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ढाकावाला माइनर पर हुई वारदात : कुल्हाड़ी व फावड़े से वार कर कर दी हत्या |
नाचना |
नाचना नहरी क्षेत्र के भारेवाला सरहद स्थित ढाका वाला माइनर के चक 3 डी डब्ल्यू एम में शुक्रवार रात्रि करीब साढ़े नौ बजे कुछ लोगों ने धारदार हथियारों से एक व्यक्ति पर हमला कर दिया। जिसे गंभीर रूप से घायल अवस्था में नाचना चिकित्सालय लाते समय रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गणपतलाल, पुलिस उपअधीक्षक पोकरण कल्याणमल बंजारा नाचना पहुंचे तथा घटना स्थल का मौका मुआयना किया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गणपतलाल ने बताया कि नेगाराम पुत्र रामनारायण ने रिपोर्ट दर्ज करवाई कि शुक्रवार रात्रि को साढ़े नौ बजे पक्के खाले पर काश्तकार भंवरलाल, नेगाराम, चून्नीलाल, चूनाराम, गिरधारीलाल, गुमानाराम व अक्षयचंद्र सभी मिट्टी निकाल रहे थे। पानी चालू होने पर आगे गिरधारीलाल तथा पीछे पीछे सभी काश्तकार चल रहे थे। पास ही में छिपकर बैठे भंवरलाल पुत्र दीपाराम, भंवरीदेवी पत्नी भंवरलाल, शिवलाल पुत्र भंवरलाल, श्रवण कुमार पुत्र भंवरलाल ने गिरधारीलाल पुत्र रामनारायण (35) पर अचानक बरछी, फावड़ा व कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। गिरधारीलाल के चिल्लाने पर पीछे चल रहे काश्तकार दौड़कर वहां आए तब तक उन्होंने गिरधारीलाल के दोनों पांव, एक हाथ, आंख व नाक को काट दिया था। घायल अवस्था में उसे नाचना लाते समय बीच रास्ते में ही दम तोड़ दिया। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाकर शव को परिजनों को सौंप दिया तथा धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मामले की जांच नाचना थानाधिकारी सुनील विश्नोई कर रहे हैं। |
करंट लगने से श्रमिक की मौत |
मुआवजे को लेकर विवाद गहराया, देर शाम तक मृतक के परिजनों ने अस्पताल से शव को नहीं उठाया। मोहनगढ़. कस्बे में स्थित बस स्टैंड पर ग्राम पंचायत की ओर से निर्माणाधीन दुकानों पर छत की भराई करने के दौरान वहां से गुजर रही 11 केवी बिजली लाइन की चपेट में आने से एक श्रमिक की मौत हो गई। श्रमिक के परिजन व ग्रामीण मुआवजे व मृतक के पुत्र को नौकरी लगाने की मांग पर अड़े रहे। विवाद गहरा जाने के चलते देर शाम तक परिजनों ने मृतक का शव नहीं उठाया। जानकारी के अनुसार बस स्टैंड पर ग्राम पंचायत मोहनगढ़ की ओर से बनाई जा रही दुकानों पर शनिवार को छत भराई का कार्य चल रहा था। दोपहर में करीब बारह बजे छत भराई कर रहे श्रमिक रिड़मलराम (18) पुत्र जस्साराम जाति भाटी निवासी मोहनगढ़ ऊपर से गुजर रही 11 केवी की बिजली की तार की चपेट में आ गया। इस दौरान उसके पास खड़े कुछ श्रमिकों को भी करंट आया लेकिन वे तत्काल छूट गए। मगर रिड़मलराम करंट की वजह से बेहोश हो गया। उसे स्वास्थ्य केन्द्र लाया गया जहां प्राथमिक उपचार के बाद जैसलमेर रैफर कर दिया। जैसलमेर चिकित्सालय में इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। श्रमिक के मौत के बाद चिकित्सालय में ग्रामीणों की काफी भीड़ एकत्र हो गई। मृतक के परिजन भी रोते बिलखते रहे। इसके बाद मृतक परिजन व ग्रामीण मुआवजे व मृतक के पुत्र को नौकरी लगाने की मांग करने लगे। विवाद गहरा गया और प्रशासन द्वारा समझाइश के बाद भी मामला शांत नहीं हुआ। कलेक्टर एम.पी. स्वामी, एसडीएम, तहसीलदार मौके पर पहुंचे और मृतक के परिजनों से समझाइश की। उधर किसान नेता अचलाराम जाट ने कहा कि ग्रामीणों की मांग है कि 5 लाख रुपए मुआवजा देने के साथ साथ मृतक के पुत्र को नौकरी भी दी जाए। इस पर प्रशासनिक अधिकारी सहमत नहीं हुए और उन्होंने 20 हजार रुपए मुआवजा देने के अलावा शेष मांगों के लिए सरकार को लिखने की बात कही। जिस पर सहमति नहीं बनी। मृतक के शव को मोर्चरी में रखवा दिया और उसके परिजन व ग्रामीण चिकित्सालय परिसर में बैठे रहे। |
रविवार, 31 जुलाई 2011
जैसलमेर , आज की ताजा खबर.
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