पांच किलोमीटर तक लगी श्रद्धालुओं की कतार
लाखों जातरुओं ने किए बाबा की समाधि के दर्शन
रामदेवरा कस्बे में पिछले दो दिनों से पैदल यात्री संघों के दर्शनार्थ आगमन के साथ कस्बे की हर गली, सड़क, होटल व धर्मशाला यात्रियों से ठसाठस भर गई है। पैदल यात्रि संघों की अनुशासन देखते ही बनता है। कस्बे की हर सड़क पर अलग- अलग संघों की अलग- अलग निर्धारित वेषभूषा में लंबी कतारें लगी रही।
रविवार को तीन लाख से अधिक आए यात्री
रविवार को रेल व बसों व मिनी वाहनों से आने वाले यात्रियों के अतिरिक्त दर्जनों छोटे बड़े पैदल यात्री संघों ने रामदेवरा पहुंचकर बाबा की समाधि पर धोक दिया। भारी संख्या में पैदल यात्रियों के आगमन के साथ ही कस्बे की रंगत बदल गई। दो दिन तक सुनसान रहने वाले इलाके, खाली पड़ी होटलों व धर्मशालाओं में पांव रखने को भी जगह नहीं बची। विश्राम गृहों में पर्याप्त स्थान के अभाव में लोगों ने रामसरोवर तालाब की पाल पर अपने डेरे डाल रात गुजारी।
लम्बी कतारें लगी
पूरे दिन लगभग एक ही समय में लगातार संघों व पैदल यात्रियों के साथ अन्य विकल्पों आने वाले यात्रियों की भारी आवक के चलते दर्शनार्थियों की कतारें आरसीपी कॉलोनी पार कर जोधपुर जैसलमेर रेलवे टे्रक के सहारे सहारे लम्बी दूरी तक लगी रही। कतारों में अधिकारियों, व वीआईपी में कोई अंतर नहीं था। यहां तक महिलाएं व बालक भी अपनी अपनी बारी के अनुसार कतारों में लगे रहे। गर्भवती महिलाओं सहित विकलांगों ने भी बिना किसी प्राथमिकता के बाबा के दरबार पर धोक दी।
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