बेंगलुरु।। केंद सरकार द्वारा सोमवार को वीजा अवधि बढ़ाने के बाद सिस्टर जीन के नाम से जाने जानी वाली ब्रिटिश कैथोलिक नन जैक्लीन जीन मैक्वान बेंगलुरु में एक महीने और रह सकेंगी।
कुष्ठ रोगियों के कल्याण के लिए काम करने वाली संस्था 'सोसायटी फॉर द वेलफेयर ऐंड रिहैबिलिटेशन ऑफ लेप्रोसी पेशेंट्स' के निदेशक जॉर्ज कन्नन थावन ने बताया कि गृह मंत्रालय से सिस्टर जीन के वीजा विस्तार सम्बन्धी पत्र प्राप्त हुआ है। प्रावधानों के अनुसार इसे और बढ़ाने के लिए आवेदन जल्द किया जाएगा।
सुमनहल्ली की मदर टेरेसा के नाम से प्रसिद्ध सिस्टर जीन 1982 से बेंगलुरु में रहकर कुष्ठ रोगियों के लिए सचल क्लीनिक चलाती हैं। 1982 से ही वे प्रत्येक साल वीजा का नवीनीकरण कराती रही हैं।
सिस्टर जीन ने कहा कि उन्हें इससे बहुत राहत मिली कि सरकार ने उन्हें यहां रुकने और कुष्ठ रोगियों की सेवा करने की अनुमति दी।
उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि मुझे गरीबों की सेवा करने की अनुमति जारी रखने की अनुमति आगे भी मिलेगी।
कुष्ठ रोगियों के कल्याण के लिए काम करने वाली संस्था 'सोसायटी फॉर द वेलफेयर ऐंड रिहैबिलिटेशन ऑफ लेप्रोसी पेशेंट्स' के निदेशक जॉर्ज कन्नन थावन ने बताया कि गृह मंत्रालय से सिस्टर जीन के वीजा विस्तार सम्बन्धी पत्र प्राप्त हुआ है। प्रावधानों के अनुसार इसे और बढ़ाने के लिए आवेदन जल्द किया जाएगा।
सुमनहल्ली की मदर टेरेसा के नाम से प्रसिद्ध सिस्टर जीन 1982 से बेंगलुरु में रहकर कुष्ठ रोगियों के लिए सचल क्लीनिक चलाती हैं। 1982 से ही वे प्रत्येक साल वीजा का नवीनीकरण कराती रही हैं।
सिस्टर जीन ने कहा कि उन्हें इससे बहुत राहत मिली कि सरकार ने उन्हें यहां रुकने और कुष्ठ रोगियों की सेवा करने की अनुमति दी।
उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि मुझे गरीबों की सेवा करने की अनुमति जारी रखने की अनुमति आगे भी मिलेगी।
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