नई दिल्ली. जनलोकपाल बिल की मांग को लेकर बीते 16 अगस्त से अनशन कर रहे अन्ना हजारे की सेहत में गिरावट के संकेत आने शुरू हो गए। अन्ना के सहयोगी अरविंद केजरीवाल ने सोमवार सुबह बताया कि कि अन्ना का वजन पांच किलो घट गया है। उनके यूरीन और ब्लड सैंपल में किटोन की थोड़ी मात्रा पाई गई है। इसका मतलब इंसुलिन की कमी है।
शाम को किरण बेदी ने भी ट्वीट कर बताया कि अन्ना का बीपी, पल्स रेट स्थिर बना हुआ है। वजन 67 किलो है। वजन पांच किलो कम हो गया है। प्रार्थना करें।
टीम अन्ना का कहना है कि सात दिन के अनशन के बाद भी सरकार संवेदनहीन बनी हुई है और उनकी मांग को गंभीरता से नहीं ली रही है। टीम अन्ना की सदस्य किरण बेदी ने बताया कि अभी तक सरकार के साथ किसी तरह की बातचीत का प्रस्ताव नहीं आया है। पर टीवी चैनलों के मुताबिक पर्दे के पीछे से अनशन तुड़वाने की कवायद चल रही है। इनके मुताबिक कांग्रेस ने आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर से अन्ना हजारे से बात करने का अनुरोध किया है।
रविशंकर अनशन के दौरान लगातार अन्ना के संपर्क में हैं। वह तिहाड़ जेल में भी अन्ना से मिले थे और दो दिन में दूसरी बार रामलीला मैदान में भी अन्ना के साथ मंच पर बैठे नजर आए। सोमवार को भी श्री श्री अन्ना से मिलने मंच पर पहुंचे। हजारे से मिलने से पहले उन्होंने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि आपके जल्द ही अच्छी खबर मिलेगी।’
इससे पहले यह भी खबर आई थी कि अन्ना हजारे लोकपाल मामले में सिर्फ पीएम या राहुल गांधी से ही बात करना चाहते हैं और वह कपिल सिब्बल या पी चिदंबरम की मध्यस्थता नहीं चाहते हैं। हालांकि टीम अन्ना की सदस्य किरण बेदी ने ऐसी किसी खबर को अफवाह करार दिया।
अन्ना के आंदोलन को देशभर में मिल रहे व्यापक जनसमर्थन से टीम अन्ना में उत्साह है। टीम अन्ना के सदस्य अरविंद केजरीवाल ने समर्थकों से एकजुट रहने की अपील करते हुए कहा है कि असामाजिक तत्व इस आंदोलन में खलल डालने की फिराक में हैं। केजरीवाल ने कहा, ‘अन्ना के समर्थन में जुट रही भीड़ से कई लोग घबरा गए हैं। भ्रष्टाचारियों के पसीने छूट रहे हैं। हमें आज खबर मिली है कि कुछ असामाजिक तत्व देश के कुछ हिस्सों में हिंसा फैलाने की फिराक में है। कुछ उपद्रवी तत्व शांतिपूर्ण प्रदर्शन में बाधा पहुंचा सकते हैं ऐसे में आप सभी को सतर्क रहने की जरूरत है।’
सेना के रिटायर अधिकारी मेजर जनरल बीएन धर ने एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा, ‘अन्ना फौजी रहे हैं। फौजी जंग के मैदान को बीच में नहीं छोड़ते। वो इसे अंजाम तक पहुंचाते हैं।’-
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