नई दिल्ली. कांग्रेस से सांसद प्रिया दत्त ने अन्ना हजारे का समर्थन करते हुए कहा है कि वह मजबूत लोकपाल बिल के पक्ष में हैं। मुंबई में अपने घर बाहर इकट्ठा हुए अन्ना समर्थकों के इस सवाल के जवाब में कि वो लोकपाल बिल पर पार्टी के साथ हैं या जनता के साथ है, प्रिया दत्त ने कहा कि वो जनता के साथ हैं। उन्होंने यह साफ कर दिया कि उनके यह विचार एक नागरिक के तौर पर हैं न कि सांसद के तौर पर। प्रिया दत्त ने अन्ना की इस मांग का समर्थन किया है कि पीएम और न्यायपालिका को लोकपाल के दायरे में लाया जाना चाहिए। हालांकि प्रिया दत्त ने यह भी कहा कि उन्हें लोकपाल पर दोनों बिलों में खामी नजर आती है।
केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने आज इस बात के संकेत दिए हैं कि सरकार नौकरशाही में निचले तबके के अफसरों से जुड़े भ्रष्टाचार से निपटने के लिए अलग कानून लाने पर विचार कर रही है। गौरलतब है कि टीम अन्ना की ओर से तैयार जनलोकपाल बिल के प्रावधानों में यह भी शमिल है।
भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम चला रहे अन्ना हजारे के अनशन के सातवें दिन, सोमवार को एक और सांसद ने उनके आंदोलन और जनलोकपाल को समर्थन देने का वादा किया है। गुजरात के सांसद किरीटभाई सोलंकी ने 'इंडिया अगेंस्ट करप्शन' की टीम को लिखित में अपना समर्थन दिया। अन्ना का आंदोलन 'इंडिया अगेंस्ट करप्शन' संगठन के बैनर तले चल रहा है। अहमदाबाद के सांसद हरेन पाठक ने अन्ना और जनलोकपाल बिल को समर्थन देने का ऐलान पहले ही किया है। पाठक और सोलंकी दोनों ही भाजपा से सांसद हैं। पाठक अहमदाबाद (पश्चिम) सीट तो सोलंकी अहमदाबाद (पूर्व) से सांसद हैं।
उधर, जयपुर में अन्ना को चुनाव लड़ने की चुनौती देने वाले कांग्रेसी सासंद को लोगों की भीड़ ने घेर लिया। जयपुर से सांसद महेश जोशी ने अन्ना को यह चुनौती दी थी। लोगों ने सांसद से पूछा कि वह पार्टी के साथ हैं या जनता के साथ। इस पर सांसद का जवाब था कि वो पार्टी के साथ हैं। अन्ना के समर्थकों ने काफी देर तक जोशी के जयपुर स्थित निवास के बाहर धरना दिया।
जोशी ने अन्ना हजारे को चुनौती देते हुए कहा थे कि अगर अन्ना जयपुर से चुनाव लड़ने की हिम्मत दिखाएं तो मैं इस्तीफा देकर फिर से चुनाव लड़ने को तैयार हूं। इससे पता लग जाएगा कि उनके पास कितना समर्थन है।
जोशी ने कहा कि अन्ना दावा करते हैं कि 85 प्रतिशत लोग कपिल सिब्बल के खिलाफ हैं, तो उनके खिलाफ चुनाव क्यों नहीं लड़ते? उन्होंने कहा कि कांग्रेस के चुनावी घोषणापत्र में न तो जनलोकपाल बिल का जिक्र था और न जनता से कोई वादा किया था। जनता हमें इसका समर्थन करने के लिए कह सकती है, लेकिन बिल पारित करने के लिए बाध्य नहीं कर सकती।
राजस्थान के पूर्व मंत्री जर्नादन सिंह गहलोत ने सांसद महेश जोशी की निंदा करते हुए कहा है कि अन्ना हजारे पर दिए गए इस बयान से साफ है कि जोशी देश के करोड़ों लोगों की भावनाओं की खिल्ली उड़ा रहे हैं। गहलोत ने यहां जारी एक बयान में कहा कि आज अन्ना हजारे करोड़ों भारतीयों के दिलों पर राज कर रहे हैं। जोशी अच्छी तरह जानते हैं कि अन्ना हजारे चुनाव नहीं लड़ेंगें इसलिए उन्होंने यह चुनौती दी है। गहलोत ने कहा कि जोशी की यह चुनौती उन्हें स्वीकार हैं और यदि जोशी अपने बयान पर अडिग हैं तो इस्तीफा देकर दोबारा चुनाव लड़े।
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