यूं तो गोवा में पूरे साल विदेशी सैलानियों की भीड़ लगी रहती है। पर्यटक कहीं भी बिकनी पहनकर घूमने के लिए आजाद हैं लेकिन गोवा की 450 साल पुरानी मंदिर महालसा नारायनी मंदिर ने इस पर आपत्ति जताई है।
मंदिर ने आदेश दिया है कि इस मंदिर के परिषर में बिकनी पहनकर घुसना मना है साथ ही अगर आप भगवान के दर्शन करना चाहते हैं तो भारतीय लिबास पहनकर दर्शन कर सकते हैं।
ऐसे लोगो को मंदिर के परिषर में घुसने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है जो बीचवियर में वहां पहुंचते हैं।
मंदिर के प्रवक्ताप का कहना है कि हमलोग विदेशियों को यहां आने से मना नहीं करते लेकिन कई बार वे ऐसे कपड़े पहनकर मंदिर में आते हैं कि मंदिर की पवित्रता प्रभावित होती है।
टूर एंड ट्रैवल एसोसियशन के प्रेसीडेंट का कहना है कि मंदिर जैसी पवित्र जगह पर विदेशी सैलानियों को कपड़ों का ध्यान रखना चाहिए। यहां जो हिप्पी आते हैं ज्यादातर वही लोग इस तरह के कपड़े पहनते हैं।
टूर एंड ट्रैवल गाइड को भी सूचित किया गया है कि वे यात्रियों को भारतीय कल्चर के बारे में बताएं।
मंदिर ने आदेश दिया है कि इस मंदिर के परिषर में बिकनी पहनकर घुसना मना है साथ ही अगर आप भगवान के दर्शन करना चाहते हैं तो भारतीय लिबास पहनकर दर्शन कर सकते हैं।
ऐसे लोगो को मंदिर के परिषर में घुसने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है जो बीचवियर में वहां पहुंचते हैं।
मंदिर के प्रवक्ताप का कहना है कि हमलोग विदेशियों को यहां आने से मना नहीं करते लेकिन कई बार वे ऐसे कपड़े पहनकर मंदिर में आते हैं कि मंदिर की पवित्रता प्रभावित होती है।
टूर एंड ट्रैवल एसोसियशन के प्रेसीडेंट का कहना है कि मंदिर जैसी पवित्र जगह पर विदेशी सैलानियों को कपड़ों का ध्यान रखना चाहिए। यहां जो हिप्पी आते हैं ज्यादातर वही लोग इस तरह के कपड़े पहनते हैं।
टूर एंड ट्रैवल गाइड को भी सूचित किया गया है कि वे यात्रियों को भारतीय कल्चर के बारे में बताएं।
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