मंगलवार, 13 दिसंबर 2011

राजस्थानी को मिले मान्यता ....लोकसभा में उठाया मुद्दा..सांसद हरीश चौधरी ने

राजस्थानी को मिले मान्यता : सांसद


लोकसभा में उठाया मुद्दा

बाड़मेर बाड़मेर-जैसलमेर के सांसद हरीश चौधरी ने सोमवार को लोकसभा में नियम ३७७ के तहत राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलाने का मुद्दा उठाते हुए राजस्थान को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग की। उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार ने कुछ वर्ष पहले राजस्थानी भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल करने के लिए अनुशंषा भी की थी। वहीं इस भाषा में राजस्थान के कई महत्वपूर्ण साहित्यों की रचना हुई है। इस भाषा को सामाजिक समारोहों में भी महत्व दिया जाता है। यह केवल एक भाषा नहीं राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों को आपस में जोड़ती है। इसको लेकर सीताकांत मोहपात्रा की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन भी हुआ, जिसने २००४ में अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी। मगर तब से लेकर आज दिन तक राजस्थानी भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल करने पर कोई विचार नहीं किया गया। उन्होंने जल्द से जल्द राजस्थानी को राष्ट्रीय भाषा का दर्जा देने की मांग की। सदन में सांसद चौधरी ने किसानों और मजदूरों के बीमा नियमों में भी संशोधन कर राहत देने की मांग की। ताकि कृषि को बढ़ावा मिलने के साथ मजदूरों को भी बीमा का लाभ मिल सके।

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