सरेराह चाकू गोद युवक की हत्या
जयपुर। ब्रह्मपुरी थाना इलाके में कनक घाटी के पास रविवार शाम घात लगाए बैठे कुछ युवकों ने नाहरगढ़ से बाइक पर लौट रहे चाचा-भतीजे पर चाकुओं से हमला कर दिया। इससे चाचा की मौत हो गई। गंभीर रूप से घायल भतीजे को एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
वारदात के बाद हमलावर युवक फरार हो गए। पुलिस ने अभियुक्तों की तलाश में पूरे शहर में नाकाबंदी करवाई, लेकिन देर रात तक वे हाथ नहीं लगे। पुलिस और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार टैगोर नगर निवासी जितेन्द्र उर्फ बबलू बेनीवाल (24) निजी मोबाइल कम्पनी में कर्मचारी था, जो अपने चाचा देवेन्द्र और अन्य साथियों के साथ नाहरगढ़ घूमने गया था। वहां जितेन्द्र की बाइक सवार कुछ युवकों से कहासुनी हो गई, जिससे दोनों पक्ष आमने-सामने हो गए। उस वक्त वहां मौजूद अन्य लोगों ने बीच-बचाव कर दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर शान्त कर दिया था।
शाम करीब छह बजे जितेन्द्र व देवेन्द्र अपने साथियों के साथ नाहरगढ़ से बाइक पर घर लौट रहे थे। बाइक सवार युवक भी उनके पीछे हो लिए। जितेन्द्र और उसके साथी जैसे ही आमेर रोड के नजदीक पहुंचे, उन युवकों ने पथराव शुरू कर दिया।
जैसे-तैसे पथराव से बचकर जितेन्द्र व देवेन्द्र कनक घाटी के सामने एक रेस्टोरेंट के पास पहुंचे, तभी दूसरे पक्ष के कुछ युवकों ने उनकी बाइक रोकी और चाकुओं से ताबड़तोड़ वार करना शुरू कर दिया। दोनों चाचा-भतीजे लहूलुहान होकर सड़क पर गिर पड़े। यह देख हमलावर युवक एक लग्जरी गाड़ी में बैठकर फरार हो गए। इधर चीख-पुकार आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और दोनों घायलों को एसएमएस अस्पताल पहुंचाया गया।
पिता बैंक मैनेजर
जितेन्द्र के पिता एलआर बेनीवाल एसबीबीजे में मैनेजर हैं और चित्तौड़गढ़ में तैनात हैं।
जयपुर। ब्रह्मपुरी थाना इलाके में कनक घाटी के पास रविवार शाम घात लगाए बैठे कुछ युवकों ने नाहरगढ़ से बाइक पर लौट रहे चाचा-भतीजे पर चाकुओं से हमला कर दिया। इससे चाचा की मौत हो गई। गंभीर रूप से घायल भतीजे को एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
वारदात के बाद हमलावर युवक फरार हो गए। पुलिस ने अभियुक्तों की तलाश में पूरे शहर में नाकाबंदी करवाई, लेकिन देर रात तक वे हाथ नहीं लगे। पुलिस और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार टैगोर नगर निवासी जितेन्द्र उर्फ बबलू बेनीवाल (24) निजी मोबाइल कम्पनी में कर्मचारी था, जो अपने चाचा देवेन्द्र और अन्य साथियों के साथ नाहरगढ़ घूमने गया था। वहां जितेन्द्र की बाइक सवार कुछ युवकों से कहासुनी हो गई, जिससे दोनों पक्ष आमने-सामने हो गए। उस वक्त वहां मौजूद अन्य लोगों ने बीच-बचाव कर दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर शान्त कर दिया था।
शाम करीब छह बजे जितेन्द्र व देवेन्द्र अपने साथियों के साथ नाहरगढ़ से बाइक पर घर लौट रहे थे। बाइक सवार युवक भी उनके पीछे हो लिए। जितेन्द्र और उसके साथी जैसे ही आमेर रोड के नजदीक पहुंचे, उन युवकों ने पथराव शुरू कर दिया।
जैसे-तैसे पथराव से बचकर जितेन्द्र व देवेन्द्र कनक घाटी के सामने एक रेस्टोरेंट के पास पहुंचे, तभी दूसरे पक्ष के कुछ युवकों ने उनकी बाइक रोकी और चाकुओं से ताबड़तोड़ वार करना शुरू कर दिया। दोनों चाचा-भतीजे लहूलुहान होकर सड़क पर गिर पड़े। यह देख हमलावर युवक एक लग्जरी गाड़ी में बैठकर फरार हो गए। इधर चीख-पुकार आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और दोनों घायलों को एसएमएस अस्पताल पहुंचाया गया।
पिता बैंक मैनेजर
जितेन्द्र के पिता एलआर बेनीवाल एसबीबीजे में मैनेजर हैं और चित्तौड़गढ़ में तैनात हैं।
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