गुरुवार, 6 अक्तूबर 2011

आज म्हारो गरबो रमतो जाय...


आज म्हारो गरबो रमतो जाय...

डांडिया की खनक और गरबे की ताल पर लोगों ने अंतिम दिन जमकर खेला गरबा

आबूरोड गरबा महोत्सव में बुधवार को अंतिम दिन डांडिया नृत्य की हिलोर ने लोगों को बहा लिया। रात का नजारा ऐसा था जैसे आसमान से तारे उतरकर जमीन पर आ गए हों।चारों ओर छितराई रोशनी, चमचमाते परिधानों में लोग और नवरात्रि माहौल ने रात और खूबसूरत बना दिया। गरबा के अंतिम दिन आई भीड़ ने साबित किया कि लोगों में गरबा के प्रति गजब का आकर्षण है। करीब नौ बजे शुरू हुए गरबा महोत्सव में लोगों के आने का सिलसिला रात दो बजे तक जारी रहा।

नवरात्रि महोत्सव के तहत शहर में गरबों की धूम मची हुई है। देर रात तक श्रद्धालुओं ने माताजी के गरबे कर आयोजन में भाग लिया। इस मौके पर शहर के केसर गंज, लोधवाड़ा, बैंक कॉलोनी, हिना कॉलोनी, आजाद मैदान, गुजराती मोहल्ला, गांधी पार्क, गांधी नगर, प्रेम नगर, मानपुर, आकरा भट्टा, तलेटी रिको कॉलोनी सहित अन्य स्थानों पर गरबों का आयोजन किया गया, जिसमें देर रात तक युवक-युवतियों ने डांडिया रास पर गरबे किए। वहीं तलेटी स्थित मुखरी माता गरबा मंडल की ओर से आयोजित गरबों में पुरस्कार वितरण किए गए। आयोजन में प्रभु राम, गणेश चौधरी, आनंद सिंह, श्रवण रावल, भंवर लाल, लक्ष्मण रावल, रवि राणा, सत्येंद्र रावल सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

गांवों में भी दिखा गजब का उत्साह : जय अंबे गरबा मंडल लोडर कॉलोनी जेकेपुरम में प्रतापसिंह देवड़ा के सानिध्य में एक शानदार गरबा कार्यक्रम हुआ।दुर्गा नवमी पर विभिन्न धार्मिक आयोजन हुए। अंतिम दिन गरबा करने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी। देर रात तक डांडिया की खनक से जेकेपुरम गंूज उठा। इस दौरान आयोजित प्रतियोगिता में विजेताओं को पुरस्कृत भी किया गया।गरबा नृत्य देखने वालों की तादाद भी ज्यादा रही। भूतगांव में चामुंडा गरबा मंडल के तत्वावधान में आयोजित गरबा महोत्सव में देवी-देवताओं की वेशभूषा में युवकों ने गरबा नृत्य किया। कलाकार पूरण माली व शांतिलाल माली की प्रस्तुतियां लाजवाब रही।

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