बुधवार, 21 सितंबर 2016

बाड़मेर रेशम - माहवारी स्वच्छता प्रबन्धन का एक बेहतर विकल्प

बाड़मेर रेशम - माहवारी स्वच्छता प्रबन्धन का एक बेहतर विकल्प



महिलाओं में माहवारी एक सामान्य जैविक प्रक्रिया है जों की सामान्य प्रजनन स्वास्थ्य का संकेत है। महिला आबादी का लगभग आधा हिस्सा हर महिने रजस्वला होती है। किन्तु समाज में अभी भी यह एक वज्र्य विषय होेने के कारण समाज का कोई भी हिस्सा इस विषय पर खुलकर बातचीत नही करता है।

माहवारी स्वच्छता प्रबन्धन अति आवश्यक है क्योकि इसके द्वारा ही महिला अपने दैनिक क्रियाकलाप बिना किसी व्यवधान के कर सकती है। किन्तु जागरुकता के अभाव में कई महिलाऐं अभी भी पुरानी साड़ी, तौलिये आदि पारंपरिक रुप से मासिक धर्म के प्रबन्धन के लिये उपयोग में लेती है। किन्तु ये उत्पाद यदि सही प्रकार से ध्यान न रखा जाए तो स्वच्छता की दृष्टि से सुरक्षित नहीं हैं और कई तरह की बीमारियों को आमन्त्रित कर सकते हैं। मासिक धर्म के दौरान स्वच्छता प्रबन्धन के लिए एक आसान, सुरक्षित एवं सस्ता साधन सेनेटरी पैड है।

इसी क्रम में सेनेटरी पैड को सुलभ बनाने के उद््ेश्य से केयर इण्डिया एवं केयर्न इण्डिया लिमिटेड के सहयोग से एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र गुड़ामालानी के माध्यम से सेनेटरी पैड उत्पादन ईकाई की स्थापना गुड़ामालानी में की गई है। इस उत्पादन ईकाई पर कार्य करने हेतु 16 महिलाओं को रचना परियोजना , स्वास्थ्य केन्द्र के कार्मिकों एवं अमित ग्रीन वल्र्ड द्वारा प्रशिक्षण दिया गया।

प्रशिक्षण के दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी ने बताया की महिलाओं को पारंपरिक उत्पादों, जिनमें स्वच्छता का अभाव होता है , उन उत्पादों को छोड़ समूह द्वारा उत्पादित रेशम सेनेटरी पैड का उपयोग लेने की सलाह प्रदान की। उन्होने पैड गुणवत्ता के बारे में विस्तार से बताया एवं कहा कि इसके उत्पादन से कार्य करने वाली महिलाओं को रोजगार भी मिलेगा।

रचना परियोजना के परियोजना प्रबन्धक दिलीप सरवटे ने बताया की इस ईकाई की स्थापना से महिलाऐं आत्मनिर्भर बनेगी साथ ही यह उत्पाद सहज रुप से उपलब्ध होने से दूरदराज की महिलाऐं और किशोरियों में इसकी उपयोगिता बढने एवं उनके व्यक्तिगत स्वास्थ्य में सुधार की आशा व्यक्त की।

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