटी के सदर सागर खां ने बताया कि ग्रामीण अनपढ़ होने के कारण तथा इस क्षेत्र में सरकारी युनानी डॉक्टर का पद रिक्त होने और नीम हकीम द्वारा सस्ता इलाज के प्रलोभन में मरीज इनके पास इलाज करवाने के लिए मजबूर हो जाते है।

ग्रामीणों ने खरी-खोटी सुनाई : पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों को खरी-खोटी सुनाते हुए ग्रामीणों ने कहा कि इस मामले में प्रशासन का ढीला रवैया कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इससे पूर्व भी स्कूल में बालक के होद में गिर कर हुई मौत के बाद कार्रवाई करने की बजाय उसे ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।

॥पूर्व में हुई घटना की पुनरावृति न हो, इसके लिए प्रशासन इन नीम हकीमों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें तथा मामले की जांच कार्रवाई को जल्द ही अमलीजामा पहनाकर पीडि़त परिवार को न्याय दिलाए।ञ्जञ्ज युसुफ खां, सरपंच बडऩावा

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