शुक्रवार, 18 जुलाई 2014

विश्नोई ने विधानसभा में नर्मदा नहर में पानी की आवक बढ़ने सहित बिजली ,हिरा कटिंग इकाईयों का मामला उठाया


विश्नोई ने विधानसभा में नर्मदा नहर में पानी की आवक बढ़ने सहित बिजली ,हिरा कटिंग इकाईयों का मामला उठाया




बाड़मेर बाड़मेर जिले के गुड़ामालानी विधानसभा क्षेत्र से विधायक लादूराम विश्नोई ने बजट भाषण में क्षेत्र की पानी बिजली और हीरा कटिंग इकाईयों की स्थापना के मुद्दे पुरजोर तरीके से रखे। शुक्रवार को बजट बहस में भाग लेते हुए लादूराम विश्नोई ने बताया की गत कांग्रेस सरकार ने किसानो पर टांस्फर राशि वसूली की नीति अपनी थी। आज़ादी के बाद कभी किसी सरकार ने किसानो से कीमत नहीं कांग्रेस राज में किसानो से ट्रांसफॉर्मर के बदले तीस हज़ार से डेढ़ लाख रुपये तक वसूले जो किसानो के लिए भरी पड़ा साथ ही सरकार पर कर्ज बढ़कर पिचहतर हज़ार करोड़ का हो गया जो शोध और जाँच का विषय हैं ,उन्होंने कहा की कांग्रेस राज में किसानो को चार साढ़े चार ग्फ्हांते ही बिजली मिलती वे अपनी फैसले नहीं ले पाये मगर भाजपा के शासन में आते हे सात घंटे की बिजली उपलब्धता सुनिश्चिंत की जिसके कारन क्षेत्र के किसानो ने पचास से सौ क्विंटल तक बाजरा का उत्पादन किया ,उन्होंने बताया की गुड़ामालानी सांचोर ,भीनमाल ,जालोर , किसानो को बिजली पूरी मिलने से उत्पादित कर पाये। उन्होंने कहा की राज्य की भाजपा सरकार ने 220 के वी के नौ ,132 के वी के ग्यारह 400 के वी के तीन 33 के वी के 220 विद्युत सब स्टेशन मंजूर कर किसानो को बड़ी राहत दी हैं। उन्होंने बताया की इससे क्षेत्र में एक लाख पच्चीस हज़ार करोड़ का विनियोजन होगा ,विश्नोई ने बताया की कांग्रेस सरकार ने दिल्ली की बिजली कंपनी ज्योति को बी पी एल कनेक्सन का था जिसने बिजली मनमर्जी करते हुए भरष्टाचार और रिश्वत का खेल खेल गरीब लोगो को। कंपनी ने साथ फीसदी काम के बाद काम छोड़ भाग कड़ी हुई ,उन्होंने चालीस फीसदी कार्य सरकार अपने स्तर से कराये ,उन्होंने कहा की सरकार ने रामजी की गोल से फलौदी तक टोल नाको को बंद कर जनता को रहत दी हैं ,विश्नोई ने नर्मदा नहर में पानी की का आग्रह राज्य सरकार से करते हुए कहा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरोवर का गेट सतरह मीटर ऊंचा स्वीकृत किया हैं जिसका फायदा राजस्थान के किसानो को भी मिलाना किसानो को अधिक पानी मिले जिससे बेहतर फैसले हो ,उन्होंने वसुंधरा राजे मुख्यमंत्री से आग्रह किया की यात्रा के प्रवास पर घर हीरा कटिंग की इकाईयों से प्रभावित होकर इन इक्कीयो को बाड़मेर जिले के सिणधरी ,गुड़ामालानी और धोरीमन्ना उद्योग के रूप में स्थापित करने की बात कही थी साथ ही हीरा कटिंग की लघु इकाईया स्थापित करने पर सरकार की तरफ से पानी ,बिजली और जमीं की कही थी , क्षेत्र में हीरा कटिंग इकाईया स्थापित करने के प्रयास होने उपलब्ध हो


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