ग्वालियर. जज साहब, मुझे अकेले में बहुत डर लगता है, मुझे अन्य बंदियों के साथ ही रखा जाए।
जिला अदालत से यह गुहार मंगलवार को शातिर शूटर सरमन शिवहरे ने की। वहीं, अदालत ने उसकी पुलिस रिमांड तीन दिन के लिए बढ़ा दी है।
जनकगंज पुलिस ने कड़ी सुरक्षा के बीच मंगलवार को एसीजेएम देवेंद्र पाल सिंह गौर के समक्ष सरमन को पेश किया। टीआई निर्मल जैन ने सरमन से फर्जी वोटर आईडी, फर्जी मार्कशीट व मोहर, फर्जी पेनकार्ड बरामद करने की बात अदालत को बताई।
उन्होंने बताया कि सरमन के पास से एक कंप्यूटर और टाइप राइटर भी बरामद किया जाना शेष हैं। सरमन ने कुबूल किया है कि ये सामान देवास के ठिकाने पर रखे हैं। इनसे कई महत्वपूर्ण तथ्य सामने आ सकते हैं।
वहीं, सरमन ने अदालत से गुहार लगाई कि उसे हवालात में अकेले बंद नहीं किया जाए। उसने कहा कि अकेले में मेरा जी घबराता है। उसने कहा कि मेरा हाथ भी सही हो गया है, इसलिए मेरा प्लास्टर कटवा दिया जाए।
दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद अदालत ने सरमन को जनकगंज थाना पुलिस को तीन दिन की रिमांड पर सौंप दिया और उसके हाथ की डाक्टरी जांच के आदेश दिए।
सरमन की ओर से पैरवी करने वाले अधिवक्ता प्रदीप बोरसे ने बताया कि सरमन पर भारतीय दंड संहिता की धारा 302, 394, 120-बी और मध्यप्रदेश डकैती अधिनियम 11-13 के तहत आरोप हैं।
फिल्में देखकर सरमन ने सीखे थे वारदात करने के तरीके
शूटर सरमन शिवहरे ने वारदात करने का तरीका किसी बदमाश से नहीं, बल्कि फिल्में देखकर सीखा है। इसके लिए उसने बिच्छू, धूम और कृष फिल्मों को कई बार देखा था।
सरमन का कहना है कि उसे अकेले वारदात करने की सबसे ज्यादा सीख बॉबी देओल की फिल्म बिच्छू से मिली थी। यह बात सरमन शिवहरे ने पुलिस की पूछताछ के दौरान बताईं।
जनकगंज थाने में की जा रही पूछताछ के दौरान सरमन ने पुलिस को बताया कि उसने जब अपराध करने के बारे में पहली बार सोचा था, तो यह भी ठान लिया था कि वह अपने अपराधों में किसी दूसरे को शामिल नहीं करेगा।
अकेले वारदात करने का तरीका अच्छी तरह से सीखने के लिए उसने सबसे पहले बॉबी देओल की फिल्म बिच्छू देखी और उसके बाद धूम और कृष देखीं। इन फिल्मों में हीरो अकेले ही वारदात करता था।
वारदात के दौरान वह क्या-क्या सावधानियां रखता था, इसको सरमन ने गौर से देखा था। पुलिस सरमन शिवहरे की वारदातों और उसके तरीके को लेकर गहन पूछताछ कर रही है।
बनाए थे फर्जी कार्ड:
जनकगंज थाने की पुलिस सरमन को लेकर देवास जाएगी। सरमन ने पुलिस को बताया है कि फर्जी वोटर और पेन कार्ड उसने देवास में बनाए थे। जिस कंप्यूटर से यह फर्जी दस्तावेज बनाए थे, वह उसका ही है।
इस कंप्यूटर को उसने देवास में एक दुकान में रखा है। टीआई जनकगंज निर्मल जैन के अनुसार कंप्यूटर बरामद करने के लिए पुलिस देवास जाएगी।
जिला अदालत से यह गुहार मंगलवार को शातिर शूटर सरमन शिवहरे ने की। वहीं, अदालत ने उसकी पुलिस रिमांड तीन दिन के लिए बढ़ा दी है।
जनकगंज पुलिस ने कड़ी सुरक्षा के बीच मंगलवार को एसीजेएम देवेंद्र पाल सिंह गौर के समक्ष सरमन को पेश किया। टीआई निर्मल जैन ने सरमन से फर्जी वोटर आईडी, फर्जी मार्कशीट व मोहर, फर्जी पेनकार्ड बरामद करने की बात अदालत को बताई।
उन्होंने बताया कि सरमन के पास से एक कंप्यूटर और टाइप राइटर भी बरामद किया जाना शेष हैं। सरमन ने कुबूल किया है कि ये सामान देवास के ठिकाने पर रखे हैं। इनसे कई महत्वपूर्ण तथ्य सामने आ सकते हैं।
वहीं, सरमन ने अदालत से गुहार लगाई कि उसे हवालात में अकेले बंद नहीं किया जाए। उसने कहा कि अकेले में मेरा जी घबराता है। उसने कहा कि मेरा हाथ भी सही हो गया है, इसलिए मेरा प्लास्टर कटवा दिया जाए।
दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद अदालत ने सरमन को जनकगंज थाना पुलिस को तीन दिन की रिमांड पर सौंप दिया और उसके हाथ की डाक्टरी जांच के आदेश दिए।
सरमन की ओर से पैरवी करने वाले अधिवक्ता प्रदीप बोरसे ने बताया कि सरमन पर भारतीय दंड संहिता की धारा 302, 394, 120-बी और मध्यप्रदेश डकैती अधिनियम 11-13 के तहत आरोप हैं।
फिल्में देखकर सरमन ने सीखे थे वारदात करने के तरीके
शूटर सरमन शिवहरे ने वारदात करने का तरीका किसी बदमाश से नहीं, बल्कि फिल्में देखकर सीखा है। इसके लिए उसने बिच्छू, धूम और कृष फिल्मों को कई बार देखा था।
सरमन का कहना है कि उसे अकेले वारदात करने की सबसे ज्यादा सीख बॉबी देओल की फिल्म बिच्छू से मिली थी। यह बात सरमन शिवहरे ने पुलिस की पूछताछ के दौरान बताईं।
जनकगंज थाने में की जा रही पूछताछ के दौरान सरमन ने पुलिस को बताया कि उसने जब अपराध करने के बारे में पहली बार सोचा था, तो यह भी ठान लिया था कि वह अपने अपराधों में किसी दूसरे को शामिल नहीं करेगा।
अकेले वारदात करने का तरीका अच्छी तरह से सीखने के लिए उसने सबसे पहले बॉबी देओल की फिल्म बिच्छू देखी और उसके बाद धूम और कृष देखीं। इन फिल्मों में हीरो अकेले ही वारदात करता था।
वारदात के दौरान वह क्या-क्या सावधानियां रखता था, इसको सरमन ने गौर से देखा था। पुलिस सरमन शिवहरे की वारदातों और उसके तरीके को लेकर गहन पूछताछ कर रही है।
बनाए थे फर्जी कार्ड:
जनकगंज थाने की पुलिस सरमन को लेकर देवास जाएगी। सरमन ने पुलिस को बताया है कि फर्जी वोटर और पेन कार्ड उसने देवास में बनाए थे। जिस कंप्यूटर से यह फर्जी दस्तावेज बनाए थे, वह उसका ही है।
इस कंप्यूटर को उसने देवास में एक दुकान में रखा है। टीआई जनकगंज निर्मल जैन के अनुसार कंप्यूटर बरामद करने के लिए पुलिस देवास जाएगी।
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