बाड़मेर जिला कलक्टर शर्मा ने रात्रि चौपाल मंे दिया स्वच्छता का संदेश
-जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने सिणधरी चौसीरा मंे जन सुनवाई एवं मोतीसरा मंे रात्रि चौपाल के दौरान आमजन की समस्याएं सुनी। इस दौरान ग्रामीणांेे की एएनएम से संबंधित शिकायत पर दिए कार्रवाई के निर्देश
बाड़मेर, 21 सितंबर। जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने मंगलवार रात्रि मंे सिणधरी पंचायत समिति की मोतीसरा ग्राम पंचायत मुख्यालय पर आयोजित रात्रि चौपाल के दौरान आमजन की समस्याएं सुनकर समाधान के निर्देश दिए। इस दौरान उन्हांेने ग्रामीणांे ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत प्रत्येक घर मंे शौचालय का निर्माण करवाने तथा प्रत्येक ग्राम पंचायत को ओडीएफ करवाने का आह्वान किया।
जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन मंे प्रत्येक नागरिक की भागीदारी जरूरी है। उन्हांेने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, एएनएम तथा अन्य पंचायत स्तरीय कार्मिकों को इस मिशन में जुट जाने के निर्देश दिए। उन्हांेने कहा कि जो लोग स्वयं शौचालय नहीं बनवा पा रहे है, उनसे सहमति पत्र लेकर पंचायत के माध्यम से शौचालय निर्माण करवाया जाए। जिला कलक्टर ने कहा कि इन दिनांे ग्राम पंचायत मुख्यालय पर भामाशाह योजना सुविधा शिविरांे का आयोजन हो रहा है। उन्हांेने कहा कि जो ग्रामीण आधार एवं भामाशाह कार्ड बनवाने से वंचित रह गए है वे इन शिविरांे मंे पहुंचकर कार्ड बनवा लें। रात्रि चौपाल में जिला कलक्टर के समक्ष बिजली,पानी, भुगतान से जुड़ी समस्याएं रखी। इस पर सुनवाई करते हुए जिला कलक्टर ने संबंधित अधिकारियों को मौके पर ही निस्तारण के निर्देश दिए। उन्हांेने कहा कि राज्य सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं का अधिकाधिक प्रचार-प्रसार कर लोगों को लाभान्वित किया जाए। इस दौरान उपखंड अधिकारी नाथूसिंह राठौड़ एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा.एस.के.एस.बिष्ट ने राज्य सरकार की विभिन्न योजनाआंे की जानकारी आमजन को दी। रात्रि चौपाल के दौरान ग्रामीणांे ने एएनएम विमला चौधरी के संबंध मंे शिकायत की, इस पर जिला कलक्टर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को कार्रवाई के निर्देश दिए। इससे पहले जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने सिणधरी चौसीरा मंे जन सुनवाई के दौरान आमजन की समस्याएं सुनकर संबंधित अधिकारियांे को समाधान के निर्देश दिए।
आवंटित लक्ष्य प्राप्ति के लिए समन्वित प्रयास करेंः शर्मा
बाड़मेर, 21 सितंबर। बीस सूत्री कार्यक्रम के तहत आवंटित लक्ष्य प्राप्ति के साथ अधिकाधिक लोगों को लाभांवित करने के लिए समन्वित प्रयास किए जाए। जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने बुधवार को कलेक्ट्रेट कांफ्रेस हाल मंे बीस सूत्री कार्यक्रम की माह अगस्त तक की प्रगति संबंधित समीक्षा बैठक के दौरान यह बात कही।
जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने कहा कि जिन विभागांे की अभी तक प्रगति कम है, वो इस वित्तीय वर्ष के दौरान लक्ष्य प्राप्ति के लिए कार्य योजना बनाकर कार्य करें। उन्हांेने इस दौरान विभागवार कार्यक्रमांे की समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियांे को निर्देशित किया है कि किसी भी कार्यक्रम मंे जिले की स्थिति कमजोर नहीं रहनी चाहिए। ताकि बाड़मेर जिला राज्य स्तर पर रैकिंग मंे उच्च स्थान पर पहुंच सके। इस दौरान आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग के सहायक निदेशक हीरालाल मालू ने बीस सूत्री कार्यक्रम के तहत अगस्त माह तक की प्रगति के बारे मंे विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक हेमंत खटीक ने बताया कि इसी माह बजट का आवंटन हुआ है, आगामी कुछ समय मंे लक्ष्य हासिल कर दिए जाएंगे। इसी तरह श्रम विभाग के निरीक्षक को आगामी बैठक मंे उपस्थित होने के निर्देश दिए गए। भूमि विकास बैंक के प्रतिनिधि जीतेन्द्र कुमार ने बताया कि बैंक की ओर से सितंबर माह मंे ऋण स्वीकृत करने की प्रक्रिया प्रारंभ हुई है, आगामी कुछ माह मंे लक्ष्य हासिल कर लिए जाएंगे। इसी तरह उद्योग विभाग के महाप्रबंधक को भी प्रधानमंत्री मुद्रा बुनकर योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना, महात्मा गांधी बुनकर बीमा योजना मंे लक्ष्य हासिल करने के निर्देश दिए गए है। बैठक के दौरान महिला एवं बाल विकास विभाग की उप निदेशक सती चौधरी, जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक घनश्याम गुप्ता, डिस्काम के अधिशाषी अभियंता भेराराम चौधरी, सार्वजनिक निर्माण विभाग के नरसिंगाराम मेघवाल, जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता सोनाराम चौधरी समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
एंटी लार्वा एक्टिविटी को प्राथमिकता देने के निर्देश
-जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने साप्ताहिक समीक्षा बैठक के दौरान बिजली,पानी संबंधित व्यवस्थाआंे की समीक्षा की।
बाड़मेर, 21 सितंबर। जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने बुधवार को जिला मुख्यालय पर बिजली,पानी संबंधित साप्ताहिक समीक्षा बैठक के दौरान मलेरिया एवं अन्य मौसमी बीमारियांे की रोकथाम के लिए एंटी लार्वा एक्टिविटी को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए। उन्हांेने कहा कि मौसमी बीमारियांे के प्रकरण सामने आने पर संबंधित क्षेत्र मंे पुख्ता इंतजाम किए जाए। उन्हांेने बारिश से क्षतिग्रस्त हुई सड़कांे की मरम्मत करवाने के भी निर्देश दिए।
जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने बिजली,पानी,सफाई व्यवस्था तथा चिकित्सकीय इंतजामांे की समीक्षा करते हुए कहा कि जिले मंे मौसमी बीमारियांे से निपटने के लिए ग्राम स्तर पर विशेष इंतजाम किए जाए। इसके लिए चिकित्साकर्मियांे को खासतौर पर सतर्क रहने के निर्देश दिए जाए। जिला कलक्टर ने कहा कि आमजन को मलेरिया एवं डेंगू से बचाव के बारे मंे विस्तार से जानकारी दी जाए। इस दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा.एस.के.एस.बिष्ट ने बताया कि बाड़मेर शहर मंे भी फोगिंग शुरू कर दी गई है। जिले मंे जल भराव वाले स्थानांे पर लार्वा भक्षी गंबूसिया मछलियां डलवाई जा रही है। उन्हांेने कहा कि कई बार कार्ड टेस्ट से मलेरिया के बारे मंे पता नहीं चल पाता है ऐसे मंे एलिजा टेस्ट को वरीयता देने के लिए निर्देशित किया गया है। जिला कलक्टर ने बाड़मेर शहर मंे क्षतिग्रस्त सड़कांे की मरम्मत एवं सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश नगर परिषद के अधिशाषी अभियंता ओमप्रकाश ढीढवाल को दिए। उन्हांेने कहा कि आगामी दिनांे मंे त्यौहारांे के मददेनजर शहर मंे सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्हांेने सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता जे.