जोधपुर.एएनएम भंवरी देवी अपहरण मामले में सीबीआई पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा और लूणी विधायक मलखान सिंह विश्नोई के परिवार से अब तक 100 घंटे से ज्यादा समय तक पूछताछ कर चुकी है, फिर भी ऐसा एक भी सबूत हाथ नहीं आया जिसके आधार पर दोनों में से किसी एक को भी गिरफ्तार किया जा सके।
मदेरणा से फिर पूछताछ करनी है, मगर वे अस्पताल में भर्ती हैं। पूर्व उप जिला प्रमुख सहीराम के नहीं मिलने से भी जांच अटक गई है। संदेह यह भी है कि दूसरी गैंग भंवरी की बजाय वे सीडी ले गई थी जिनसे नेताओं को ब्लैकमेल किया जा रहा था। इसलिए सोहनलाल के बेटे और भतीजे से दो दिनों से गहन पूछताछ की जा रही है।
सीबीआई इस मामले में 45 दिन से छानबीन कर रही है। इस दौरान महिपाल मदेरणा, उनकी पत्नी लीला, लूणी विधायक के बेटे नरेंद्र व भाई परसराम से 2-2 बार पूछताछ हो चुकी है।
वहीं खुद विधायक मलखान सिंह से 3, उनकी बहन इंद्रा से 6 और परसराम की पत्नी बिलाड़ा प्रधान कुसुम से एक बार पूछताछ की जा चुकी है।
दोनों परिवारों से करीब सवा सौ घंटे की पूछताछ के बाद भी मंगलवार को परसराम व इंद्रा के घर व लॉकर की तलाशी ली गई। मदेरणा के लिए भंवरी से सौदेबाजी करने वाले निलंबित थानेदार लाखाराम को भी 4 बार बुलाया जा चुका है, परंतु सीबीआई अब तक ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है और वह दोनों परिवारों पर संदेह कर रही है।हार्ड डिस्क सीएफएसएल दिल्ली भेजी :
इंद्रा विश्नोई के घर और बिलाड़ा में शिवम टेलीकॉम से जब्त किए गए दो सीपीयू की हार्ड डिस्क बुधवार को सीएफएसएल दिल्ली भेजी गई है। भंवरी-सहीराम की बातचीत की ऑडियो टेप में सामने आया था कि सोहनलाल ने बिलाड़ा में सीडी की कॉपियां करवाई थी।
हालांकि टेलीकॉम बूथ संचालक अशोक व लादूराम ने पूछताछ में बताया कि वे नहीं जानते कि किसने-कब सीडी की कॉपी कराई थी।
सोहनलाल के बेटे व भतीजे से पूछताछ :
सीबीआई यह भी मान कर चल रही है कि सोहनलाल व शहाबुद्दीन ने ही भंवरी को ठिकाने लगा दिया। दूसरी गैंग का अस्तित्व तो नजर आ रहा है, संभवत: वह भंवरी को नहीं, उससे मिली सीडी लेने आई थी। इस शक को दूर करने के लिए सोहनलाल के बेटे पुखराज व भतीजे दिनेश से 24 घंटे तक गहन पूछताछ की गई है।
इस दौरान मदेरणा के गनमैन सुरेंद्र से भी पूरे दिन पूछताछ की गई है। बुधवार को दिन में बिलाड़ा सीओ राजेश बेनीवाल को भी बुला कर बिलाड़ा से जुड़ के बीच भंवरी की तलाश में की गई कार्रवाई पर चर्चा की गई।
मदेरणा से फिर पूछताछ करनी है, मगर वे अस्पताल में भर्ती हैं। पूर्व उप जिला प्रमुख सहीराम के नहीं मिलने से भी जांच अटक गई है। संदेह यह भी है कि दूसरी गैंग भंवरी की बजाय वे सीडी ले गई थी जिनसे नेताओं को ब्लैकमेल किया जा रहा था। इसलिए सोहनलाल के बेटे और भतीजे से दो दिनों से गहन पूछताछ की जा रही है।
सीबीआई इस मामले में 45 दिन से छानबीन कर रही है। इस दौरान महिपाल मदेरणा, उनकी पत्नी लीला, लूणी विधायक के बेटे नरेंद्र व भाई परसराम से 2-2 बार पूछताछ हो चुकी है।
वहीं खुद विधायक मलखान सिंह से 3, उनकी बहन इंद्रा से 6 और परसराम की पत्नी बिलाड़ा प्रधान कुसुम से एक बार पूछताछ की जा चुकी है।
दोनों परिवारों से करीब सवा सौ घंटे की पूछताछ के बाद भी मंगलवार को परसराम व इंद्रा के घर व लॉकर की तलाशी ली गई। मदेरणा के लिए भंवरी से सौदेबाजी करने वाले निलंबित थानेदार लाखाराम को भी 4 बार बुलाया जा चुका है, परंतु सीबीआई अब तक ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है और वह दोनों परिवारों पर संदेह कर रही है।हार्ड डिस्क सीएफएसएल दिल्ली भेजी :
इंद्रा विश्नोई के घर और बिलाड़ा में शिवम टेलीकॉम से जब्त किए गए दो सीपीयू की हार्ड डिस्क बुधवार को सीएफएसएल दिल्ली भेजी गई है। भंवरी-सहीराम की बातचीत की ऑडियो टेप में सामने आया था कि सोहनलाल ने बिलाड़ा में सीडी की कॉपियां करवाई थी।
हालांकि टेलीकॉम बूथ संचालक अशोक व लादूराम ने पूछताछ में बताया कि वे नहीं जानते कि किसने-कब सीडी की कॉपी कराई थी।
सोहनलाल के बेटे व भतीजे से पूछताछ :
सीबीआई यह भी मान कर चल रही है कि सोहनलाल व शहाबुद्दीन ने ही भंवरी को ठिकाने लगा दिया। दूसरी गैंग का अस्तित्व तो नजर आ रहा है, संभवत: वह भंवरी को नहीं, उससे मिली सीडी लेने आई थी। इस शक को दूर करने के लिए सोहनलाल के बेटे पुखराज व भतीजे दिनेश से 24 घंटे तक गहन पूछताछ की गई है।
इस दौरान मदेरणा के गनमैन सुरेंद्र से भी पूरे दिन पूछताछ की गई है। बुधवार को दिन में बिलाड़ा सीओ राजेश बेनीवाल को भी बुला कर बिलाड़ा से जुड़ के बीच भंवरी की तलाश में की गई कार्रवाई पर चर्चा की गई।
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