भारी बारिश, बाड़मेर में हाई अलर्ट की घोषणा
बाड़मेर लगातार बारिश के कारण चौहटन के सावा गांव के अंबेडकर नगर में पानी भर गया। 200 परिवारों की इस बस्ती में 2 से 3 फीट पानी भरा होने से हालात विकट बने हुए है। ग्रामीण अमोलक जोगू ने बताया कि पानी के कारण बस्ती में करीब 50 कच्चे मकान और झोंपड़े ढह गए। वहीं सीमावर्ती गडरारोड और त्रिमोही गांव में सोमवार को बारिश के बाद एक-डेढ़ फीट पानी भर गया। जानकारी के अनुसार अगर एक दिन और बारिश हुई तो गडरारोड में निजी कंपनी का मोबाइल टावर गिर सकता है। वहीं दूसरी ओर गुड़ामालानी कस्बे के उदाणियों का वास में एक फीट तक बरसाती पानी भर गया है।
जिलेभर में झमाझम: जिले में पिछले 14 दिनों से चल रहा बारिश का दौर सोमवार को भी जारी रहा। हालांकि जिला मुख्यालय पर सुबह 10 मिनट के लिए ही बारिश हुई लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में अच्छी बारिश के समाचार है। चौहटन, रामसर, बायतु, शिव, गडरारोड, सेड़वा, गुड़ामालानी, धोरीमन्ना, सिवाना, पचपदरा और बालोतरा क्षेत्रों में अच्छी बारिश हुई है।
आकाशीय बिजली का कहर
बारिश के साथ-साथ आकाशीय बिजली भी कहर बरपा रही है। सोमवार को इससे 39 जानवर काल कलवित हो गए। शिव उपखंड क्षेत्र के बंधड़ा गांव में रविवार शाम आकाशीय बिजली गिरने से दस बकरियां मर गई। ग्रामीण मोकमसिंह सोढ़ा ने बताया कि शाम को आकाशीय बिजली गिरने से हाकम सिंह की पांच बकरियां, आंबसिंह की एक व छगन सिंह की चार बकरियां मर गई। इस दौरान आसपास बबूल की झाडिय़ां भी जलकर नष्ट हो गई। बाटाडू गांव में सोमवार दोपहर आकाशीय बिजली गिरने से स्वरुपाराम की 22 बकरियां और सात भेड़ें मर गई। गुड़ामालानी के उदाणियों का वास में आकाशीय बिजली गिरने से एक रहवासीय मकान में बिजली के उपकरण जल गए। शेषत्नपेज १२
आकाशीय चक्रवात से आशियाना उजड़ा: रामसर. तहसील क्षेत्र के लाभू का तला में रविवार को आकाशीय चक्रवात से एक रहवासी ढाणी में बने दो झोंपड़े उजड़ गए। ग्रामीणों ने बताया कि लाभू का तला निवासी हुकमाराम पुत्र गुमनाराम व मालाराम पुत्र गुमनाराम अपनी रहवासी ढाणी में बैठे थे। इस दौरान अचानक आए आकाशीय चक्रवात से उनके दो झोंपड़े उजड़कर दूर जाकर गिर गए। करीब एक किलोमीटर की परिधि में चक्रवात ने कहर बरपाया।
धनाऊ. कस्बे में रविवार रात बारह बजे तेज बरसात हुई जिसे जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। वहीं सोमवार सुबह दस बजे आसमान में घने बादल छाए रहे। कुछ देर बाद ही मूसलाधार बरसात शुरू हुई जिससे पशुओं का हाल बुरा है। बारिश से कच्चे मकानों के अंदर बरसात का पानी भर गया। गांव में सड़क पर पानी बहने से आवागमन में भी काफी दिक्कत आई।
बालोतरा
शहर में सोमवार दोपहर को मूसलाधार बारिश से भादवा को विदा किया। भादवा माह के अंतिम दिन हुई झमाझम से मौसम खुशगवार हो गया। दोपहर 12 बजे शुरू हुआ बारिश का दौर करीब आधे घंटे तक जारी रहा। बारिश इतनी तेज थी कि छतरियां और रेन कोट भी भीगने से नहीं बचा पाए।
बारिश की झड़ी के आगे फोर व्हीलर वाहन या तो रुक गए या फिर गति नहीं पकड़ पाए। नाले छलक कर सड़कों पर आ गए। सड़कों पर इतना पानी बहा कि आगे बढऩा मुश्किल हो गया। रिमझिम से शुरू हुई बारिश ने कुछ ही मिनटों में मूसलाधार का रूप ले लिया।
बारिश के दौरान शहर के मुख्य मार्गों से तेज गति से पानी का बहाव रहा। बारिश थमने के बाद सुबह से लेकर शाम तक उमस ने शहरवासियों को खासा परेशान किया। सवेरे हुई बारिश से जगह-जगह पानी का भराव हो गया। शहर के पुराना बस स्टैंड पर, घंटाघर, गांधीपुरा, नेहरु कॉलोनी, पुलिस थाना, छतरियों का मोर्चा समेत कई निचले इलाकों में पानी का भराव हो गया। एक से डेढ़ फीट पानी के भराव से राहगीरों व वाहन चालकों को परेशानी झेलनी पड़ी। बारिश का दौर थमने के बाद भी पानी का बहाव जारी रहा। मूसलाधार बारिश ने पालिका की पानी निकासी व्यवस्था की पोल खोल दी। बारिश शुरू होने के कुछ वक्त बाद ही नाले ओवरफ्लो हो गए, जिसका पानी सड़कों पर बहने लगा।