आर.जीनगर को सिणधरी-सरणू के मध्य क्षतिग्रस्त सड़क की मरम्मत का कार्य प्रारंभ करवाने के निर्देश दिए। उन्हांेने शहर मंे रूडिप की ओर से कराए जा रहे कार्याें की प्रगति की समीक्षा करते हुए अधिशाषी अभियंता बंशीधर पुरोहित को कार्य स्थल पर कार्य प्रगति पर है संबंधित सूचना बोर्ड लगवाने के निर्देश दिए, ताकि हादसे की आशंका को रोका जा सके। इस दौरान अधिशाषी अभियंता पुरोहित ने बताया कि फ्लो टेस्ट के बाद सीवरेज लाइन प्रारंभ की जाएगी। जिला कलक्टर ने शहर मंे गंदे पानी की निकासी के लिए पंप हाउस के प्रस्ताव भी तैयार करने के निर्देश दिए। बैठक के दौरान डिस्काम के अधीक्षण अभियंता जी.आर.सिरवी, जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता नेमाराम परिहार, अधिशाषी अभियंता भेराराम चौधरी उपस्थित रहे।
प्रभारी सचिव ठाकुर आज करेंगे विकास योजनाओं की समीक्षा
बाड़मेर, 21 सितंबर। जिले के प्रभारी सचिव राजीवसिंह ठाकुर की अध्यक्षता में विभिन्न विभागीय गतिवियिायों, कार्यक्रमों एवं योजनाओं की प्रगति की समीक्षा बैठक 22 सितम्बर को प्रातः 11.00 बजे कलक्ट्रेट कांफ्रेन्स में आयोजित की जाएगी।
अतिरिक्त जिला कलक्टर ओ.पी. बिश्नोई ने संबंधित अधिकारियों को प्रगति रिपोर्ट एवं वांछित सूचनाओं के साथ बैठक में उपस्थित होने के निर्देश दिए है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक विभाग के जिला स्तरीय अधिकारी स्वयं को उक्त बैठक में उपस्थित होना अनिवार्य है। यदि किसी कारण वश स्वयं बैठक में उपस्थित नहीं हो सकते हो तो इसके लिए पूर्व में जिला कलक्टर की अनुमति प्राप्त करके ही अपने स्थान पर अन्य अधिकारी को भेज सकेंगे।
औद्योगिक समिति की बैठक स्थगित
बाडमेर, 21 सितंबर। जिला मुख्यालय पर 22 सितंबर को होने वाली जिला स्तरीय औद्योगिक समिति की बैठक अपरिहार्य कारणांे से स्थगित कर दी गई है। यह जानकारी जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबन्धक घनश्याम गुप्ता ने दी है।
एम्बुलेंस सेवाओं की मॉनिटरिग के लिए नियंत्रण कक्ष स्थापित
बाड़मेर, 21 सितंबर। प्रदेश में संचालित जीवनवाहिनी- डायल एन एम्बूलेंस सेवा की मॉनिटरिग को और अधिक सुदृढ़ करने एवं प्राप्त शिकायतों के त्वरित निवारण के लिए राज्य स्तर पर नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। एम्बूलेंस सेवा में देरी होने या प्राप्त नही होने पर नियंत्रण कक्ष के फोन नम्बर 8764835255, 8764835255 पर शिकायत दर्ज करवाई जा सकती है। जीवनवाहिनी के बेडे में शामिल 630 आपातकालीन 108-एम्बुलेंस, 588 जननी एक्सप्रेस एवं सीएचसी स्तर के राजकीय चिकित्सालयों में उपलब्ध लगभग 200 बेस एम्बुलेंस सहित कुल 1418 एम्बुलेंस आपातकालीन सेवायें उपलब्ध करवा रही हैं। टोल फ्री नंबर 108 या 104 डायल करने पर इमरजेंसी 108 एम्बूलेंस सेवा, 104 जननी एक्सप्रेस एम्बूलेंस, चिकित्सकीय परामर्श एवं सामान्य चिकित्सकीय स्थिति में बेस एम्बूलेंस की सेवाएं की जा सकती है। मिशन निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन नवीन जैन ने बताया कि राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष में दो आयुष चिकित्सकों को तैनात कर शिकायत प्राप्त होने पर उसके त्वरित निवारण की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि बेस एम्बूलेंस के अलावा अन्य सभी सेवायें निःशुल्क उपलब्ध हैं। सामान्य स्थिति में वृद्धजनों, महिलाओं इत्यादि को चिकित्सा कार्य में लाने-ले जाने के लिए बेस एम्बूलेंस की सुविधा निर्धारित दरों पर उपलब्ध कराई जा रही है।
