लंदन सनलाइट ( धूप ) की कमी के चलते लाखों लोगों केटाइप 2 डायबिटीज की चपेट में आने का खतरा है ,क्योंकि उनमें पर्याप्त मात्रा में विटामिन ' डी ' नहीं है। 5हजार से ज्यादा लोगों के ब्लड टेस्ट पर आधारित एकऑस्ट्रेलियाई स्टडी में यह दावा किया गया है। स्टडी केदौरान पाया गया कि ऐसे लोग जिनमें पर्याप्त मात्रा मेंविटामिन ' डी ' मौजूद है , उनके टाइप 2 डायबिटीज कीचपेट में आने की आशंका कम होती है। मेलबर्न पैथॉलाजीके शोधकर्ताओं का कहना है कि ये खोजें हाल के सालों मेंपैदा हो रहे हालात ( टाइप 2 डायबिटीज के बढ़ते मरीजों) से लड़ने में अहम भूमिका निभा सकती हैं।
स्टडी ने क्या पाया : डेली मेल की खबर के मुताबिक ,शोधकर्ताओं ने 5,200 लोगों के खून की जांच की। उन्होंनेपाया कि खून में विटामिन ' डी ' के अतिरिक्त 25 नैनोमोल्स होने से डायबिटीज की चपेट में आने का खतरा 24फीसदी तक घट जाता है। स्टडी के को - ऑथर डॉ . केन सिकरिस का कहना है , ' इसकी अहमियत कोनजरअंदाज बेहद मुश्किल है। ' शोधकर्ताओं के मुताबिक , ऐसे लोग जिनके शरीर में विटामिन ' डी ' के नैनोमोल्सकी संख्या प्रति लीटर 50 से कम होती है , उनमें कमी होती है। अगर विटामिन ' डी ' और डायबिटीज के बीचलिंक स्थापित हो जाता है , तो ऐसे लोग जिन्हें डायबिटीज का खतरा है , वे कुछ डायटरी सप्लिमेंट्स लेकर इसेकम कर सकते हैं।
धूप की कमी यानी कैंसर भी : एक अनुमान के मुताबिक , धूप और विटामिन ' डी ' की कमी के चलते हरसाल 6 लाख लोग कैंसर का शिकार हो जाते हैं। डायबिटीज यूके की डॉ . विक्टोरिया किंग का कहना है , ' इसस्टडी के नतीजों के आधार पर डायबिटीज का खतरा कम करने के लिए डायटरी सप्लिमेंट्स की सलाह देनामुमकिन नहीं है। अभी तक हम यह जानते हैं कि पौष्टिक आहार लेकर अच्छी सेहत बनाए रखने और नियमित रूपसे कसरत करते रहना डायबिटीज का खतरा कम करने का सबसे बेहतर तरीका है। '
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