सोमवार, 27 फ़रवरी 2012

राजस्थान में भारतीय सेना का युद्घाभ्यास ॔शूर वीर’




राजस्थान में भारतीय सेना का युद्घाभ्यास ॔शूर वीर’ 

भारतीय सेना राजस्थान में युद्घाभ्यास ॔शूर वीर’ मार्च से मई 2012 में शुरू करने के लिए पूरी तरह से तैयार है, इस युद्घाभ्यास में दक्षिणपश्चिमी कमान के अधीन सभी फॉर्मेशन व यूनिटें एक संयुक्त सेवा वातावरण में युद्ध कौशल को और अधिक सुदृ़ करेंगे। 

युद्घाभ्यास एकीकृत थियेटर बैटल संकल्पना पर आधारित होगा जिसका नेतृत्व कोर स्ट्रइक वन द्वारा किया जाएगा, इसमें चेतक कोर भी शामिल होगी। युद्घाभ्यास में भारतीय वायुसेना की सकि्रय सहभागिता से ज्वाइन्ट सर्विस सिनर्जी में ब़ोतरी की जाएगी। इस युद्घाभ्यास में 20,000 सैनिक भाग लेंगे तथा यह अब तक का सबसे बड़ा सैनिक युद्घाभ्यास होगा। युद्घाभ्यास का लक्ष्य तमाम मैकेनाइज ऑपरेशनों को आक्रामक ऑपरेशनों की ओर द्रुत गति से संचालित करना है। आसूचना, चौकसी तथा गहन सर्वेक्षण का इस्तेमाल करके मानव रहित एरियल वैकिल, रडार व सैटेलाइट का इस्तेमाल करके युद्धक्षेत्र पारदर्शिता व ऑपरेशन प्लान के आधार पर रियल टाइम सिचुवेशन अवेयरनेस में वृद्धि की जाएगी। भविष्य में होने वाले युद्धों में हवाई उपस्कर महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे, युद्घाभ्यास में थलसेना व वायुसेना के ब़ते हुए हवाई उपस्करों को भी संयुक्त तरीके से उपयोग में लाया जाएगा। 

युद्घाभ्यास राजस्थान के मालवा क्षेत्र में स्थित यूनिट व फॉर्मेशनों के फरवरीमार्च 2012 में लामबंदी के साथ ही शुरू हो जाएगा। इसके बाद यूनिट व फॉर्मेशन स्तर पर प्रशिक्षण होगा तथा अन्त में स्ट्रइक वन के जनरल ऑफिसर कमाण्डिंग के नेतृत में बड़े स्तर पर युद्घाभ्यास किया जाएगा। युद्धभ्यास के लिए युद्धक टैंक, इन्फैन्ट्री, कम्बैट वैकिल, लम्बी मारक क्षमता की आर्टिलरी बंदूकें, वायु रक्षा उपस्कर व रडार, यू ए वी, फाइटर जेट, ट्रन्सपोर्ट एयर क्राफ्ट, आक्रमण करने वाले हेलीकॉप्टर आदि युद्घाभ्यास क्षेत्र में स्थित किए जाएंगे। 

युद्घाभ्यास में बड़ी संख्या में अतिविशिष्ट व्यक्ति जिनमें सेना प्रमुख तथा थल सेना व वायुसेना के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं, के उपस्थित होने की संभावना है। 

इस युद्घाभ्यास में दक्षिण पश्चिम कमान को अपनी संकल्पना, संगठनात्मक ाँचे तथा नये युग की तकनीकियों के साथ सामंजस्य बिठाने में मदद मिलेगी। 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें