बुधवार, 10 अगस्त 2011

पहली बार राजस्‍थान के पास पहुंची चीनी सेना, पाकिस्‍तान को सिखा रही लड़ाई के गुर


भारत की सीमा से महज 25 किलोमीटर दूर चीन और पाकिस्‍तान साझा युद्धअभ्‍यास कर रहे हैं। यह अभ्‍यास राजस्‍थान में जैसलमेर-बीकानेर जिलों से लगती सीमा के पास हो रहा है। इसमें चीन की पीपुल्‍स लिबरेशन आर्मी की 101 इंजीनियरिंग रेजीमेंट और पाकिस्‍तान रेंजर्स के जवान भाग ले रहे हैं। 


युद्ध अभ्‍यास शुरू हुए एक सप्‍ताह हो चुका है। एक महीने के इस युद्ध अभ्‍यास के बारे में जानकार बताते हैं कि ऐसा पहली बार हुआ है कि चीन की सेना पश्चिम में भारतीय सीमा के पास सक्रिय देखी गई है। 


खुफिया रिपोर्टों के मुताबिक चीन की ओर से पाकिस्‍तान को हर तरह की सैन्‍य मदद मिल रही है। वह पाकिस्‍तान को भारत के पश्चिमी क्षेत्र से सटे इलाकों में ताकत बढ़ाने के लिए टैंक अपग्रेड टेक्‍नोलॉजी और मानवरहित विमान (यूएवी) भी मुहैया करा रहा है। 


ताजा साझा युद्ध अभ्‍यास के बारे में जानकारी होने से भारतीय सेना इनकार कर रही है। आधिकारिक सूत्र बताते हैं कि पाकिस्‍तान रेंजर्स सालाना अभ्‍यास करती है, लेकिन अभी इस तरह का कोई युद्ध अभ्‍यास चलने के बारे में खबर नहीं है। पर खुफयिा सूत्र बताते हैं कि पीएलए पाकिस्‍तानी सैनिकों को यह सिखा रही है कि दुर्गम क्षेत्रों से टैंक और दूसरे भारी सैन्‍य वाहनों को कैसे लाया-ले जाया जा सकता है। और यह भी कि सेना को रास्‍ता देने के लिए पुल कैसे बनाया जाए। यह अभ्‍यास पाकिस्‍तान के रहिमियार खान इलाके के सेम नाला में चल रहा है। इस जगह की सीमा जैसलमेर के टनोट-किशनगढ़ इलाके से लगती है। अभ्‍यास में भाग लेने के लिए चीन की पूरी ब्रिगेड मौजूद है।

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