नवांशहर/राहों . पंद्रह साल की उम्र और दो कत्ल, दोनों ही मामलों में बच्चों की हत्या और हत्या का तरीका भी रोंगटे खड़े कर देने वाला। इस कुख्यात किशोर पर एटीएम तोड़ने का भी आरोप है। एक बार फिर वह पुलिस के शिकंजे में है। हत्या के एक मामले में वह जमानत पर छूटकर आया हुआ था। जानकारी के अनुसार रविवार शाम राहों कस्बे के मलकीत नगर निवासी बलजीत सिंह के घर की छत पर बोरी में बंद मिले एक आठ वर्षीय बच्चे का शव मिलने से सनसनी फैल गई।
सूचना तुरंत पुलिस को दी गई। पुलिस ने जब जांच शुरू की तो जो तथ्य सामने आए वह चौंकाने वाले थे। एसएसपी डा. नरिंदर भार्गव के अनुसार बलजीत सिंह के घर की छत पर जिस आठ वर्षीय हरनूर नामक बच्चे का शव बरामद किया गया उसका कत्ल किसी और ने नहीं बल्कि एक नाबालिग लड़के ने ही किया था। यह आरोपी 2007 में भी एक साढ़े तीन वर्षीय बच्चे की हत्या कर चुका है। इसके अलावा पिछले दिनों राहों में एटीएम तोड़ने के मामले में भी यही लड़का आरोपी है। हत्या के आरोपी राहों के रहने वाले लवली को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि हत्या के बाद शव को बोरी में डालकर किसी दूसरे के घर में छिपाने के आरोप में उसके एक अन्य साथी गांव उस्मानपुर निवासी बलजीत राम को भी गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस ने बताया कि मृतक बच्चे की पहचान हरनूर उर्फ सोनू पुत्र महावीर सिंह के रूप में हुई है, जोकि अपने माता-पिता के साथ मोहल्ला पहाड़ सिंह में रहता था। उन्होंने बताया कि मलकीत नगर निवासी बलजीत सिंह ने राहों पुलिस को सूचना दी थी कि वह परिवार के साथ किसी रिश्तेदारी में गया हुआ था। जब घर वापस आने पर उसकी माता घर की छत पर गई तो वहां पर एक बोरी पड़ी थी, जिसमें से बदबू आ रही थी।
पुलिस ने जब बोरी का मुंह खोला तो एक आठ वर्षीय बच्चे का शव बरामद हुआ, जिसकी पहचान हरनूर के रूप में हुई। जांच में यह सामने आया कि वह राहों के मोहल्ला आरनहाली के रहने वाले बिट्टू के पुत्र संदीप कुमार उर्फ लवली (साढ़े 15 साल) के संपर्क में भी आया था, जिस कारण शक की सुई संदीप पर गई।
थाना राहों के एसएचओ सुरिंदर चांद के अनुसार हत्या के आरोप में पकड़े गए संदीप कुमार उर्फ लवली के पिता का देहांत हो चुका है, जबकि वह खुद एक खराद की दुकान पर काम करता है। उसकी मां भी परिवार के पालन पोषण के लिए काम करती है, जबकि एक छोटी बहन स्कूल जाती है।
ऐसे की थी हत्या
उसने बताया कि वह दुकान पर बैठा बिस्कुट खा रहा था। इसी दौरान हरनूर ने उससे बिस्कुट मांगे। जब उसने मना किया तो हरनूर ने उसे अशब्द बोले, जिससे उसे गुस्सा आया और वह हरनूर को छत पर ले गया और लोहे के सूए से हत्या करके शव को बाथरूम में रख दिया। इसके बाद उसने दुकान पर काम करने वाले बलजीत राम को बुलाया और शव को बोरी में डालकर बलजीत के घर पर फेंक दिया।
2007 में भी हत्या की
पुलिस ने बताया कि लवली ने 2007 में एक साढ़े तीन वर्ष के बच्चे लवप्रीत सिंह की भी इसी तरह छत पर ले जाकर कांच के टुकड़ा घोंप कर हत्या कर दी थी। कोर्ट को यह भी बताया जाएगा कि संदीप ने हत्या के दूसरे मामले को जिस तरह अंजाम दिया है इस तरह वह किसी भी व्यक्ति के लिए खतरा बन सकता है। उन्होंने बताया कि संदीप को पहले दोनों मामलों में जमानत मिल चुकी थी।
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