सोमवार, 26 सितंबर 2011

40 हजार में सौदा, कमरा भी हुआ था बुक लेकिन पड़ा रंग में भंग



पुष्कर.मुंबई व दिल्ली की तीन युवतियों को जयपुर के तीन युवकों के साथ संदिग्धावस्था में घूमते हुए पुलिस ने पकड़ लिया। ये सभी शनिवार रात जयपुर से आकर पुष्कर के मोतीसर रोड स्थित रिसोर्ट में ठहरे थे।



वापसी में थाने के बाहर नाकेबंदी के दौरान टैक्सी में सवार युवक-युवतियों से पूछताछ करने पर वे संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। पहचान छुपाने और गलत जानकारी देकर भागने के प्रयास में उन्हें पकड़ लिया गया। पुलिस ने उन्हें धारा 109 में गिरफ्तार कर लिया। अदालत ने उन्हें जमानत-मुचलके पर रिहा कर दिया।



पुलिस के मुताबिक युवकों में शास्त्री नगर जयपुर निवासी विशाल पुत्र शंकर लाल अग्रवाल, बनीपार्क निवासी लोकेश कृष्ण पुत्र कृष्ण कुमार अग्रवाल एवं राहुल जैन पुत्र पारस जैन शामिल हैं। इनमें से लोकेश होटल व्यवसायी का बेटा है।



उसके दो साथी अनाज का धंधा करते हैं। वहीं युवतियों में जिया भाटिया पत्नी दीपक उर्फ तुषार भाटिया महरौली दिल्ली की है। इसके अलावा आरती पटेल मोरबी तथा प्रेमलता शर्मा बनारस की है। तीनों अभी मुंबई में रह रही हैं।



दो दिन के 40 हजार :



जयपुर के रोहित नाम के व्यक्तिने तीनों युवतियों की युवकों के साथ दो दिन के लिए 40 हजार में मुलाकात तय की थी। तीनों युवतियां युवकों के साथ शनिवार को पुष्कर आई थीं। रिसोर्ट में सबने कमरे बुक करा रखे थे।



वे शनिवार रात ठहरने के बाद लौटते समय हत्थे चढ़ गए। उन्होंने खुद को पति-पत्नी बताया। एक युवक भागने लगा। जिसे पुलिस ने दबोच लिया।



"युवक-युवतियां आपत्तिजनक स्थिति में नहीं पकड़े गए। उन्होंने पहचान छुपाने और पुलिस सझूठ बोलने का प्रयास किया। उन्हें संदिग्धावस्था में घूमने के आरोप में गिरफ्तार किया है।"



रामपाल विश्नोई, कार्यवाहक थाना प्रभारी पुष्कर



खिलखिला रही थीं युवतियां :



थाने में युवतियों को गिरफ्तारी का मलाल नहीं था। उन्होंने मीडिया के सामने चेहरे रुमाल से ढंक लिए लेकिन वे खिलखिला रही थीं। एक युवती ने तो यहां तक कह दिया कि क्या मॉडलिंग के लिए फोटो खींच रहे हो?



घनघनाए फोन, पुलिस आई बैक फुट पर :



युवतियों के साथ युवकों के पकड़े जाने की सूचना परिजनों को मिलते ही अफसरों के फोन आने शुरू हो गए। इसके बाद पुलिस ने धारा 109 में कार्रवाई कर इतिश्री कर ली। एक होमगार्ड ने तो युवकों को मुंह ढकने के लिए थाने में रुमाल उपलब्ध कराए।

1 टिप्पणी:

  1. देह व्यापार अब एक शौक का स्थान ले चुका है, इसको अब कानून रोक नहीं सकता अच्छा हो सुप्रीम कोर्ट इस व्यापार को वैध करार देते हुए देश में "देह-कर" के नाम से एक और टैक्स लगा दे !

    जवाब देंहटाएं