कलयुगी मां ने बेच डाली नाबालिग बेटी!
उदयपुरवाटी। गुढ़ागौड़जी थाना क्षेत्र में एक महिला पर अपनी ही नाबालिग बेटी को बेचने के आरोप लगे हैं। यह आरोप किशोरी की ओर से आपबीती बताए जाने के बाद उसके मामा ने लगाया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हालांकि बुधवार सुबह तक मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
पुलिस के मुताबिक अभी तक जो मामला सामने आया है, उसके मुताबिक बीते सत्र में कक्षा छह की परीक्षा पास करने वाली 15 वर्षीय किशोरी को उसकी मां 24 जून 2011 को कपड़े दिलाने के बहाने घर से बाजार ले गई। आरोप है कि गुढ़ागौड़जी के घूमचक्कर के पास की गली में पहले से मोहनलाल बगडिया निवासी गुढ़ागौड़जी, अशोक निवासी ठिकरिया सहित कुछ लोग गाड़ी लिए खड़े थे। मां बेटी जब गाड़ी से होकर गुजरे तो वहां मौजूद लोगों ने किशोरी को गाड़ी में डालकर मुंह पर कपड़ा बांध दिया और पहाड़ की ओर लेकर चले गए।
फिर उसे जबरदस्ती नए कपड़े पहनाए और पहाड़ी पर स्थित मंदिर में पीपल के पेड़ के नीचे थोड़ी आग जलाकर दो चक्कर लगवाए। उसके बाद वे लोग उसे ठिकरिया अशोक के घर लेकर चले गए। उसे वहां सात-आठ दिन रखा एवं वहां अशोक ने जबरदस्ती ज्यादती की। अशोक ने किशोरी को बताया कि उसकी मां व दलाल को उसने दो लाख 15 हजार रूपए देकर उसे खरीद लिया है। उसे अब यहीं पर रहना होगा। कुछ दिन बाद किशोरी ने अशोक से अपने वृद्घ दादा से मिलवाने का आग्रह किया। अशोक इसके लिए तैयार हो गया और जब किशोरी अपने दादा के पास पहुंची तो आप बीती सुनाई। उसने अपने मामा को भी पूरी घटना बताई। मामला खुलने के बाद किशोरी के मामा ने पुलिस को सूचना दी और एफआईआर दर्ज कराई।
उदयपुरवाटी। गुढ़ागौड़जी थाना क्षेत्र में एक महिला पर अपनी ही नाबालिग बेटी को बेचने के आरोप लगे हैं। यह आरोप किशोरी की ओर से आपबीती बताए जाने के बाद उसके मामा ने लगाया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हालांकि बुधवार सुबह तक मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
पुलिस के मुताबिक अभी तक जो मामला सामने आया है, उसके मुताबिक बीते सत्र में कक्षा छह की परीक्षा पास करने वाली 15 वर्षीय किशोरी को उसकी मां 24 जून 2011 को कपड़े दिलाने के बहाने घर से बाजार ले गई। आरोप है कि गुढ़ागौड़जी के घूमचक्कर के पास की गली में पहले से मोहनलाल बगडिया निवासी गुढ़ागौड़जी, अशोक निवासी ठिकरिया सहित कुछ लोग गाड़ी लिए खड़े थे। मां बेटी जब गाड़ी से होकर गुजरे तो वहां मौजूद लोगों ने किशोरी को गाड़ी में डालकर मुंह पर कपड़ा बांध दिया और पहाड़ की ओर लेकर चले गए।
फिर उसे जबरदस्ती नए कपड़े पहनाए और पहाड़ी पर स्थित मंदिर में पीपल के पेड़ के नीचे थोड़ी आग जलाकर दो चक्कर लगवाए। उसके बाद वे लोग उसे ठिकरिया अशोक के घर लेकर चले गए। उसे वहां सात-आठ दिन रखा एवं वहां अशोक ने जबरदस्ती ज्यादती की। अशोक ने किशोरी को बताया कि उसकी मां व दलाल को उसने दो लाख 15 हजार रूपए देकर उसे खरीद लिया है। उसे अब यहीं पर रहना होगा। कुछ दिन बाद किशोरी ने अशोक से अपने वृद्घ दादा से मिलवाने का आग्रह किया। अशोक इसके लिए तैयार हो गया और जब किशोरी अपने दादा के पास पहुंची तो आप बीती सुनाई। उसने अपने मामा को भी पूरी घटना बताई। मामला खुलने के बाद किशोरी के मामा ने पुलिस को सूचना दी और एफआईआर दर्ज कराई।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें