मार्च 2005 में अमेरिकी राजनयिक रॉबर्ट ओ ब्लैक की बातचीत राजनीतिक विश्लेषक सईद नकवी से हुई थी। नकवी ने कहा था कि वह राहुल गांधी के पिता राजीव गांधी के दोस्त थे और गांधी परिवार के शुभचिंतक हैं। नकवी के मुताबिक कांग्रेस के भीतर की खबर रखने वाले और सोनिया गांधी के बेहद करीबी लोग यह मानते हैं कि कई वजहों से राहुल गांधी कभी भी देश के प्रधानमंत्री नहीं बन सकते। नकवी के मुताबिक राहुल गांधी को इमोशनल और साइकॉलजिकल नेचर की ‘ पर्सनैलिटी प्रॉब्लम्स ’ हैं, जिसकी वजह से वह प्रधानमंत्री के रूप में काम नहीं कर पाएंगे।
नकवी के मुताबिक कांग्रेस में उनके परिचितों ने उन्हें बताया, ‘ अमेठी के एमपी के रूप में राहुल असफल रहे। कांग्रेस को उम्मीद थी कि राहुल गांधी यूपी में बड़ा आंदोलन खड़ा करेंगे लेकिन उन्होंने कुछ अच्छा करने की बजाय पार्टी को नुकसान ही पहुंचाया। राहुल का कोई प्रभाव राज्य के लोगों पर नहीं पड़ा। इससे इस बात की उम्मीद कम है कि कांग्रेस यूपी के मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव से सत्ता छीन पाए। कांग्रेस के लिए बेहतर होगा कि वह मायावती की पार्टी की जूनियर पार्टनर बन जाए। ’
नकवी ने यह भी कहा कि गांधी परिवार ने हमेशा इस बात को प्राथमिकता दी कि प्रियंका गांधी राजनीति में आएं क्योंकि वह ज्यादा समझदार हैं। सोनिया गांधी के बारे में नकवी ने कहा कि वह भी भारतीय मांओं की तरह अपने बेटे को लेकर चिंतित रहती हैं।
नकवी का यह भी कहना था कि गांधी परिवार में अब कोई भी ऐसा नहीं बचा जिसकी शख्सियत करिश्माई हो। इंदिरा गांधी परिवार की आखिरी प्रभावशाली नेता थीं और अगर उनकी हत्या नहीं हुई होती तो राजीव गांधी भी दोबारा नहीं चुने जाते। नकवी ने कहा कि कांग्रेस में लोग मानते हैं कि राहुल गांधी की राजनीतिक क्षमता अपने पिता राजीव गांधी से बहुत कम है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें