ठाणे आदिवासी परिसर शहापुर के सरकारी आश्रमशाला की 14 वर्षीय एक छात्रा के गर्भवती होने की घटना प्रकाश में आई है। इस छात्रा को ठाणे सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस तरह की दूसरी घटना के बाद आदिवासी विकास मंत्री राजेंद्र गावित ने मामले की उच्चस्तरीय जांच करने और दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही है। गौरतलब है कि कुछ समय पहले शहापुर के सावरोली स्थित सरकारी आश्रमशाला की पांचवीं की एक छात्रा ने एक बालक को जन्म दिया था।
सूत्रों के मुताबिक शहापुर के डोलखाम्ब स्थित सरकारी आश्रमशाला की 14 वर्षीय बालिका पिछले दिनों अचानक बीमार पड़ गई। आश्रमशाला के अध्यापक पी.वाय.देवरे ने बालिका को डोलखाम्ब स्थित प्राइमरी हेल्थ सेंटर में भर्ती कराया। जांच में बालिका को तीन माह के गर्भ का पता चला, फिर उसे शहापुर के जिला अस्पताल और वहां से ठाणे के सिविल अस्पताल भेजा गया। स्वास्थ्य अधीक्षक राजेश चिंचोलिकर के मुताबिक जनवरी के बाद आश्रम शाला के विद्यार्थियों के स्वास्थ्य का परीक्षण नहीं किया गया है। वहीं, शहापुर के परियोजना अधिकारी अर्जुन हसे पाटील का दावा है कि विद्यार्थियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया था। बालिका के परिजनों ने पुलिस से की शिकायत वापस ले ली है।
सूत्रों के मुताबिक शहापुर के डोलखाम्ब स्थित सरकारी आश्रमशाला की 14 वर्षीय बालिका पिछले दिनों अचानक बीमार पड़ गई। आश्रमशाला के अध्यापक पी.वाय.देवरे ने बालिका को डोलखाम्ब स्थित प्राइमरी हेल्थ सेंटर में भर्ती कराया। जांच में बालिका को तीन माह के गर्भ का पता चला, फिर उसे शहापुर के जिला अस्पताल और वहां से ठाणे के सिविल अस्पताल भेजा गया। स्वास्थ्य अधीक्षक राजेश चिंचोलिकर के मुताबिक जनवरी के बाद आश्रम शाला के विद्यार्थियों के स्वास्थ्य का परीक्षण नहीं किया गया है। वहीं, शहापुर के परियोजना अधिकारी अर्जुन हसे पाटील का दावा है कि विद्यार्थियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया था। बालिका के परिजनों ने पुलिस से की शिकायत वापस ले ली है।
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