मोहाली। पंजाब की पहली महिला डीएसपी राका गेरा को सीबीआई ने रविवार दोपहर को 1 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए सेक्टर-15 स्थित उनकी कोठी से गिरफ्तार किया।
कोठी की तलाशी लेने पर सीबीआई की टीम ने वहां से करीब एक करोड़ रुपए की नकदी, लाखों के आभूषण, विदेश में बनी शराब की कई बोतलें, कारतूस और गाड़ियां बरामद कीं। सीबीआई टीम को इस कार्रवाई में करीब 6 घंटे लगे। सीबीआई ने गेरा की कोठी से कुछ जरूरी दस्तावेज भी कब्जे में लिए हैं। सोमवार को उन्हें डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में पेश किया जाएगा।
कैसे लगा ट्रैप: मुल्लांपुर में जमीन हड़पने के आरोप में कृष्ण मल्होत्रा के खिलाफ दो केस दर्ज हैं। आरोप है कि इन केस को रफादफा करने के लिए डीएसपी गेरा ने कृष्ण से दो लाख रुपये की रिश्वत मांगी। उन्होंने रविवार को चंडीगढ़ स्थित उनकी कोठी पर आकर रुपये देने को कहा।
सीबीआई टीम ने इसके लिए राका गेरा की कोठी के बाहर ट्रैप लगाया और कृष्ण के अंदर जाने का इंतजार किया। कृष्ण जब कोठी के अंदर गया तो सीबीआई टीम भी उसके साथ अंदर चली गई और राका गेरा को एक लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया।
नोट गिनने के लिए मंगवानी पड़ी मशीन: सीबीआई की टीम ने जब डीएसपी सिटी-1 राका गेरा की कोठी की तलाशी ली तो वहां से करीब एक करोड़ रुपये की नकदी मिली। सीबीआई टीम के लिए हाथों से इसकी गिनती मुश्किल थी। इसके लिए नोट गिनने वाली मशीन मंगवाई गई।
क्या है कृष्ण मल्होत्रा का केस: मुल्लांपुर में कृष्ण मल्होत्रा पर दो केस दर्ज हैं। उस पर आरोप है कि वह किसानों की जमीन के फर्जी कागजात तैयार कर उन्हें अपनी साबित कर देता था। किसानों ने इसकी शिकायत पुलिस से की। मामला प्रेस में आने के बाद केस दर्ज हुए।
पंजाब पुलिस ने शुरू की जांच
डीएसपी पति की मौत के बाद मिली थी नौकरी
प्रमोट होकर बनीं डीएसपी
मोहाली में तैनात होने से पहले राका गेरा मुल्लांपुर गरीब दास थाने में एसएचओ रहीं, इसके बाद अप्रैल 2007 से सितंबर 2007 तक फेज-8 में एसएचओ रहीं और बाद में डीएसपी (ट्रैफिक) के पद पर प्रमोट हुई। इसके बाद उन्हें डीएसपी सिटी-1 बनाया गया।
तीन बार आए ट्रांसफर ऑर्डर
मोहाली में गेरा की तैनाती के दौरान तीन बार उन्हें यहां से ट्रांसफर करने के लिए ऑर्डर जारी हुए लेकिन हर बार उनका तबादला टल गया। इसी महीने उन्हें जिला रोपड़ में डीएसपी (रिक्रूटमेंट) ट्रांसफर किया गया था लेकिन अभी तक ट्रांसफर ऑर्डर जारी नहीं हुए थे।
कोठी की तलाशी लेने पर सीबीआई की टीम ने वहां से करीब एक करोड़ रुपए की नकदी, लाखों के आभूषण, विदेश में बनी शराब की कई बोतलें, कारतूस और गाड़ियां बरामद कीं। सीबीआई टीम को इस कार्रवाई में करीब 6 घंटे लगे। सीबीआई ने गेरा की कोठी से कुछ जरूरी दस्तावेज भी कब्जे में लिए हैं। सोमवार को उन्हें डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में पेश किया जाएगा।
कैसे लगा ट्रैप: मुल्लांपुर में जमीन हड़पने के आरोप में कृष्ण मल्होत्रा के खिलाफ दो केस दर्ज हैं। आरोप है कि इन केस को रफादफा करने के लिए डीएसपी गेरा ने कृष्ण से दो लाख रुपये की रिश्वत मांगी। उन्होंने रविवार को चंडीगढ़ स्थित उनकी कोठी पर आकर रुपये देने को कहा।
सीबीआई टीम ने इसके लिए राका गेरा की कोठी के बाहर ट्रैप लगाया और कृष्ण के अंदर जाने का इंतजार किया। कृष्ण जब कोठी के अंदर गया तो सीबीआई टीम भी उसके साथ अंदर चली गई और राका गेरा को एक लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया।
नोट गिनने के लिए मंगवानी पड़ी मशीन: सीबीआई की टीम ने जब डीएसपी सिटी-1 राका गेरा की कोठी की तलाशी ली तो वहां से करीब एक करोड़ रुपये की नकदी मिली। सीबीआई टीम के लिए हाथों से इसकी गिनती मुश्किल थी। इसके लिए नोट गिनने वाली मशीन मंगवाई गई।
क्या है कृष्ण मल्होत्रा का केस: मुल्लांपुर में कृष्ण मल्होत्रा पर दो केस दर्ज हैं। उस पर आरोप है कि वह किसानों की जमीन के फर्जी कागजात तैयार कर उन्हें अपनी साबित कर देता था। किसानों ने इसकी शिकायत पुलिस से की। मामला प्रेस में आने के बाद केस दर्ज हुए।
पंजाब पुलिस ने शुरू की जांच
डीएसपी पति की मौत के बाद मिली थी नौकरी
प्रमोट होकर बनीं डीएसपी
मोहाली में तैनात होने से पहले राका गेरा मुल्लांपुर गरीब दास थाने में एसएचओ रहीं, इसके बाद अप्रैल 2007 से सितंबर 2007 तक फेज-8 में एसएचओ रहीं और बाद में डीएसपी (ट्रैफिक) के पद पर प्रमोट हुई। इसके बाद उन्हें डीएसपी सिटी-1 बनाया गया।
तीन बार आए ट्रांसफर ऑर्डर
मोहाली में गेरा की तैनाती के दौरान तीन बार उन्हें यहां से ट्रांसफर करने के लिए ऑर्डर जारी हुए लेकिन हर बार उनका तबादला टल गया। इसी महीने उन्हें जिला रोपड़ में डीएसपी (रिक्रूटमेंट) ट्रांसफर किया गया था लेकिन अभी तक ट्रांसफर ऑर्डर जारी नहीं हुए थे।
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