बुधवार, 14 सितंबर 2011

जननी के साथ शिशु भी रहे सुरक्षित - प्रभारी मंत्री


जननी के साथ शिशु भी रहे सुरक्षित - प्रभारी मंत्री

-बालोतरा व बायतू में जेएसएसके का शुभारंभ, जिला प्रमुख ने कहा जन सहयोग से ही योजना सफल होती है

बाडमेर। जननी शिशु सुरक्षा योजना लागू करते हुए सरकार ने निर्णय लिया था कि इस योजना को हर हाल में सफल बनाया जाएगा और उसी का परिणाम है कि आज राज्य के ब्लॉक दर ब्लॉक योजना शुरू हुई है। संभवतः यह पहली योजना है जिसकी राज्य के विभिन्न ब्लॉकों पर बड़े स्तर पर एक साथ शुरूआत हुई तथा योजना को सफल बनाने के लिए नियमित मोनिटरिंग का भी लक्ष्य रखा गया है। योजना की खास बात यह भी है कि अब जननी के साथ शिशु भी सुरक्षित रहेंगे तथा सरकार दोनों की हर संभव मदद करेगी। ये कहना है जिले के प्रभारी मंत्री दिलीप चौधरी का, जो बुधवार को जननी शिशु सुरक्षा योजना के शुभारंभ अवसर पर जनसमूह को संबोधित कर रहे थे। बालोतरा के नाहटा हॉस्पीटल में आयोजित इस कार्यक्रम को प्रभारी मंत्री दिलीप चौधरी के साथ प्रभारी सचिव मनोहरकांत, जिला प्रमुख मदनकौर, पचपदरा विधायक मदन प्रजावत, बायतू विधायक कर्नल सोनाराम, जिला कलेक्टर गौरव गोयल, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. गणपतसिंह राठौड़, एडिशनल सीएमएचओ डॉ. जितेंद्रसिंह, पीएमओ डॉ. एनएल गुप्ता एवं बीसीएमओ डॉ. आरआर सुथार ने संबोधित किया। कार्यक्रम का शुभारंभ स्वागत गीत तथा सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ हुआ तथा इसके बाद अतिथियों का माल्यापर्ण कर स्वागत किया गया। सीएमएचओ डॉ. गणपतसिंह राठौड़ ने देश-प्रदेश के आंकड़े प्रस्तुत करते हुए योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि योजना के अभाव में अभी तक प्रति वर्ष हजारों जननी व शिशु दम तोड़ रहे थे, लेकिन अब मातृ एवं शिशु मृत्यु दर पर अंकुश लगाना संभव हो पाएगा। जिला प्रमुख मदन कौर ने कहा कि सरकार ने भले ही योजना को शुरू कर दिया है, लेकिन इसकी सफलता एवं असफलता जनता पर ही निर्भर है। क्योंकि यदि आप सभी इस योजना का प्रचार-प्रसार करेंगे तथा इसका लाभ उठाएंगे तो ही योजना सफल होगी। प्रभारी सचिव मनोहर कांत ने जनप्रतिनिधियों से अपील करते हुए कहा कि योजना को सफल बनाने में पूरा सहयोग करें। उन्होंने अधिकारियों-कर्मचारियों को नसीहत देते हुए योजना के प्रति अपना कर्तव्य समझते हुए कार्य करने को कहा। 
उक्त कार्यक्रम के पश्चात दोपहर बाद बायतू में जननी शिशु सुरक्षा योजना का शुभारंभ किया गया। यहां प्रभारी मंत्री दिलीप चौधरी, प्रभारी सचिव मनोहरकांत, जिला प्रमुख मदनकौर, बायतू विधायक कर्नल सोनाराम, प्रधान सिमरताराम, जिला कलेक्टर गौरव गोयल सहित मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. गणपतसिंह राठौड़ व एडिशनल सीएमएचओ डॉ. जितेंद्रसिंह मौजूद थे। कार्यक्रम की शुरूआत सांस्कृतिक प्रस्तुती के साथ हुई। जनसमूह को संबोधित करते हुए प्रभारी मंत्री दिलीप चौधरी ने सभी अधिकारियों-कर्मचारियों से बेहतर से बेहतर कार्य करने को कहा। उन्होंने सरकार की अन्य योजनाओं के बारे में बताते हुए कहा कि सरकार ने राज्य केे प्रत्येक वर्ग के लिए बेहतर से बेहतर कार्य किया है तथा हर व्यक्ति तक पहुंच सुनिश्चित की है। जिला प्रमुख मदनकौर ने कहा कि सरकार और भी कई योजनाएं शीघ्र शुरू करेंगे, लेकिन जनता इन योजनाओं का लाभ लेना शुरू करें।  
क्या है जननी शिशु सुरक्षा योजना
राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी जननी शिशु सुरक्षा योजना विधिवत रूप से शुरू हो चुकी है तथा इसका राज्यस्तर पर ब्लॉक दर ब्लॉक शुभारंभ हो चुका है। योजना के तहत गर्भवती महिला, जननी व नवजात शिशु लाभान्वित होंगे। सभी को सरकारी चिकित्सा संस्थानों में स्वास्थ्य सेवाएं निःशुल्क उपलब्ध करवाई जाएंगी। जिसमें संस्थागत प्र्रसव, सिजेरियन ऑपरेशन, दवाईयां व अन्य सामग्री, लैब जांच, भोजन, ब्लड एवं रैफरल ट्रांसपोर्ट पूर्णतः निःशुल्क रहेंगे। कार्यक्रम शुरू करने का मुख्य उद्देश्य मातृ मृत्यु दर तथा शिशु मृत्यु दर में भी कमी लाना है। योजना के तहत सभी गर्भवती महिलाओं को राजकीय चिकित्सा संस्थानों में प्रसव कराने पर प्रसव संबंधी पूर्ण व्यय का वहन, प्रसवपूर्व, प्रसव के दौरान व प्रसव पश्चात दवाईयां व अन्य कंज्युमेबल्स निःशुल्क उपलब्ध करवाए जाएंगे। जांच भी निःशुल्क होगी। संस्थागत प्रसव होने पर तीन दिन तथा सिजेरियन ऑपरेशन होने पर सात दिन निःशुल्क भोजन दिया जाएगा। 

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