बाड़मेर क्षेत्र में फैल रहा है डेंगू
बाड़मेर बालोतरा क्षेत्र में डेंगू रोग पांव पसारने लगा है। चिकित्सा विभाग ने भी डेंगू के लक्षण वाले चार मरीज मिलने व उन्हें रेफर करने की पुष्टि की है। शहर के नाहटा चिकित्सालय सहित अन्य सरकारी चिकित्सालयों में लैब टेक्निशियनों के स्वीकृत पद बड़ी संख्या में रिक्त होेने के साथ रोग जांच के बढ़े कार्य पर इनकी हालत खस्ता हाल हो रखी है।
वहीं दूसरी तरफ कई निजी लेबों में कई जने बगैर किसी योग्यता के जांच कार्य कर रहे हैं। इनकी रिपोर्टो पर चिकित्सकों तक को विश्वास नहीं है। ऎसे में सही जांच के अभाव में चिकित्सकों की कोशिश के बावजूद रोगी का सही उपचार नहीं हो पाता है। इसके अलावा रोगी के आधा अधूरा उपचार लेकर बीच में ही इसे बंद करने से अभी तक मलेरिया रोग पर पूरी तरह से काबू नहीं पाया जा सका है।
डेंगू से बचाव के लिए सावचेती बरतें : शहरी क्षेत्र में डेंगू के कुछ मरीज मिलने के बाद चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने आमजन को सतर्क रहने के लिए आगाह किया है। राजकीय नाहटा चिकित्सालय के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ.एन.एल. गुप्ता ने बताया कि शहरी क्षेत्र में डेंगू के कुछ मरीज पाए गए हैं। बीमारी की रोकथाम के लिए नगरपालिका द्वारा डीडीटी व अन्य इसेंक्टीसाइड का स्प्रे व पानी के नालों-गड्डों की सफाई करवाई जा रही है।
बीमारी से बचाव के लिए मच्छर पनपने वाले स्थानों यथा वाटर स्टोरेज, ओवर हैड टेंक, अंडरग्राउंड टेंक, पानी की टंकियों, कूलर में भरे पानी, पक्षियों व जानवरों के पेयजल के लिए बनाए गए पॉटस की नियमित रूप से साफ सफाई रखे। इनमें टेमीफोस व गंबूचिया मछलियां डालें।
चौहटन में एक और बच्चे को डेंगू : चौहटन कस्बे में एक और बालक को डेगू ने अपनी गिरफ्त में ले लिया है। कस्बे के पांच वर्षीय हर्षवर्घन पुत्र रेवन्तसिंह को तेज बुखार आने पर उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर दिखाया गया, लेकिन चौहटन में डेगू की जांच न होने पर बच्चे को जोधपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। यहां पर जांच करवाने पर हर्षवर्घन को डेगू पोजिटिव बताया गया। 5 दिन तक इलाज करवाकर हर्षवर्घन स्वस्थ होकर चौहटन लौट चुका है।
चार मरीजों में डेंगू के लक्षण : बुखार से ग्रस्त चार मरीजों में अब तक डेंगू के लक्षण पाए गए हैं, जिन्हें जोधपुर अस्पताल में रेफर किया गया। उक्त सभी मरीजों की हालत अब सामान्य है।
- डॉ.एन.एल.गुप्ता, पीएमओ, राजकीय नाहटा अस्पताल
बाड़मेर बालोतरा क्षेत्र में डेंगू रोग पांव पसारने लगा है। चिकित्सा विभाग ने भी डेंगू के लक्षण वाले चार मरीज मिलने व उन्हें रेफर करने की पुष्टि की है। शहर के नाहटा चिकित्सालय सहित अन्य सरकारी चिकित्सालयों में लैब टेक्निशियनों के स्वीकृत पद बड़ी संख्या में रिक्त होेने के साथ रोग जांच के बढ़े कार्य पर इनकी हालत खस्ता हाल हो रखी है।
वहीं दूसरी तरफ कई निजी लेबों में कई जने बगैर किसी योग्यता के जांच कार्य कर रहे हैं। इनकी रिपोर्टो पर चिकित्सकों तक को विश्वास नहीं है। ऎसे में सही जांच के अभाव में चिकित्सकों की कोशिश के बावजूद रोगी का सही उपचार नहीं हो पाता है। इसके अलावा रोगी के आधा अधूरा उपचार लेकर बीच में ही इसे बंद करने से अभी तक मलेरिया रोग पर पूरी तरह से काबू नहीं पाया जा सका है।
डेंगू से बचाव के लिए सावचेती बरतें : शहरी क्षेत्र में डेंगू के कुछ मरीज मिलने के बाद चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने आमजन को सतर्क रहने के लिए आगाह किया है। राजकीय नाहटा चिकित्सालय के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ.एन.एल. गुप्ता ने बताया कि शहरी क्षेत्र में डेंगू के कुछ मरीज पाए गए हैं। बीमारी की रोकथाम के लिए नगरपालिका द्वारा डीडीटी व अन्य इसेंक्टीसाइड का स्प्रे व पानी के नालों-गड्डों की सफाई करवाई जा रही है।
बीमारी से बचाव के लिए मच्छर पनपने वाले स्थानों यथा वाटर स्टोरेज, ओवर हैड टेंक, अंडरग्राउंड टेंक, पानी की टंकियों, कूलर में भरे पानी, पक्षियों व जानवरों के पेयजल के लिए बनाए गए पॉटस की नियमित रूप से साफ सफाई रखे। इनमें टेमीफोस व गंबूचिया मछलियां डालें।
चौहटन में एक और बच्चे को डेंगू : चौहटन कस्बे में एक और बालक को डेगू ने अपनी गिरफ्त में ले लिया है। कस्बे के पांच वर्षीय हर्षवर्घन पुत्र रेवन्तसिंह को तेज बुखार आने पर उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर दिखाया गया, लेकिन चौहटन में डेगू की जांच न होने पर बच्चे को जोधपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। यहां पर जांच करवाने पर हर्षवर्घन को डेगू पोजिटिव बताया गया। 5 दिन तक इलाज करवाकर हर्षवर्घन स्वस्थ होकर चौहटन लौट चुका है।
चार मरीजों में डेंगू के लक्षण : बुखार से ग्रस्त चार मरीजों में अब तक डेंगू के लक्षण पाए गए हैं, जिन्हें जोधपुर अस्पताल में रेफर किया गया। उक्त सभी मरीजों की हालत अब सामान्य है।
- डॉ.एन.एल.गुप्ता, पीएमओ, राजकीय नाहटा अस्पताल
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