झूमकर आया मानसून
जमकर बरसे बदरा
जमकर बरसे बदरा
थार में मानसून की आहट के साथ पहली बारिश खुशियां की सौगात भरी रही। तेज बौछारों से तपती धरा की रूह तर बतर हो गई। लंबे इंतजार के बाद सुखद बारिश से किसानों की उम्मीदों को पंख लग गए। आधा अषाढ़ बीतने के बाद हुई बारिश के साथ खरीफ बुवाई को खेतों में हल जोत दिए। मूसलाधार बारिश से तालाब, टांके पानी से लबालब भर गए। वहीं मौसम खुशगवार बनने के साथ शनिवार को दिनभर आसमान में बादल छाए रहने से सूर्य देवता के दर्शन तक नहीं हुए।
औद्योगिक नगरी में शुक्रवार को देर रात धूल भरी आंधी के बाद बारिश का दौर शुरू हुआ। कुछ ही देर में सड़कें पानी से तर बतर हो गई। नाले अवरफ्लो होने से पानी सड़कों पर बहने लगा। तेज बौछारों से दुकानों में पानी घुस गया। जिससे दुकानदारों को नुकसान उठाना पड़ा।कईगांवों में बने नाडी तालाबों में भी बरसात के बाद जलस्तर बढ़ गया। शुक्रवार रात्रि में करीब ९.३० बजे तेज हवा के साथ बरसात का दौर प्रारंभ हुआ जो कि लगातार १०.४५ बजे तक एक समान जारी रहा।उसके बाद रुक-रुककर बारिश का दौर अलसुबह तक जारी रहा।रात्रि में हुईबरसात के बाद शनिवार प्रात: खाद-बीज की दुकानों पर क्षेत्र के किसानों की भीड़ देखी गई।मानसून की पहली ही बारिश मूसलाधार हो जाने से कईघरों में बने पानी के टांके ओवरफ्लो हो गए।
सिवाना. शुक्रवार को पूरे दिन उमस रहने के बाद शाम को मूसलाधार बरसात होने से क्षेत्र के किसानों के चेहरों पर खुशी देखी जा रही है।रात्रि में हुईझमाझम बरसात के बाद शनिवार सुबह धरती पुत्र खेतों में फसल बुवाईके कार्य में जुट गए।इस बार मानसून प्रारंभ होते ही हुईमूसलाधार बरसात के बाद क्षेत्र के किसानों को अच्छे जमाने की आस है।शुक्रवार रात्रिमें हलोतिया होने के बाद किसानों ने शनिवार सुबह पौ फटते ही अपने-अपने खेतों का रूख कर लिया।उपखंडमुख्यालय पर स्थित खाद-बीज की दुकानों पर भी किसानों की भीड़ देखी गई।कईकिसान कल्टीवेटर, तवी व ट्रेक्टर दुरस्त करवाते भी नजर आए।
सिणधरी. शुक्रवार देर शाम प्रारंभ हुआ बारिश का दौर शनिवार सुबह तक जारी रहा।खंड मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भी मानसून की पहली बरसात मूसलाधार ही हुईहै।तेज बारिश होने के कारण मार्गों पर आवागमन करने में वाहनचालकों को परेशानी का सामना करना पड़ा।इसके अलावा कस्बे के मार्गोंपर भी कस्बे के मार्गोंपर बरसाती पानी का भराव हो गया।मानसून की पहली बरसात ही अच्छी हो जाने से किसानों के चेहरों पर खुशी नजर आई।
जसोल. रात्रि में ९.३० बजे बारिश का दौर प्रारंभ हुआ।इस दौरान करीब एक से डेढ़ घंटे तक जोरदार बरसात हुई।तेज बारिश के कारण कस्बे की भूर की नाडी, भीमजी का वाला, नर्बदेश्वर तालाब व भैरू तालाब में पानी की आवक होने से जलस्तर बढ़ गया है।कस्बा मुख्यालय सहित तिलवाड़ा, खेड़, मेवानगर, नाकोड़ा तीर्थ, केमावास, हाउसिंग बोर्ड, आसोतरा, असाडा व टापरा में भी जमकर बारिश हुईहै।
समदड़ी. शुक्रवार रात्रिमें हुईबरसात के बाद क्षेत्र के नाडी तालाबों में पानी की आवक होने के साथ ही खेत भी बरसाती पानी से लबालबभर गए।मुख्य मार्गों पर पानी बहने के चलते कस्बेवासियों को आवागमन में परेशानियों का सामना करना पड़ा।बारिश के बाद कस्बे में विद्युत आपूर्तिव्यवस्था गड़बड़ा गई जो कि रात भर दुरस्त नहीं हो पाई।मानसून के प्रारंभ होते ही हुईमूसलाधार बरसात के बाद क्षेत्रके किसान फसल बुवाईके कार्यमें जुट गए।लंबे इंतजार के बाद हुईझमाझम बरसात में कस्बे के बच्चों ने जमकर नहाने का भी लुत्फ उठाया।
थोब. शुक्रवार रात्रिमें हुईबरसात के बाद क्षेत्र के किसानों के चेहरों पर खुशी की चमक देखी जा रही है। मानसून प्रारंभ होते ही हुईझमाझम बरसात से अब उन्हें अच्छे जमाने की आस बंधी है। कस्बा मुख्यालय सहित आस-पड़ोस के तिरसिंगड़ी सोढ़ा, नेवरी, सिमरखिया, माडपुरा, रेवाड़ा, कल्याणपुर, अराबा, सितली, चारलाई कला सहित कईगांवों में भी अच्छी बरसात हुईहै।
औद्योगिक नगरी में शुक्रवार को देर रात धूल भरी आंधी के बाद बारिश का दौर शुरू हुआ। कुछ ही देर में सड़कें पानी से तर बतर हो गई। नाले अवरफ्लो होने से पानी सड़कों पर बहने लगा। तेज बौछारों से दुकानों में पानी घुस गया। जिससे दुकानदारों को नुकसान उठाना पड़ा।कईगांवों में बने नाडी तालाबों में भी बरसात के बाद जलस्तर बढ़ गया। शुक्रवार रात्रि में करीब ९.३० बजे तेज हवा के साथ बरसात का दौर प्रारंभ हुआ जो कि लगातार १०.४५ बजे तक एक समान जारी रहा।उसके बाद रुक-रुककर बारिश का दौर अलसुबह तक जारी रहा।रात्रि में हुईबरसात के बाद शनिवार प्रात: खाद-बीज की दुकानों पर क्षेत्र के किसानों की भीड़ देखी गई।मानसून की पहली ही बारिश मूसलाधार हो जाने से कईघरों में बने पानी के टांके ओवरफ्लो हो गए।
सिवाना. शुक्रवार को पूरे दिन उमस रहने के बाद शाम को मूसलाधार बरसात होने से क्षेत्र के किसानों के चेहरों पर खुशी देखी जा रही है।रात्रि में हुईझमाझम बरसात के बाद शनिवार सुबह धरती पुत्र खेतों में फसल बुवाईके कार्य में जुट गए।इस बार मानसून प्रारंभ होते ही हुईमूसलाधार बरसात के बाद क्षेत्र के किसानों को अच्छे जमाने की आस है।शुक्रवार रात्रिमें हलोतिया होने के बाद किसानों ने शनिवार सुबह पौ फटते ही अपने-अपने खेतों का रूख कर लिया।उपखंडमुख्यालय पर स्थित खाद-बीज की दुकानों पर भी किसानों की भीड़ देखी गई।कईकिसान कल्टीवेटर, तवी व ट्रेक्टर दुरस्त करवाते भी नजर आए।
सिणधरी. शुक्रवार देर शाम प्रारंभ हुआ बारिश का दौर शनिवार सुबह तक जारी रहा।खंड मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भी मानसून की पहली बरसात मूसलाधार ही हुईहै।तेज बारिश होने के कारण मार्गों पर आवागमन करने में वाहनचालकों को परेशानी का सामना करना पड़ा।इसके अलावा कस्बे के मार्गोंपर भी कस्बे के मार्गोंपर बरसाती पानी का भराव हो गया।मानसून की पहली बरसात ही अच्छी हो जाने से किसानों के चेहरों पर खुशी नजर आई।
जसोल. रात्रि में ९.३० बजे बारिश का दौर प्रारंभ हुआ।इस दौरान करीब एक से डेढ़ घंटे तक जोरदार बरसात हुई।तेज बारिश के कारण कस्बे की भूर की नाडी, भीमजी का वाला, नर्बदेश्वर तालाब व भैरू तालाब में पानी की आवक होने से जलस्तर बढ़ गया है।कस्बा मुख्यालय सहित तिलवाड़ा, खेड़, मेवानगर, नाकोड़ा तीर्थ, केमावास, हाउसिंग बोर्ड, आसोतरा, असाडा व टापरा में भी जमकर बारिश हुईहै।
समदड़ी. शुक्रवार रात्रिमें हुईबरसात के बाद क्षेत्र के नाडी तालाबों में पानी की आवक होने के साथ ही खेत भी बरसाती पानी से लबालबभर गए।मुख्य मार्गों पर पानी बहने के चलते कस्बेवासियों को आवागमन में परेशानियों का सामना करना पड़ा।बारिश के बाद कस्बे में विद्युत आपूर्तिव्यवस्था गड़बड़ा गई जो कि रात भर दुरस्त नहीं हो पाई।मानसून के प्रारंभ होते ही हुईमूसलाधार बरसात के बाद क्षेत्रके किसान फसल बुवाईके कार्यमें जुट गए।लंबे इंतजार के बाद हुईझमाझम बरसात में कस्बे के बच्चों ने जमकर नहाने का भी लुत्फ उठाया।
थोब. शुक्रवार रात्रिमें हुईबरसात के बाद क्षेत्र के किसानों के चेहरों पर खुशी की चमक देखी जा रही है। मानसून प्रारंभ होते ही हुईझमाझम बरसात से अब उन्हें अच्छे जमाने की आस बंधी है। कस्बा मुख्यालय सहित आस-पड़ोस के तिरसिंगड़ी सोढ़ा, नेवरी, सिमरखिया, माडपुरा, रेवाड़ा, कल्याणपुर, अराबा, सितली, चारलाई कला सहित कईगांवों में भी अच्छी बरसात हुईहै।
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