राजकीय विद्यालयों मंे बी.एड. एवं डी.एल.एड. इंटर्नशिप को बनेगी जिलेवार कमेटी
बाड़मेर, 21 सितम्बर। बी.एड. एवं डी.एल.एड. प्रशिक्षण संस्थाओं में अध्ययनरत शिक्षार्थियों का इंटर्नशिप कार्यक्रम राजकीय विद्यालयों में ही आयोजित होगा। इस निर्णय की पालना के अंतर्गत राजकीय अथवा निजी शिक्षक प्रशिक्षण संस्थाओं को इंटर्नशिप कार्यक्रम के लिए विद्यालय आवंटित करने के लिए जिलेवार कमेटी का गठन किया जाएगा।
निर्देशांे के अनुसार सभी जिलों में इस कमेटी के समन्वयक के रूप में जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक नोडल अधिकारी होंगे। कमेटी में जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक, प्रथम एवं द्वितीय तथा प्रधानाचार्य, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाईट) सदस्य होंगे। राजकीय एवं निजी शिक्षक प्रशिक्षण संस्थाओं को इंटर्नशिप कार्यक्रम के लिए विद्यालय आवंटित करने के लिए आवेदन गृह जिले के जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक को प्रस्तुत करना होगा। प्राप्त आवेदन पत्रों पर कमेटी द्वारा राजकीय विद्यालयों का आवंटन एनसीटीई के नियमों एवं प्रावधानों के तहत किए जाने के निर्देश दिए गए है। बी.एड. शिक्षक प्रशिक्षण संस्थाओ के लिए राजकीय माध्यमिक विद्यालय अथवा उच्च माध्यमिक या उच्च प्राथमिक विद्यालय आवंटित किया जाएगा। इसी तरह डी.एल.एड. शिक्षक प्रशिक्षण संस्थाओं के लिए कक्षा 1 से 5 तक के राजकीय प्राथमिक, कक्षा 1 से 8 तक के उच्च प्राथमिक, कक्षा 1 से 10 तक के माध्यमिक तथा कक्षा 1 से 12 तक के उच्च माध्यमिक विद्यालय आवंटित किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। शिक्षक-शिक्षा प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले शिक्षार्थियों के लिए दो वर्ष के पाठ्यक्रम के दौरान 20 सप्ताह विद्यालयो मे प्रशिक्षुता के लिये निर्धारित है। इसके अर्न्तगत 4 सप्ताह प्रथम वर्ष एवं 16 सप्ताह द्वितीय वर्ष विद्यालयो मे प्रशिक्षुता के लिए निर्धारित है।
जर्मन कंपनी बॉश हर जिले में खोलेगी ब्रिज एकेडमी
बाड़मेर, 20 सितंबर। ऑटो मोबाइल क्षेत्र की प्रसिद्व जर्मन कम्पनी बॉश प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयांे पर बॉश ब्रिज एकेडमी खोलेगी। राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम बॉश के सहयोग से इनमंे युवाओं को ऑटोमोबाइल, हॉस्पिटेलिटी तथा रिटेल सेक्टर में प्रशिक्षित किया जाएगा।
निदेशक, प्रशिक्षण ए.के. आनन्द ने बताया कि बॉश एकेडमी के प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से 4 हजार युवाओं को कौशल प्रशिक्षण प्राप्त होगा। उन्हांेने बताया कि वर्तमान में राज्य के चार जिलों जयपुर, झालावाड, अजमेर तथा धौलपुर में इस एकेडमी की शुरूआत हो चुकी है। उल्लेखनीय है कि रिसर्जेंट राजस्थान पार्टनरशिप समिट 2015 में राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम (आरएसएलडीसी ) तथा बॉश कंपनी के द्वारा इस सम्बन्ध में एमओयू किया गया था।
वृद्धजन कल्याण क्षेत्र में सम्मानित करने के लिए 26 सितंबर तक मांगे आवेदन
