शुक्रवार, 7 अक्टूबर 2011

गंदगी देख खफा हुई कलेक्टर,सफाई कर्मचारी को किया सस्पेंड

एक घंटा अस्पताल में रही तो मैं तो बीमार हो जाऊंगी


गंदगी देख खफा हुई कलेक्टर,सफाई कर्मचारी को किया सस्पेंड



बाड़मेर अस्पताल में फैली अव्यवस्थाओं की लगातार आ रही शिकायतों के बाद कलेक्टर डॉ. वीना प्रधान ने गुरुवार रात 11 बजे अस्पताल के आकस्मिक निरीक्षण कर अस्पताल में फैली अव्यवस्थाओं तथा सफाई व्यवस्था पर गहरी नाराजगी जताई। इमरजेंसी वार्ड में गंदगी देख कलेक्टर ने डॉक्टर को बुलाकर फटकार लगाते हुए सफाई व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए ।

वार्डों का किया निरीक्षण, सफाई कर्मचारी को किया सस्पेंड: इमरजेंसी वार्ड के बाद कलेक्टर मेल मेडिकल वार्ड कि ओर जा रही थी इसी बीच दीवारों पर फैली गंदगी को देखकर कहा कि यह अस्पताल है। ‘मैं अगर एक घंटे रहूंगी तो बीमार पड़ जाऊंगी।’ पीएमओ को बुलाओ। मेल मेडिकल वार्ड में फैली गंदगी को देख उन्होंने कहा कि कौन सफाई करता है। उसको सस्पेंड कर दिया जाए। इसके बाद कलेक्टर पीएमओ के कमरे के पास पहुंची जहां गंदगी देख पीएमओ से कहा कि यहां कितने दिनों से सफाई नहीं हुई है। मैडम सफाई तो रोज होती है। कलेक्टर ने कहा कि आप डॉक्टर है,या मैं बताऊं कि गंदगी से क्या बीमारी होती है। उन्होंने सफाई के लिए अभियान चलाने के लिए कहा।

स्नैक्स बाइट पेशेंट ने बताई पीड़ा

मेल मेडिकल वार्ड में निरीक्षण के दौरान स्नैक्स बाइट से पीडि़त मरीज ने कहा कि मैडम मुझे सांप ने काटा है मैं 2500 रुपए कि दवाइयां बाहर से लेकर आया हूं। जिसपर कलेक्टर ने दवाइयों का पर्चा मंगाया और वहां से निकल गई।

निशुल्क दवा काउंटर का निरीक्षण: अस्पताल निरीक्षण के बाद कलेक्टर ने मुफ्त दवा काउंटर का निरीक्षण किया। काउंटर पर आई पर्ची पर उन्होंने पूछा कि कौनसी दवा नहीं है। विक्रेता ने कहा कि इसमें से एक दवा नहीं है। वहां खड़े पीएमओ ने कहा कि यह दवा शाम को भेजी तो है। जिसपर कलेक्टर ने कहा कि फार्मासिस्ट कौन है कितने दिनों कि ट्रेंनिग की है। उसने बताया कि सात महीने कि ट्रेनिंग की हुई है। कलेक्टर ने पीएमओ को आदेश दिया कि आप इनको एक दिन की डॉक्टर से ट्रेनिंग दिलाए। कल शाम पांच बजे बैठक लेकर जिसमें समस्या का समाधान करेंगे।

तहसीलदार को दिए निर्देश: तहसीलदार चंद्रभान सिंह भाटी को कहा कि आप निर्देश बनाए कि जिले में काउंटर पर काम करने वाले 24 घंटे कर्मचारियों को एक दिन की डॉक्टर की ओर ट्रेनिंग दिलवाई जाए।

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