बुधवार, 14 सितंबर 2011

अपहृत एएनएम भंवरी देवी झांसी में , जिंदा या मुर्दा, पुष्टि नहीं!



जोधपुर.बिलाड़ा से 1 सितंबर को अपहृत एएनएम भंवरीदेवी की गुत्थी शेखावाटी से पकड़े गए युवकों से पूछताछ और अपहरण में प्रयुक्त गाड़ी बरामद होने के बाद लगभग सुलझ चुकी है। भंवरीदेवी के झांसी में होने की संभावना व्यक्त की जा रही है। भंवरी देवी जिंदा है या उसकी हत्या हो चुकी है, इस पर पुलिस ने पूरी तरह चुप्पी साध रखी है।



पुलिस के सूत्र भंवरी देवी के साथ किसी अनहोनी की आशंका व्यक्त कर रहे हैं। पीएचईडी ठेकेदार सोहनलाल ने एएनएम को खेजड़ला बुलाया और शेखावाटी की गैंग उसका अपहरण कर ले गई।

इस गैंग ने रामगढ़ में उसे यूपी की गैंग के हवाले कर दिया। बिलाड़ा थानाधिकारी झांसी में उसे बरामद करने का प्रयास कर रहे है। रेंज आईजी उमेश मिश्रा भी अनहोनी की आशंका से इनकार नहीं कर रहे।


आईजी के मुताबिक सुपारी देकर एएनएम का अपहरण कराया गया था, बुधवार को शेखावाटी में पकड़े युवकों को गिरफ्तार कर सुपारी देने वालों का पता लगाया जाएगा।

पति को थी पहले से आशंका:


भंवरीदेवी के पति अमरचंद नट को यह आशंका पहले से थी। 25 सितंबर से नौकरी से गैर हाजिर रह रही एएनएम 1 सितंबर को लापता हुई तो उसने 2 सितंबर को गुमशुदगी दर्ज कराई थी। मगर 5 सितंबर को ही उसने अपहरण और अनहोनी की आशंका जाहिर कर दी थी। पुलिस ने 6 सितंबर को ही ठेकेदार सोहनलाल विश्नोई को गिरफ्तार कर लिया।

सोहनलाल ने एएनएम को खेजड़ला बुलाने तक की भूमिका निभाई थी, फिर उसने शेखावाटी की गैंग को उसे सुपुर्द कर दिया। शेखावाटी की गैंग उसे सीकर के रामगढ़ ले गई जहां से यूपी की गैंग उसे झांसी ले गई। पुलिस ने जैसे-जैसे जोधपुर और सीकर के पांच जने पकड़े गए, गुत्थी भी सुलझती गई।


सोहनलाल के पोलीग्राफ टेस्ट की इजाजत नहीं:


पुलिस इस मामले पहली कड़ी के रूप में पकड़े गए ठेकेदार सोहनलाल विश्नोई का पोलीग्राफ टेस्ट नहीं करा पाएगी। पुलिस ने सोमवार को कोर्ट में पोलीग्राफ टेस्ट की अर्जी लगाई थी, मंगलवार को कोर्ट में बहस होने के बाद यह गुंजाइश खत्म हो गई। सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार इसमें आरोपी की सहमति जरूरी है, सोहनलाल सहमत नहीं हुआ तो कोर्ट ने पुलिस की अर्जी खारिज कर दी।


भंवरी अपहरण ने बढ़ाई सरकार की चिंता


इस अपहरण कांड ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। करीब छह माह से कथित सीडी को लेकर एक कैबिनेट मंत्री, विधायक और पूर्व उप जिला प्रमुख पर संगीन आरोप लगे थे। खुद भंवरी के पति अमरचंद ने दो दिन पहले टीवी चैनलों को दिए इंटरव्यू में कहा कि कैबिनेट मंत्री के फोन उसकी पत्नी के मोबाइल पर आते रहते थे। उसने इसका ऐतराज भी किया था।

पिछले दस दिनों से चुप रही भाजपा भी अब खुल कर मैदान में आती दिखाई दे रही है। मंगलवार को देहात भाजपा के बैनर तले बिलाड़ा, भोपालगढ़ के मौजूदा विधायक, पूर्व सांसद व विधायक तथा प्रदेश संगठन पदाधिकारियों ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया और 16 सितंबर तक अपहरण से जुड़े और साजिश रचने वालों को गिरफ्तार नहीं करने पर अनिश्चितकालीन धरने की चेतावनी दे डाली है। उधर, नट व सांसी समाज के साथ अजा के लोग भी प्रदर्शन कर रहे हैं।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें