मंगलवार, 3 मार्च 2015

बाड़मेर जिलानी पीर की सभाओ की गूंज विधानसभा में,धर्म सभाओ का उद्देश्य क्या वीजा भ्रमण का

बाड़मेर जिलानी पीर की सभाओ की गूंज विधानसभा में,धर्म सभाओ का उद्देश्य क्या वीजा भ्रमण का 


जसवंत सिंह का मुस्लिमो में प्रभाव कम करने के उद्देश्य से कराई पीर की बाड़मेर सभाए


बाड़मेर जम्मू कश्मीर में भारतीय जनता पार्टी ने जिस कदर हिन्दू एजेंडो को एक तरफ रख मुफ़्ती मोहम्मद सैयद को मुख्यमंत्री बना मुस्लिमो को राजी करने का प्रयास किया वैसा ही प्रयास राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने राजस्थान में किया जब पाकिस्तान से आये जिलानी समुदाय के धर्मगुरु पीर सैय्यद गुलाम हुसैन शाह जीलानी की में बिना अनुमति के ताबड़तोड़ सभाए कराई ताकि बीजेपी के पूर्व नेता जसवंत सिंह का मुस्लिम प्रेम को कम किया जा सके ,पीर ने खुले आम अपनी सभाओ में वसुंधरा राजे के हाथ मजबूत करने का आह्वान तक किये ,इधर मंगलवार को विधानसभा में प्रतिपक्ष नेता रामेश्वर डूडी ने पीर का मामला उठा कर सरकार को सकते में डाल दिया ,डूडी लगाया की पाकिस्तान से आये धर्म गुरु की वीजा गलत तरीके से जारी तथा उन्होंने अवैध तरीके से सरहदी क्षेत्रो में धर्म सभाओ का आयोजन किया ,इन सभाओ के आयोजन की स्वीकृति स्थानी जिला प्रशासन से नहीं ली गयी। विधानसभा में पीर का मामला उठाने के बाद माहौल गरमा गया।




पाकिस्तान के पश्चिमी सीमा पर बेस बाड़मेर जिले के नेशनल हाई वे 15 के पश्चिमी क्षेत्र में विदेशी नागरिको के जाने पर पूर्णत प्रतिबन्ध हे,पश्चिमी क्षेत्र में जाने के लिए केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय से विशष स्वीकृति लेनी होती हैं ,. धर्मगुरु पीर सैय्यद गुलाम हुसैन शाह जीलानी के सम्बन्ध में पुलिस अधीक्षक परिस देश मुख ने बताया की केंद्र सरकार द्वारा उन्हें सरहदी प्रतिबंधित क्षेत्र में भ्रमण की स्वीकृति दे राखी थी। जबकि जिला कलेक्टर ने कहा की पाकिस्तान से आये पीर साब की सभाओ की स्वीकृति जिला प्रशासन से नहीं ली गयी ,यदि पुलिस अधीक्षक या सम्बंधित थानाधिकारी से स्वीकृति रिपोर्ट ली हे तो पता करते हैं ,.




प्रश्न यह हे की राष्ट्रिय सुरक्षा से जुड़े मसाले पर राष्ट्रिय संविधान यह कहता हैं की पश्चिमी क्षेत्र में किसी भी विदेशी नागरिक को जाने पर प्रतिबन्ध हैं विशेष परिस्थितियों में आज्ञा दी जाती हे तो अपने परिचितों से मिलने के आलावा कोई गतिविधि नहीं ,करेंगे ख़ास कर सरहदी क्षेत्र में धार्मिक सभाए आयोजित नहीं का सकते ,मगर बाड़मेर जिले के सरहदी क्षेरो में पीर जिलानी द्वारा दर्जनो धर्म सभाओ का आयोजन जिला प्रशासन से अनुमति लिए बिना कर दिया गया ,




जबकि कानून के अनुसार देश का कोई नागरिक सभा का आयोजन करे तो उसे सम्बंधित उप खंड अधिकारी या कार्यपालक मजिस्ट्रेट से माइक लगाने की अनुमति लेनी पड़ती हैं मगर पीर जिलानी के मामले में नियमो की पालना नही हुई। आखिर पाकिस्तान से आये समुदाय विशेष के धर्म गुरु सरहदी क्षेत्रो में सभाए करने की क्या जरुरत आन पड़ी ,




बाड़मेर में पीर धर्मगुरु पीर सैय्यद गुलाम हुसैन शाह जीलानी की सभाओ के आयोजन की अनुमति जिला प्रशासन से नही ली गयी ,पुलिस स्तर पर कोई परमिशन ली गयी हे तो पता करवाता हूँ। शर्मा जिला कलेक्टर बाड़मेर




धर्मगुरु पीर सैय्यद गुलाम हुसैन शाह जीलानी को केंद्र सरकार ने क्षेर में भ्रमण की अनुमति दी हैं ,अलग से कोई अनुमति स्थानीय स्तर पर जारी नही हुई ,उन्होंने धर्म सभाए नहीं की ,लोग मिलाने उनके पास बड़ी तादाद में पहुंचे। परिस देशमुख पुलिस अधीक्षक बाड़मेर

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