मंगलवार, 5 जुलाई 2011

बाल विवाह शिकायत पर हुका पानी बंद बाड़मेर

बाल विवाह शिकायत पर हुका पानी बंद बाड़मेर  

बाड़मेर जिले के  बालोतरा पुलिस थाना क्षेत्र मे रविवार शाम  सत्रह सामाजिक पंचो के खिलाफ समाज से बहिष्कृत कर हुक्का पानी बंद करने व रूपए हड़पने का मामला दर्ज हुआ  5मई को उसने एक बाल विवाह रूकवाने के लिए शिकायत की थी। इससे नाराज सामाजिक सत्रह पंचो ने समाज की पंचायती करवाकर उससे 25 हजार रूपए वसूल लिए। 2 लाख 75 हजार रूपए और देने को कहा। यह राशि अदा नहीं करने पर उन्होने उसे समाज से बहिष्कृत कर हुक्का पानी बंद कर दिया
राज्य और केंद्र सरकार के द्वारा बाल विवाह की रोकथाम के लिए कई नियम और कड़े क़ानून बनाए गए हैं लेकिन धरातल पर इन कानूनों की पालना नहीं हो रही हैं बाड़मेर मैं प्रशासन और पुलिस के कुछ लोगो को एक व्यक्ति के द्वारा बाल विवाह की सूचना दी गई तो उसके बाद सूचना देने वाले उस व्यक्ति पर समाज के स्वयम्भू पंचो का जुल्म-ओ-सितम ऐसा शुरू हुआ कि उसको आर्थिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित होकर इसका खामियाजा भुगतना पड़ा घटना राजस्थान के बाड़मेर जिले के बालोतरा कस्बे के ओमा राम माली के अनुसार  अपने भाई के यहाँ हो रहे बाल विवाह कि सूचना पुलिस और प्रशासन को दी थी जिसके बाद उस पर उसके समाज के पंचो ने अत्याचार करने शुरू कर दिए ! सबसे पहले गाँव के पंचो ने इस पर तीन लाख रूपये का अर्थदंड डाला और पेशगी के रूप में उससे पच्चीस हज़ार रुपये वसूले उसको बाद मैं कई दिनों बाद पैसे पूरे नहीं चुकाने पर समाज बदर कर दिया और हुक्का पानी बंद कर दिया ! इस से ओमा राम को फरमान सुनाया गया कि वो समाज के किसी व्यक्ति के घर नहीं जा सकता !ओम माली ने   पुलिस ने  सत्रह पंचो के विरुद्ध मामला दर्ज कराया  है और न्याय कि गुहार कि है
पीड़ित ओमा राम माली  अपने भाई के यहाँ हो रहे बाल विवाह कि सूचना पुलिस और प्रशासन को दी थी जिसके बाद उस पर उसके समाज के पंचो ने अत्याचार करने शुरू कर दिए ! सबसे पहले गाँव के पंचो ने इस पर तीन लाख रूपये का अर्थदंड डाला और पेशगी के रूप में उससे पच्चीस हज़ार रुपये वसूले उसको बाद मैं कई दिनों बाद पैसे पूरे नहीं चुकाने पर समाज बदर कर दिया और हुक्का पानी बंद कर दिया ! इस से ओमा राम को फरमान सुनाया गया कि वो समाज के किसी व्यक्ति के घर नहीं जा सकता !ओम माली ने   पुलिस ने  सत्रह पंचो के विरुद्ध मामला दर्ज कराया  है और न्याय कि गुहार कि है
इस घटना के बाद परिवार के लिए खासी परेशानिया बढ़ गई हैं अब वो अपने घर से बहार निकलने में भी असुरक्षित महसूस कर रहे हैं इस सम्बन्ध जिला पुलिस अधीक्षक संतोष चाल्के का कहना हैं कि किसी भी तरह से समाज बदर करने का हक खाफ पंचायत को नहीं हैं तथा पुलिस इस मामले कि गंभीरता से ले रही हैं चालके के अनुसार हमने पहले भी 16 पंचो को एक परिवार को समाज से हुका पानी बंद करने के मामले में  जेल भेजा था   और इस मामले में हमने 17 पंचो के खिलाफ मामला दर्ज कर जाच शरू कर दी है       
जिन लोगो ने बाल विवाह की सूचना जिला प्रशासन को देकर जागरूक नागरिक होने का फर्ज अदा किया मगर जिला प्रशासन हैं कि अभी तक सो रहा
हैं।आखिर प्रशासन की मदद करने वालों को ही न्याय के लिऐ ंना केवल दर दर की ठोकरे खानी पड रही हैं बल्कि अपने समाज से ही बहिष्कित होना पड़ रहा है   


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