मंगलवार, 6 दिसंबर 2011

जवानो का यह जांबाजी भरा रूप पहली बार आया सामने



जवानो का यह जांबाजी भरा रूप पहली बार आया सामने




बाड़मेर घास फूस की वर्दी में अत्याधुनिक युद्ध शास्त्र अस्त्र से सुसज्जित सेना के जवानो का एक अलग ही रूप थर में चल रहे सुदर्शन चक्र युद्ध अभ्यास के दौरान दिखाई दिया ,अभ्यास के दौरान इन इअवानो की फुर्ती ,दुश्मनों पर हमाला करने का तरीका अपने आप में अद्भुत था. पूरा शारीर वर्दी से ढका हुआ महज़ दो आँखे नकाब से दुश्मनों को देख सकती थी ,सेना के जवानो का यह जांबाजी भरा नया रूप थर में युद्ध अभ्यास के दौरान पहली मर्तबा सामने आया जिसने भी इस युद्ध अभ्यास में इन जांबाजो का रणभूमि में हमाला करते देखा वे आश्चर्य चकित रह गए देखने में तो यह किसी दूसरे ग्रह का खूंखार जानवर प्रतीत होता है, लेकिन वास्तव में यह तस्वीर एक भारतीय की जांबाज है जो दुश्मन को मटियामेट करने के लिए अकेले ही कुलाचे भरते हुए आगे बढ़ रहा है। मौका है राजस्थान के मरुस्थल में चल रहे सबसे बड़े युद्धाभ्यास का जिसे ‘सुदर्शन शक्ति’ नाम दिया गया है।



जिसमें थल सेना और वायु सेना एक साथ हिस्सा ले रही है।



उद्देश्य -नए सिरे से विकसित किए गए राडार, यान, गाइडेड मिसाइल, बम और अंतरिक्ष उपकरणों का परीक्षण करना।





विशेषता - यह पहला मौका है जब युद्धाभ्यास में थल व वायु सेना एक साथ भाग ले रही है। युद्धाभ्यास रात में भी जारी है, ताकि रात्रिकालीन युध्द में महारथ हासिल हो सके।

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