बाड़मेर, 21 सितंबर। अन्तर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के अवसर पर वरिष्ठ नागरिक एवं वृद्धजन कल्याण क्षेत्र में कार्यरत कर्मचारियों, वरिष्ठ नागरिकों एवं स्वयं सेवी संस्थाओं को सम्मानित करने के लिए 26 सितंबर तक जिला अधिकारियों के माध्यम से आवेदन आमंत्रित किए गए हैं।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक हेमंत खटीक के मुताबिक उल्लेखनीय कार्य करने वाले व्यक्ति एवं संस्थाआंे के आवेदन संबंिधत जिला अधिकारी एवं जिला कलक्टर की टिप्पणी के पश्चात निदेशक, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग को 27 सितंबर तक भिजवाए जाने है। उन्होंने बताया कि अन्तर्राष्ट्रीय वृद्ध दिवस पर एक अक्टूबर, 2016 को आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में सामाजिक, सांस्कृतिक, वृद्ध कल्याण एवं साहित्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले वरिष्ठ नागरिक, वृद्धजनों, सेवानिवृत राजकीय कर्मचारियों, वरिष्ठ नागरिकों के संघ एवं स्वयंसेवी संस्थाओं को समारोह में सम्मानित किया जाएगा।
राजस्व प्रबंधन के लिए सहायक राजस्व अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी
बाड़मेर, 21 सितंबर। विद्युत वितरण कम्पनियों में राजस्व प्रबंध के लिए अध्यक्ष श्रीमत पाण्डे ने एक आदेश जारी कर प्रत्येक स्तर पर राजस्व वसूली का कार्य दक्षता पूर्वक करने, ए.टी. एंड सी. लोसेज 15 प्रतिशत के स्तर तक लाने तथा सभी स्तरों पर सतत प्रयास करने के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं। डिस्काम के अधीक्षण अभियंता जी.आर. सिरवी ने बताया कि निर्देशित किया गया है कि ऊर्जा आपूर्ति के अनुरूप ऊर्जा विक्रय का निर्धारण एवं वृद्धि एवं न्यूनता का विश्लेषण करना एवं निराकरण किया जाए। शत प्रतिशत राजस्व वसूली एवं श्रेणीवार प्रति यूनिट ऊर्जा विक्रय दरों का नियामक आयोग द्वारा निर्धारित दरों से तुलनात्मक अध्ययन एवं विश्लेषण किया जाए। उपखण्ड की रोकड, राजस्व व बिलिंग शाखा में कार्यरत कर्मचारियों का प्रशासनिक नियंत्रण एवं पर्यवेक्षण सहायक राजस्व अधिकारी किया जाएगा। इन शाखाओं में कार्यरत कर्मचारियों के अवकाश, वार्षिक वेतन वृद्धि व अन्य प्रशासनिक प्रकरणों के संबंध में आवश्यक स्वीकृतियाँ सहायक राजस्व अधिकारी की अनुशंषा पर ही सहायक अभियंता द्वारा जारी करने के निर्देश दिए गए है। इसी तरह उपखण्ड के सिंगल फेस कनेक्शनों के लिए कार्यरत मीटर रीडर्स सहायक राजस्व अधिकारी के नियंत्रण में कार्य करेंगे, परन्तु जहां मीटर रीडिंग का कार्य फीडर इंचार्ज को आवंटित किया गया है, वहां कनिष्ठ अभियंताओं के माध्यम से फीडर इंचार्ज मीटर रीडिंग उपलब्ध करवाने के लिए समय सारणी तथा सही आंकलन हेतु सहायक राजस्व अधिकारी के प्रति उत्तरदायी होंगे। मीटर रीडिंग एवं बिल वितरण हेतु कार्यरत बाह्य एजेन्सियाँ उक्त कार्य के लिए सहायक राजस्व अधिकारी के प्रति उत्तरदायी होगी। उन्होंने निर्देश दिए है कि सहायक राजस्व अधिकारी उपखण्ड के सहायक अभियंता के प्रशासनिक नियंत्रण में कार्य करेंगे। सहायक राजस्व अधिकारी के वार्षिक कार्य का मूल्यांकन प्रतिवेदन (ए. पी. आर.) के लिए सहायक लेखाधिकारी (राजस्व) रिपोर्टिंग अधिकारी, वृत्त अधीक्षण अभियंता समीक्षा अधिकारी तथा मुख्य लेखाधिकारी (राजस्व) प्रति हस्ताक्षर अधिकारी