बुधवार, 28 दिसंबर 2011

शुभ संयोग: करें श्रीगणेश का पूजन और पाएं जीवन का हर सुख


 
धर्म ग्रंथों के अनुसार प्रत्येक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को भगवान श्रीगणेश के निमित्त विनायकी चतुर्थी का व्रत किया जाता है। इस व्रत को करने से जीवन का हर सुख प्राप्त होता है। जब यह व्रत बुधवार के दिन होता है तो इसका महत्व और भी बढ़ जाता है। इस बार ऐसा ही शुभ संयोग 28 दिसंबर को बन रहा है। क्योंकि इस दिन शुक्ल चतुर्थी के साथ ही बुधवार का योग भी है। इस दिन भगवान श्रीगणेश का पूजन इस प्रकार करें-

- सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि नित्य कर्म से शीघ्र ही निवृत्त हों।

- दोपहर के समय अपने सामथ्र्य के अनुसार सोने, चांदी, तांबे, पीतल या मिट्टी से बनी भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित करें।

- संकल्प मंत्र के बाद श्रीगणेश की षोड़शोपचार पूजन-आरती करें। गणेशजी की मूर्ति पर सिंदूर चढ़ाएं। गणेश मंत्र (ऊँ गं गणपतयै नम:) बोलते हुए 21 दुर्वा दल चढ़ाएं।

- गुड़ या बूंदी के 21 लड्डूओं का भोग लगाएं। इनमें से 5 लड्डू मूर्ति के पास चढ़ाएं और 5 ब्राह्मण को दान कर दें। शेष लड्डू प्रसाद के रूप में बांट दें।

- पूजा में भगवान श्री गणेश स्त्रोत, अथर्वशीर्ष, संकटनाशक स्त्रोत आदि का पाठ करें।

-ब्राह्मण भोजन कराएं और उन्हें दक्षिणा प्रदान करने के पश्चात् संध्या के समय स्वयं भोजन ग्रहण करें। संभव हो तो उपवास करें।

व्रत का आस्था और श्रद्धा से पालन करने पर श्री गणेश की कृपा से मनोरथ पूरे होते हैं और जीवन में निरंतर सफलता प्राप्त होती है।

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