जोधपुर. राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से इस वर्ष स्वास्थ्य विभाग में चिकित्सा अधिकारी (एमओ) के पद पर चयनित 156 अभ्यर्थियों के स्वास्थ्य विभाग ने नियुक्ति आदेश रद्द कर दिए हैं। विभाग के निदेशक की ओर से जारी आदेशों के अनुसार इन अभ्यर्थियों को कार्यभार ग्रहण करने के लिए पूरा अवसर दिया गया था।
दो वर्ष के प्रोबेशन समय के लिए चयनित इन डॉक्टरों ने निश्चित तिथि तक नियुक्ति स्थल पर अपनी उपस्थिति नहीं दी। इसके चलते विभाग ने नियुक्ति व पदस्थापन के आदेश रद्द कर दिए हैं। 156 डॉक्टरों में 28 डॉक्टरों के जोधपुर संभाग के पाली, जालोर, बाड़मेर व जैसलमेर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में पदस्थापित किया गया था।
ग्रामीण क्षेत्र से दूरी
प्रदेश में चिकित्सा विभाग के कर्मचारी ग्रामीण क्षेत्रों में हमेशा दूरी बनाते रहे हैं। इसको लेकर हर बार सरकार दूर दराज नौकरी करने वालों को अतिरिक्त लाभ व सुविधाएं देने की घोषणाएं करती है। लेकिन इन पर सही अमल नहीं होने से आज प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग में एक तिहाई डॉक्टरों के पद रिक्त पड़े हैं।
दो वर्ष के प्रोबेशन समय के लिए चयनित इन डॉक्टरों ने निश्चित तिथि तक नियुक्ति स्थल पर अपनी उपस्थिति नहीं दी। इसके चलते विभाग ने नियुक्ति व पदस्थापन के आदेश रद्द कर दिए हैं। 156 डॉक्टरों में 28 डॉक्टरों के जोधपुर संभाग के पाली, जालोर, बाड़मेर व जैसलमेर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में पदस्थापित किया गया था।
ग्रामीण क्षेत्र से दूरी
प्रदेश में चिकित्सा विभाग के कर्मचारी ग्रामीण क्षेत्रों में हमेशा दूरी बनाते रहे हैं। इसको लेकर हर बार सरकार दूर दराज नौकरी करने वालों को अतिरिक्त लाभ व सुविधाएं देने की घोषणाएं करती है। लेकिन इन पर सही अमल नहीं होने से आज प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग में एक तिहाई डॉक्टरों के पद रिक्त पड़े हैं।
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