होंगे। सही मीटर रीडिंग, समयानुसार सही बिलिंग, बिल वितरण एवं राजस्व संग्रहण संबंधी कार्यों के समयबद्ध निस्तारण के लिए उत्तरदायी होंगे। मीटर रीडिंग की नियमित रूप से सैम्पल चौकिंग कनिष्ठ अभियंताओं अथवा अन्य मीटर रीडर, सुपरवाईजर यदि उपलब्ध है, से करवाना सुनिश्चित करेंगे एवं अनियमितता प्रदर्शित होने की स्थिति में दोषी मीटर रीडरों के विरूद्ध आवश्यक कार्यवाही प्रस्तावित करेंगे। मीटर परिवर्तन आदेश (निर्धारित प्रक्रिया का अनुसरण करते हुए), विद्युत विच्छेदन आदेश एवं उपभोक्ता अमानत राशि के नोटिस आदि सामान्यतया सहायक राजस्व अधिकारी के हस्ताक्षरों से जारी किए जाए। निर्देशांे के अनुसार बिलिंग सॉफ्टवेयर से जारी होने वाली बिलिंग पूर्व एवं बिलिंग पश्चात् जारी ऑडिट ट्रेल रिपोर्टों पर आवश्यक कार्यवाही की जाए तथा उनका रिकॉर्ड रखा जाए। गणितीय अशुद्धि वाले बिलों को अपने स्तर पर सही करने के लिए पूर्णतः अधिकृत होंगे जिस के लिए डी.ओ.पी. में आवश्यक संशोधन किया जाए। वे राजस्व पंजिका का प्रतिमाह संधारण करेंगे। राजस्व नियमावली में निर्धारित विभिन्न पंजिकाओं जैसे उपभोक्ता प्रभार और छूट पंजिका, सतर्कता जांच पंजिका आदि का पूर्णरूपेण संधारण करेंगे। राजस्व रिकॉर्ड का उचित संधारण तथा राजस्व संबंधी अन्य कार्य करेंगे। बिलिंग प्रणाली द्वारा जारी आउटपुट रिपोर्ट्स का उचित विश्लेषण करेंगे तथा आवश्यक एवं वांछित कार्यवाही करेंगे। प्रथम बिल समय पर जारी करवाना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने निर्देश दिए है कि सहायक राजस्व अधिकारी दैनिक राजस्व प्राप्तियों का गत वर्ष एवं गत माह से तुलनात्मक विश्लेषण करें तथा अपेक्षित वृद्धि नहीं होने की स्थिति में संबंधित अधिकारियों से आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करें। अल्प उपभोग वाले जैसे, शून्य, 1 से 50 यूनिट आदि की जांच कनिष्ठ अभियंता के माध्यम से करेंगे। उच्च उपभोग वाले उपभोक्ताओं के उपभोग में आकस्मिक कमी आने के कारणों की जांच के लिए प्रकरण सहायक अभियंता के ध्यान में लाकर अथवा संबंधित एम एण्ड पी शाखा को प्रेषित कर निराकरण सुनिश्चित करेंगे। दो माह से अधिक बंद पडे मीटरों के प्राथमिकता के आधार पर एमसीओ जारी कर सहायक अभियंता व कनिष्ठ अभियंता अथवा एमएसटी विंग के माध्यम से बदलावेंगे, ताकि निगम पर बंद मीटर की छूट का अनावश्यक भार नहीं पडे़। बिलिंग कार्यक्रम के अनुसार बिलिंग करवाना सुनिश्चित करेंगे। निर्देशांे के अनुसार सहायक राजस्व अधिकारी आउटपुट संख्या 16 ए, 16 बी एवं 16 सी द्वारा किए गए समायोजनों की गहनता से जांच करें तथा सहायक लेखाधिकारी (राजस्व) से अनुमोदन करवाए एवं तत्संबंधित रिकॉर्ड सुरक्षित रखें। राजस्व प्राप्ति का प्रत्येक माह नियमित मिलान कर अपनी रिपोर्ट निर्धारित प्रारूपों में संबंधित वृत्त लेखाधिकारी को प्रेषित करें। राजस्व नियमावली के वर्णित समस्त कर्तव्यों, जिम्मेदारियों एवं दायित्वों हेतु पूर्णतः उत्तरदायी होंगे। सहायक राजस्व अधिकारी विवादित विद्युत बिलों के निराकरण एवं निस्तारण के लिए गठित समिति में उपलब्ध होंगे तथा लिए गए निर्णयों के पालन के लिए उत्तरदायी होंगे। राजस्व लेखों एवं एमआईएस के लिए सत्यापित एमएस-14 प्रस्तुत करना एवं समायोजन सुनिश्चित करना, आवश्यक विद्युत विक्रय का समायोजन करेंगे।
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