पचपदरात्न कस्बे सहित आस-पास के गांवों में सोमवार दोपहर 1 बजे से बारिश का दौर रुक-रुककर जारी रहा जिसके कारण जनजीवन प्रभावित हुआ। कस्बे सहित नेवाई, रेवाड़ा सोढ़ा, रेवाड़ा मैय्या, रेवाड़ा जैतमाल व थोब सहित क्षेत्रों में हुई बारिश से ग्रामीणों को रोजमर्रा के कार्यों को निपटाने में परेशानी का सामना करना पड़ा।
राखीत्न क्षेत्र के राखी सहित आसपास के गांवों में पिछले दो दिनों से हो रही बारिश के कारण सांवरड़ा व मोकलसर मार्ग पर पानी का भराव हो जाने से आवागमन प्रभावित हो रहा है। उन्होंने बताया कि ज्यादा बरसात के कारण गायों का गोर में पानी भर गया है जिससे मूक पशुओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कस्बे में जगह-जगह पर जमा बरसाती पानी की निकासी के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर कोई प्रयास नहीं किए जा रहे हैं।
गुड़ामालानीत्न उपखंड मुख्यालय सहित आसपास के गांवों में रविवार रात शुरू हुआ बरसात का दौर सोमवार सुबह 11 बजे तक जारी रहा। इस दौरान कभी तेज तो कभी रिमझिम होती रही। रविवार शाम से हो रही लगातार बारिश से वातावरण में ठंडक बढ़ गई। पिछले एक पखवाड़े से लगातार हो रही बारिश व घरों से निकलने वाले दूषित पानी की सुचारू निकासी नहीं होने के कारण कस्बे के मुख्य मार्गोँ पर चारों तरफ कीचड़ फैल गया है। पानी के भराव के कारण कस्बे में मच्छरों का प्रकोप बढ़ रहा है। लगातार बारिश के कारण कई घरों व कार्यालयों की छतें भी टपकने लगी है।
॥ मौसम विभाग की ओर से जिले में अगले 48 घंटों में भारी बारिश की चेतावनी के बाद आपदा प्रबंधन की टीमों को अलर्ट कर दिया गया है। सावा और गडरारोड में पानी भराव की सूचना के बाद टीमों को भेजा गया था। अभी जिले में कहीं पर भी बाढ़ के हालात नहीं हैं।
गौरव गोयल, कलेक्टर, बाड़मेर
जिलेभर में झमाझम: जिले में पिछले 14 दिनों से चल रहा बारिश का दौर सोमवार को भी जारी रहा। हालांकि जिला मुख्यालय पर सुबह 10 मिनट के लिए ही बारिश हुई लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में अच्छी बारिश के समाचार है। चौहटन, रामसर, बायतु, शिव, गडरारोड, सेड़वा, गुड़ामालानी, धोरीमन्ना, सिवाना, पचपदरा और बालोतरा क्षेत्रों में अच्छी बारिश हुई है।
आकाशीय बिजली का कहर
बारिश के साथ-साथ आकाशीय बिजली भी कहर बरपा रही है। सोमवार को इससे 39 जानवर काल कलवित हो गए। शिव उपखंड क्षेत्र के बंधड़ा गांव में रविवार शाम आकाशीय बिजली गिरने से दस बकरियां मर गई। ग्रामीण मोकमसिंह सोढ़ा ने बताया कि शाम को आकाशीय बिजली गिरने से हाकम सिंह की पांच बकरियां, आंबसिंह की एक व छगन सिंह की चार बकरियां मर गई। इस दौरान आसपास बबूल की झाडिय़ां भी जलकर नष्ट हो गई। बाटाडू गांव में सोमवार दोपहर आकाशीय बिजली गिरने से स्वरुपाराम की 22 बकरियां और सात भेड़ें मर गई। गुड़ामालानी के उदाणियों का वास में आकाशीय बिजली गिरने से एक रहवासीय मकान में बिजली के उपकरण जल गए। शेषत्नपेज १२
आकाशीय चक्रवात से आशियाना उजड़ा: रामसर. तहसील क्षेत्र के लाभू का तला में रविवार को आकाशीय चक्रवात से एक रहवासी ढाणी में बने दो झोंपड़े उजड़ गए। ग्रामीणों ने बताया कि लाभू का तला निवासी हुकमाराम पुत्र गुमनाराम व मालाराम पुत्र गुमनाराम अपनी रहवासी ढाणी में बैठे थे। इस दौरान अचानक आए आकाशीय चक्रवात से उनके दो झोंपड़े उजड़कर दूर जाकर गिर गए। करीब एक किलोमीटर की परिधि में चक्रवात ने कहर बरपाया।
