उदयपुर। शहर में लगातार हो रही बारिश से कई इलाकों में बाढ़ के हालात बन गए हैं। निचले इलाकों बसंत विहार,गोविंद नगर में पानी भरने से लोगों को नावों से सुरक्षित बाहर निकाला गया। जबकि बोहरा गणेश मंदिर क्षेत्र में कई कॉलोनियां चारों तरफ से पानी से घिरी रही। इस कारण जो जहां था वह वही कैद होकर रह गया।
झीलों के कैचमेंट में रविवार को हुई मूसलाधार बारिश से नदी नाले उफान पर आने व निकासी की पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने से इस प्रकार की समस्या बनी। पानी भरने से प्रशासन लाचार नजर आया तो जनप्रतिनिधियों बेबस। सांसद रघुवीर मीणा, सभापति रजनी डांगी, जिला कलेक्टर हेमंत गेरा व एडीएम सिटी एम.एल.चौहान शहर भर में दौरा कर वस्तुस्थिति का जायजा लेते रहे। मगर समस्या का तत्काल समाधान किसी के लिए संभव नजर नहीं आया।
दूसरी तरफ फिर से तेज बारिश की संभावना बनी रहने से प्रभावित लोगों की चिंता फिलहाल बनी हुई है। लोगों को चिंता इस बात की है कि रविवार जैसी बारिश फिर हो जाती है तो तबाही कितनी होगी इसका अंदाजा लगाना मुश्किल होगा। इधर सीसारमा नदी में सोमवार दोपहर बाद भी दस फीट पानी का वेग बना रहा।
स्वरूप सागर के चारों गेट खोले
आवक बनी रहने से स्वरूप सागर के चारों गेट सोमवार 5 फीट से बढ़ाकर 6 फीट खोल दिए गए। फतहसागर के ओवरफ्लो होने का क्रम भी बना हुआ है। इस कारण गुमानियां नाला सोमवार को और ज्यादा उफान पर आ गया। जबकि यूआईटी पुलिया पुरी तरह से जलमग्न रही। सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस ने सोमवार को भी यूआईटी पुलिया पर वाहनों की आवाजाही बंद रखी। इधर सोमवार को मदार बड़ा तालाब भी ओवरफ्लो हो जाने से आयड़ नदी में पानी और बढ़ गया। इस कारण नदी किनारे रहने वाले लोगों की चिंता भी बढ़ गई है।
झीलों के कैचमेंट में रविवार को हुई मूसलाधार बारिश से नदी नाले उफान पर आने व निकासी की पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने से इस प्रकार की समस्या बनी। पानी भरने से प्रशासन लाचार नजर आया तो जनप्रतिनिधियों बेबस। सांसद रघुवीर मीणा, सभापति रजनी डांगी, जिला कलेक्टर हेमंत गेरा व एडीएम सिटी एम.एल.चौहान शहर भर में दौरा कर वस्तुस्थिति का जायजा लेते रहे। मगर समस्या का तत्काल समाधान किसी के लिए संभव नजर नहीं आया।
दूसरी तरफ फिर से तेज बारिश की संभावना बनी रहने से प्रभावित लोगों की चिंता फिलहाल बनी हुई है। लोगों को चिंता इस बात की है कि रविवार जैसी बारिश फिर हो जाती है तो तबाही कितनी होगी इसका अंदाजा लगाना मुश्किल होगा। इधर सीसारमा नदी में सोमवार दोपहर बाद भी दस फीट पानी का वेग बना रहा।
स्वरूप सागर के चारों गेट खोले
आवक बनी रहने से स्वरूप सागर के चारों गेट सोमवार 5 फीट से बढ़ाकर 6 फीट खोल दिए गए। फतहसागर के ओवरफ्लो होने का क्रम भी बना हुआ है। इस कारण गुमानियां नाला सोमवार को और ज्यादा उफान पर आ गया। जबकि यूआईटी पुलिया पुरी तरह से जलमग्न रही। सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस ने सोमवार को भी यूआईटी पुलिया पर वाहनों की आवाजाही बंद रखी। इधर सोमवार को मदार बड़ा तालाब भी ओवरफ्लो हो जाने से आयड़ नदी में पानी और बढ़ गया। इस कारण नदी किनारे रहने वाले लोगों की चिंता भी बढ़ गई है।
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