ताजमहल के इमाम का वेतन मात्र 15 रूपए
आगरा। महंगाई के दौर मे भी क्या कोई मात्र 15 रूपए में जिंदगी गुजार सकता है। आप मानें या माने यह सच है। बेशकीमती संगमरमर से बने दुनिया के सात अजूबों में से एक ताजमहल के इमाम को मासिक वेतन के तौर पर केवल 15 रूपए दिए जाते हैं। महंगाई के इस दौर में इमाम सैयद सादिक ने सरकार से अपना वेतन बढ़ाने की गुजारिश की है।
दरअसल मुगल बादशाह शाहजांह के काजल से ही ताजमहल के मुख्य इमाम को इमारत की देखरेख करने के लिए 1 अशरफियां दी जाती थी। उस दौरान अशरफियों के तौर पर 15 सिक्के दिए जाते थे। भारतीय पुरातत्व विभाग के अनुसार 15 अशरफियों की मौजूदा करीब 7 हजार रूपए है लेकिन सिक्कों के रूप मे इसे केवल 15 सिक्के गिना जाएगा। इसलिए अभी भी ताजमहल के इमाम को सिक्कों के रूप में 15 रूपए मासिक वेतन दिया जाता है।
बेलगाम महंगाई को देखते हुए इमाम सैयद सादिक अली ने कहा है कि इतने कम खर्चे पर मस्जिद का रखरखाव करना बेहद मुश्किल है अत: तुरंत ही उसका वेतन बढ़ाया जाना चाहिए।
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