धनाऊ. कस्बे में रविवार रात बारह बजे तेज बरसात हुई जिसे जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। वहीं सोमवार सुबह दस बजे आसमान में घने बादल छाए रहे। कुछ देर बाद ही मूसलाधार बरसात शुरू हुई जिससे पशुओं का हाल बुरा है। बारिश से कच्चे मकानों के अंदर बरसात का पानी भर गया। गांव में सड़क पर पानी बहने से आवागमन में भी काफी दिक्कत आई।
बालोतरा
शहर में सोमवार दोपहर को मूसलाधार बारिश से भादवा को विदा किया। भादवा माह के अंतिम दिन हुई झमाझम से मौसम खुशगवार हो गया। दोपहर 12 बजे शुरू हुआ बारिश का दौर करीब आधे घंटे तक जारी रहा। बारिश इतनी तेज थी कि छतरियां और रेन कोट भी भीगने से नहीं बचा पाए।
बारिश की झड़ी के आगे फोर व्हीलर वाहन या तो रुक गए या फिर गति नहीं पकड़ पाए। नाले छलक कर सड़कों पर आ गए। सड़कों पर इतना पानी बहा कि आगे बढऩा मुश्किल हो गया। रिमझिम से शुरू हुई बारिश ने कुछ ही मिनटों में मूसलाधार का रूप ले लिया।
बारिश के दौरान शहर के मुख्य मार्गों से तेज गति से पानी का बहाव रहा। बारिश थमने के बाद सुबह से लेकर शाम तक उमस ने शहरवासियों को खासा परेशान किया। सवेरे हुई बारिश से जगह-जगह पानी का भराव हो गया। शहर के पुराना बस स्टैंड पर, घंटाघर, गांधीपुरा, नेहरु कॉलोनी, पुलिस थाना, छतरियों का मोर्चा समेत कई निचले इलाकों में पानी का भराव हो गया। एक से डेढ़ फीट पानी के भराव से राहगीरों व वाहन चालकों को परेशानी झेलनी पड़ी। बारिश का दौर थमने के बाद भी पानी का बहाव जारी रहा। मूसलाधार बारिश ने पालिका की पानी निकासी व्यवस्था की पोल खोल दी। बारिश शुरू होने के कुछ वक्त बाद ही नाले ओवरफ्लो हो गए, जिसका पानी सड़कों पर बहने लगा।
पचपदरात्न कस्बे सहित आस-पास के गांवों में सोमवार दोपहर 1 बजे से बारिश का दौर रुक-रुककर जारी रहा जिसके कारण जनजीवन प्रभावित हुआ। कस्बे सहित नेवाई, रेवाड़ा सोढ़ा, रेवाड़ा मैय्या, रेवाड़ा जैतमाल व थोब सहित क्षेत्रों में हुई बारिश से ग्रामीणों को रोजमर्रा के कार्यों को निपटाने में परेशानी का सामना करना पड़ा।
राखीत्न क्षेत्र के राखी सहित आसपास के गांवों में पिछले दो दिनों से हो रही बारिश के कारण सांवरड़ा व मोकलसर मार्ग पर पानी का भराव हो जाने से आवागमन प्रभावित हो रहा है। उन्होंने बताया कि ज्यादा बरसात के कारण गायों का गोर में पानी भर गया है जिससे मूक पशुओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कस्बे में जगह-जगह पर जमा बरसाती पानी की निकासी के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर कोई प्रयास नहीं किए जा रहे हैं।
गुड़ामालानीत्न उपखंड मुख्यालय सहित आसपास के गांवों में रविवार रात शुरू हुआ बरसात का दौर सोमवार सुबह 11 बजे तक जारी रहा। इस दौरान कभी तेज तो कभी रिमझिम होती रही। रविवार शाम से हो रही लगातार बारिश से वातावरण में ठंडक बढ़ गई। पिछले एक पखवाड़े से लगातार हो रही बारिश व घरों से निकलने वाले दूषित पानी की सुचारू निकासी नहीं होने के कारण कस्बे के मुख्य मार्गोँ पर चारों तरफ कीचड़ फैल गया है। पानी के भराव के कारण कस्बे में मच्छरों का प्रकोप बढ़ रहा है। लगातार बारिश के कारण कई घरों व कार्यालयों की छतें भी टपकने लगी है।
॥ मौसम विभाग की ओर से जिले में अगले 48 घंटों में भारी बारिश की चेतावनी के बाद आपदा प्रबंधन की टीमों को अलर्ट कर दिया गया है। सावा और गडरारोड में पानी भराव की सूचना के बाद टीमों को भेजा गया था। अभी जिले में कहीं पर भी बाढ़ के हालात नहीं हैं।
गौरव गोयल, कलेक्टर, बाड़मेर
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