ढाका ।। बांग्लादेश के संविधान में ' अल्लाह ' शब्द शामिल किए जाने की मांग को लेकर हुए प्रदर्शनों के हिंसक रूप लेने से कम से कम 100 लोग घायल हो गए हैं। विवाद इस बात को लेकर है कि खुदा के लिए संविधान में किस नाम का इस्तेमाल किया जाए।
मिली जानकारी के मुताबिक कट्टरपंथी संगठन ' जमात-ए-इस्लामी ' के कार्यकर्ताओं ने ढाका-चटगांव राजमार्ग पर उपद्रव मचाया। इस संगठन का कहना है कि हाल ही में संशोधित हुए बांग्लादेश के संविधान में ' अल्लाह ' शब्द को फिर से शामिल किया जाए। बांग्लादेशी संविधान में ' क्रिएटर ' शब्द का इस्तेमाल किया गया है।
चश्मदीदों के मुताबिक प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग के समर्थकों ने हिंसक प्रदर्शन कर रहे लोगों का विरोध किया, जिसके बाद स्थिति और विकट हो गई। कई जगहों पर पुलिसकर्मियों के हथियार भी छीन लिए गए। घायलों में 10 पुलिसकर्मी शमिल हैं।
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, ' जमात के कार्यकर्ताओं ने राजमार्ग पर पंचवटी इलाके में पुलिस की टीम को चारों ओर से घेर लिया। इसके बाद झड़प की शुरुआत हुई। हिंसा के दौरान पुलिस को दो हथियार खोने पड़े। ' जमात के इस प्रदर्शन को मुख्य विपक्षी दल बांग्लादेशी नैशनलिस्ट पार्टी ( बीएनपी ) और कई अन्य दलों का समर्थन प्राप्त था।
मिली जानकारी के मुताबिक कट्टरपंथी संगठन ' जमात-ए-इस्लामी ' के कार्यकर्ताओं ने ढाका-चटगांव राजमार्ग पर उपद्रव मचाया। इस संगठन का कहना है कि हाल ही में संशोधित हुए बांग्लादेश के संविधान में ' अल्लाह ' शब्द को फिर से शामिल किया जाए। बांग्लादेशी संविधान में ' क्रिएटर ' शब्द का इस्तेमाल किया गया है।
चश्मदीदों के मुताबिक प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग के समर्थकों ने हिंसक प्रदर्शन कर रहे लोगों का विरोध किया, जिसके बाद स्थिति और विकट हो गई। कई जगहों पर पुलिसकर्मियों के हथियार भी छीन लिए गए। घायलों में 10 पुलिसकर्मी शमिल हैं।
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, ' जमात के कार्यकर्ताओं ने राजमार्ग पर पंचवटी इलाके में पुलिस की टीम को चारों ओर से घेर लिया। इसके बाद झड़प की शुरुआत हुई। हिंसा के दौरान पुलिस को दो हथियार खोने पड़े। ' जमात के इस प्रदर्शन को मुख्य विपक्षी दल बांग्लादेशी नैशनलिस्ट पार्टी ( बीएनपी ) और कई अन्य दलों का समर्थन प्राप्त था।
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