सम्मान का अपमान, माला से जूते पोंछे
बीकानेर। केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश ने श्रीकोलायत में सोमवार को आयोजित जनसभा में मंच पर ही गांधी दर्शन की प्रतीक सूत की माला से अपने जूते पोंछ लिए। उस समय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जनता को सम्बोधित करते हुए गांधी जी के आदर्शो को साकार करने का आह्वान कर रहे थे। जयराम को सूत की माला जिला प्रमुख रामेश्वर डूडी ने स्वागत करते हुई पहनाई थी।
केन्द्रीय मंत्री ने थोड़ी देर बाद माला गले से उतार कर सामने मेज पर रख दी और मोबाइल से खेलने लगे। अचानक उनकी निगाह अपने जूतों पर छाई धूल पड़ी । उन्होंने मेज पर रखी वहीं माला उठाई जो थोड़ी देर पहले उनके गले में थी और उसी से जूते साफ कर लिए। सभा में मौजूद ग्रामीण यह देख कर खुसर-पुसर करने लगे। मंच पर मौजूद कई जनप्रतिनिधियों की निगाह भी उन पर पड़ी पर उन्होंने निगाह फेर ली।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गांधी दर्शन में आस्था होने के कारण फूलों की बजाय सूत की माला से स्वागत की परम्परा डाली थी। उन्होंने मंच से अपने सम्बोधन में कहा भी कि हम जनता के ट्रस्टी, मुनीम-गुमाश्ते हैं। इसी सपने के साथ बापू ने देश को आजाद करवाया। यही भावना केन्द्र सरकार की है।
बीकानेर। केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश ने श्रीकोलायत में सोमवार को आयोजित जनसभा में मंच पर ही गांधी दर्शन की प्रतीक सूत की माला से अपने जूते पोंछ लिए। उस समय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जनता को सम्बोधित करते हुए गांधी जी के आदर्शो को साकार करने का आह्वान कर रहे थे। जयराम को सूत की माला जिला प्रमुख रामेश्वर डूडी ने स्वागत करते हुई पहनाई थी।
केन्द्रीय मंत्री ने थोड़ी देर बाद माला गले से उतार कर सामने मेज पर रख दी और मोबाइल से खेलने लगे। अचानक उनकी निगाह अपने जूतों पर छाई धूल पड़ी । उन्होंने मेज पर रखी वहीं माला उठाई जो थोड़ी देर पहले उनके गले में थी और उसी से जूते साफ कर लिए। सभा में मौजूद ग्रामीण यह देख कर खुसर-पुसर करने लगे। मंच पर मौजूद कई जनप्रतिनिधियों की निगाह भी उन पर पड़ी पर उन्होंने निगाह फेर ली।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गांधी दर्शन में आस्था होने के कारण फूलों की बजाय सूत की माला से स्वागत की परम्परा डाली थी। उन्होंने मंच से अपने सम्बोधन में कहा भी कि हम जनता के ट्रस्टी, मुनीम-गुमाश्ते हैं। इसी सपने के साथ बापू ने देश को आजाद करवाया। यही भावना केन्द्र सरकार की है।
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