सोमवार, 12 दिसंबर 2011

लंगेरा में आवासन मंडल की विशेष अधिकारी का घेराव , बैरंग लोटी टीम

जमीन नहीं देने को लामबंद किसान 


लंगेरा में आवासन मंडल की विशेष अधिकारी का घेराव , बैरंग लोटी टीम 




बाड़मेर 12 दिसम्बर ! बाड़मेर शहर के निकटवर्ती ईलाको में सैकड़ो बीघा जमीन को राजस्थान आवासन मंडल के द्वारा अधिग्रहित करने की योजना के खिलाफ अब किसान लामबंद हो गए हैं और किसानो ने प्रशासन और सरकार को चेताते हुए कहा हैं की किसानो की लाशें बिछ जाएगी अगर उनकी जमीनों पर सरकार ने नज़र डाल दी तो ! सोमवार को इस जमीन के सर्वे के लिए बाड़मेर के लंगेरा गाँव के पास पहुंची राजस्थान आवासन मंडल की विशेष अधिकारी दीप्ति कछवाहा को भी किसानो ने खरी खरी सुनाते हुए कहा कि सरकार किसानो कि जमीनों पर अधिकार जमाने का प्रयास नहीं करे वरना दूसरा सिंगूर बाड़मेर में में भी पैदा हो जाएगा और किसानो कि लाशें जमीनों को बचाने के लिए बिछ जाएगी ! इस दौरान वाहन मौजूद लूणकरण जैन ने कहा कि सरकार की हिटलरशाही से बाड़मेर के किसान त्रस्त हैं , पहले राजवेस्ट फिर कैयर्न के लिए हजारो बीघा जमीन को अवाप्त करने के लिए कई आन्दोलनों को झेल चुकी सरकार अब हाउसिंग बोर्ड के नाम पर किसानो के साथ लड़ाई छेड़ चुकी हैं जबकि किसान सरकार को चेतावनी देने से पीछे नहीं हैं किसानो का स्पष्ट कहना हैं कि वे जमीन नहीं जान जरूर दे देंगे ! बाड़मेर के आसपास कि करीब पांच सौ बीघा जमीन राजस्थान आवासन मंडल किसानो से हथियाने के फिराक में हैं जो किसानो के लिए पिछले तीन सौ सालो से दो जून कि रोटी का असर बनी हुई हैं ! सोमवार को इस जमीन के सर्वे के लिए पहुंची राजस्थान आवासन मंडल की विशेषाधिकारी दीप्ति कछवाहा को किसानो का रोष झेलना पड़ा और वहां से उनको बैरंग ही लौटना पड़ा हालाँकि किसानो ने अपने इरादे स्पष्ट कर दिए हैं की वो जमीन बचाने के लिए जान भी दे देंगे ! यहाँ के निवासी तार सिंह लंगेरा के मुताबिक एक तरफ सरकार किसानो के विकास की बड़ी बड़ी बाते कर रही हैं दूसरी तरफ वो किसानो को उजाड़ना चाहती हैं जो सरकार की कथनी और करनी में भेद को दर्शा रहा हैं ! वही गोपाल सिंह महाबार ने भी सरकार के किसान विरोधी हमे पर क्षोभ व्यक्त किया और कहा की वन विभाग के पास काफी जमीन हैं और सरकार चाहे तो आवासन मंडल को सरकारी जमीन उपलब्ध करवा सकती हैं !
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