पंजीकरण प्रक्रिया के संबंध में जारी नए दिशा निर्देश लागू करने के विरोध में अधिवक्ताओं ने दिया धरना
जोधपुर। कचहरी स्थित उपमहानिरीक्षक पंजीयन एवं पदेन कलक्टर मुद्रांक कार्यालय पर वकीलों ने बुधवार सुबह से धरना दिया तथा कार्यालय में पंजीयन करवाने जाने वालों को रोका तथा उनके साथ धक्का मुक्की भी की। वकीलों ने कार्यालय में प्रवेश करने वाले कुछ लोगों के हाथ से दस्तावेज लेकर फाड़ डाले तथा कार्यालय परिसर के सामने नारेबाजी की।
राजस्थान हाईकोर्ट एडवोकेट्स एसोसिएशन के सह सचिव अनिल गौड़ तथा पूर्व महासचिव नाथूसिंह राठौड़ ने बताया कि पिछले माह तक पंजीयन कार्यालय में प्रदेश विधान सभा में पारित एनीव्हेयर रजिस्ट्रेशन नीति से पंजीयन किया जा रहा था, जिससे एक रजिस्ट्री करवाने में आधे से पौन घंटा भी नहीं लगता था।
लेकिन अब पंजीकरण प्रक्रिया बदलने के साथ ही सभी रजिस्ट्रियों के लिए सिर्फ एक स्थान पर दस्तावेज जमा करवाने होते हैं जिन्हें उपमहानिरीक्षक चैक करने के बाद मार्क करते हैं तथा बाद में रजिस्टर में इन्द्राज कर विभिन्न क्षेत्राधिकार वाले पंजीयक के पास भेजा जाता है। इससे पूरा दिन खराब होता है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में उन्होंने पूर्व में जिला कलेक्टर से मिलकर ज्ञापन दिया था, लेकिन विभाग की ओर से हठधर्मिता दिखाए जाने पर वकीलों के सामने संघर्ष के अलावा कोई चारा नहीं रहा।
इधर उपमहानिरीक्षक पंजीयन बीआर चौधरी ने कहा कि उनके सामने महानिरीक्षक की ओर से जारी निर्देश मानने की बाध्यता है तथा विदिन फ्रेम वर्क वे अधिवक्ताओं के सभी तरह के सुझाव मानने को तैयार हैं।
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