किंग्सटन।। भारत ने जमैका में खेले गए पहले टेस्ट मैच में वेस्ट इंडीज को 63 रन से हरा दिया है। इसके साथ ही भारत
ने टेस्ट सीरीज में 1-0 से बढ़त बना ली है। मैच के चौथे दिन वेस्ट इंडीज को जीत के लिए 195 रन और बनाने थे, लेकिन उसकी पूरी टीम 262 रन पर ऑलआउट हो गई
।
टीम इंडिया ने पहली पारी की लीड को मिलाकर वेस्ट इंडीज को जीत के लिए 326 रन का टारगेट दिया था। तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक वेस्ट इंडीज ने 3 विकेट खोकर 131 रन बना लिए थे। गुरुवार को जीत के लिए 195 रन जुटाने के लिए उतरे इंडीज के बल्लेबाज टीम इंडिया को बोलरों के सामने बौने नजर आए।
प्रवीण की पटकनी
वेस्ट इंडीज ने सुबह तीन विकेट पर 131 रन से आगे खेलना शुरू किया, लेकिन जल्द ही यह स्कोर छह विकेट पर 150 रन हो गया। प्रवीण ने भारत को चौथे दिन स्वर्णिम शुरुआत दिलाई। उन्होंने दिन के छठे ओवर में ही युवा डेरेन ब्रावो (41) को आउट करने के बाद अनुभवी शिवनारायण चंद्रपॉल (30) को पविलियन की राह दिखाकर भारत को जीत के करीब पहुंचा दिया। उत्तर प्रदेश के इस गेंदबाज ने अगले ओवर में चंद्रपॉल का विकेट लेकर स्थानीय दर्शकों को मायूस कर दिया।
स्पिन का जाल
अब हरभजन की बारी थी जिन्होंने विकेटकीपर बल्लेबाज कार्लटन बॉ को जन्मदिन का जश्न नहीं मनाने दिया। 'बर्थडे बॉय' बॉ भारतीय आफ स्पिनर की फ्लाइट को नहीं समझ पाए और लेग स्लिप में विराट कोहली को आसान कैच दे बैठे। अगली बॉल पर कप्तान डेरेन सैमी के खिलाफ कैच की जोरदार अपील की गई, लेकिन अंपायर डेरेल हार्पर ने इसे ठुकरा दिया। आखिरकार अमित मिश्रा ने एक्स्ट्रा कवर में वीवीएस लक्ष्मण के हाथों कैच कराकर उनको पविलियन भेजा। सैमी ने 11 गेंद पर 25 रन बनाए।
बिशू और एडवर्ड्स ने तरसाया
वेस्ट इंडीज के 223 पर नौ विकेट गिर चुके थे और जीत बस एक कदम दूर थी। लेकिन बिशू और एडवर्ड्स की जोड़ी ने भारतीय बोलरों को जीत के लिए तरसा दिया। सुरेश रैना ने 262 के स्कोर पर बिशू को 26 रन पर बोल्ड कर जीत के इंतजार को खत्म किया। भारत की ओर से इशांत और प्रवीण कुमार ने तीन-तीन विकेट, अमित मिश्रा ने दो और हरभजन ने भी दो विकेट लिए।
इससे पहले बुधवार को राहुल द्रविड़ की जुझारू सेंचुरी (112 रन) के बावजूद भारत की दूसरी पारी 252 रन पर सिमट गई थी। इस तरह पहली पारी में भारत से 73 रन से पिछड़ने वाले वेस्ट इंडीज के सामने जीत के लिए 326 रन का टारगेट रखा था।
ने टेस्ट सीरीज में 1-0 से बढ़त बना ली है। मैच के चौथे दिन वेस्ट इंडीज को जीत के लिए 195 रन और बनाने थे, लेकिन उसकी पूरी टीम 262 रन पर ऑलआउट हो गई
टीम इंडिया ने पहली पारी की लीड को मिलाकर वेस्ट इंडीज को जीत के लिए 326 रन का टारगेट दिया था। तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक वेस्ट इंडीज ने 3 विकेट खोकर 131 रन बना लिए थे। गुरुवार को जीत के लिए 195 रन जुटाने के लिए उतरे इंडीज के बल्लेबाज टीम इंडिया को बोलरों के सामने बौने नजर आए।
प्रवीण की पटकनी
वेस्ट इंडीज ने सुबह तीन विकेट पर 131 रन से आगे खेलना शुरू किया, लेकिन जल्द ही यह स्कोर छह विकेट पर 150 रन हो गया। प्रवीण ने भारत को चौथे दिन स्वर्णिम शुरुआत दिलाई। उन्होंने दिन के छठे ओवर में ही युवा डेरेन ब्रावो (41) को आउट करने के बाद अनुभवी शिवनारायण चंद्रपॉल (30) को पविलियन की राह दिखाकर भारत को जीत के करीब पहुंचा दिया। उत्तर प्रदेश के इस गेंदबाज ने अगले ओवर में चंद्रपॉल का विकेट लेकर स्थानीय दर्शकों को मायूस कर दिया।
स्पिन का जाल
अब हरभजन की बारी थी जिन्होंने विकेटकीपर बल्लेबाज कार्लटन बॉ को जन्मदिन का जश्न नहीं मनाने दिया। 'बर्थडे बॉय' बॉ भारतीय आफ स्पिनर की फ्लाइट को नहीं समझ पाए और लेग स्लिप में विराट कोहली को आसान कैच दे बैठे। अगली बॉल पर कप्तान डेरेन सैमी के खिलाफ कैच की जोरदार अपील की गई, लेकिन अंपायर डेरेल हार्पर ने इसे ठुकरा दिया। आखिरकार अमित मिश्रा ने एक्स्ट्रा कवर में वीवीएस लक्ष्मण के हाथों कैच कराकर उनको पविलियन भेजा। सैमी ने 11 गेंद पर 25 रन बनाए।
बिशू और एडवर्ड्स ने तरसाया
वेस्ट इंडीज के 223 पर नौ विकेट गिर चुके थे और जीत बस एक कदम दूर थी। लेकिन बिशू और एडवर्ड्स की जोड़ी ने भारतीय बोलरों को जीत के लिए तरसा दिया। सुरेश रैना ने 262 के स्कोर पर बिशू को 26 रन पर बोल्ड कर जीत के इंतजार को खत्म किया। भारत की ओर से इशांत और प्रवीण कुमार ने तीन-तीन विकेट, अमित मिश्रा ने दो और हरभजन ने भी दो विकेट लिए।
इससे पहले बुधवार को राहुल द्रविड़ की जुझारू सेंचुरी (112 रन) के बावजूद भारत की दूसरी पारी 252 रन पर सिमट गई थी। इस तरह पहली पारी में भारत से 73 रन से पिछड़ने वाले वेस्ट इंडीज के सामने जीत के लिए 326 रन का टारगेट रखा था।
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