बुधवार, 21 नवंबर 2018

*वसुंधरा राजे को घर मे घेरा मानवेन्द्र सिंह ने,* *दशकों बाद कांग्रेस प्रत्यासी मतदाताओं के बीच पहुंचा*

*वसुंधरा राजे को घर मे घेरा मानवेन्द्र सिंह ने,*

*दशकों बाद कांग्रेस प्रत्यासी मतदाताओं के बीच पहुंचा*

*वसुंधरा राजे विरोधी शैलेन्द्र यादव ,प्रमोद शर्मा,मुकुल चौधरी, किरण शेखावत का मिला साथ*


झालावाड़ मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के शासन ख़ौफ़ से विद्रोही हुए झालावाड़ के दिग्गज प्रमोद शर्मा,कॉन्ग्रेस के सशक्त दावेदार रहे शैलेन्द्र यादव,आईपीएस पंकज चौधरी की पत्नी मुकुला और सोसल एक्टिविस्ट किरण शेखावत ,आमिर मेव,कांग्रेस प्रत्यासी मानवेन्द्र सिंह को मजबूत करने स्वाभिमान की इस लड़ाई में उनके साथ हो गए।।पिछले चार सालों से मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और उनके सांसद पुत्र दुष्यंत सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार के उजागर कर क्रांति लाने वाले प्रमोद शर्मा ने सोमवार को मानवेन्द्र सिंह के हाथ मजबूत करने के लिए अपने हज़ारो कार्यकर्ताओ के साथ कांग्रेस जॉइन कर ली।।प्रमोद शर्मा झालावाड़ में खनिज घोटालों सहित कई बड़े भ्रष्टाचार के मामले उजागर कर उनके खिलाफ मोर्चा खोल हुए थे।।तो झालावाड़ में युथ आइडियल शैलेन्द्र यादव कालू भाई वसुंधरा राजे के खिलाफ लम्बे समय से मोर्चा खोल के बेठे थे मानवेन्द्र सिंह के समर्थन में खुलकर साथ आ गए।।शैलेन्द्र यादव किसी वक्त ठीक उसी तरह वसुंधरा राजे के सारथी थे जैसे सी पी जोशी के कल्याण सिंह थे।।शैलेन्द्र यादव ने कहा कि वसुंधरा राजे के कुशासन को उखाड़ फेंकना है तो हम एकजुट होकर वसुंधरा को पटखनी दे।।इसी तरह आईपीएस पंकज चौधरी की धर्मपत्नी मुकुला चौधरी और किरण शेखवत पहले से ही वसुंधरा राजे के खिलाफ चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुके थे मगर मानवेन्द्र सिंह के वसुंधरा के खिलाफ मैदान में उतरने की घोषणा कर चुकी थी।।इन दोनों ने भी वसुंधरा के खिलाफ इस जंग में मानवेन्द्र सिंह के साथ खड़े होकर झालावाड़ की राजनीति में भूचाल ले आये।।वसुंधरा राजे के खिलाफ सारे उम्मीदवार एक साथ मिल जाने से वसुंधरा राजे के माथे पर बल  पैदा कर दिए।।वसुंधरा राजे के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।।किसी कांग्रेसी उम्मीदवार का वसुन्धराराजे के खिलाफ़ पहली बार किसी प्रत्यासी ने रोड शो किया।।लोग खुलकर सामने आए।।ग्रामीण क्षेत्रो में कॉन्ग्रेस के कार्यालय खुलने के बाद तो लोग मानवेन्द्र सिंह के समर्थन में खुलकर बाहर आये।।ये पहली बार हो रहा है कि प्रत्यासी मतदाताओं के बीच पहुंच रहा है।।ग्रामीणों ने पैंतीस साल से अपना प्रत्यासी नही देखा।।2003 चुनाव में रमा पायलट ने गम्भीरत और निष्ठा के साथ चुनाव लड़ा था ।।उसके बाद वसुंधरा कांग्रेस के उम्मीदवार ही आये।। झालावाड़ के लोग राजा साब और रानी साहिबा के नाम से ख़ौफ़ खाते थे ।वो ख़ौफ़ मानवेन्द्र सिंह के आने से खत्म हो गया।।कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में जो जोश और उत्साह है वो नई कहानी बयां करती है।।लम्बे समय से पिड़ावा के पूर्व प्रधान रामलाल चौहान घर पकड़ के बेठे थे।।इस बार मानवेन्द्र सिंह के साथ खुलकर आ गए।।दो दिन में झालावाड़ की फ़िज़ा के रंग बदल गए।।
*मानवेन्द्र सिंह का गांव गांव स्वागत*

मानवेन्द्र सिंह का पिड़ावा,पाटन,रायपुर,सहित कई गांवों में ग्रामीणों ने जोरदार स्वागत किया।।पिड़ावा में ग्रामीणों ने मानवेन्द्र सिंह को घोड़े पे बिठाकर अपने जोश और उत्साह जाहिर किया।।कार्यालयों के उद्घाटन में उमड़ी भीड़ सब कहानी बयां कर रही थी तो भाजपा छोड़ने वालो की गिनती करना बंद कर दी।।मानवेन्द्र सिंह के साथ प्रमोद शर्मा,शैलेन्द्र यादव,रामलाल चौहान, सहित कांग्रेस के पदाधिकारी और युवा टीम चल रही है।।

रविवार, 18 नवंबर 2018

बीकानेर झंवर का टिकट कटा,रामेश्वर डूडी ने चुनाव नही लड़ने का एलान किया

बीकानेर झंवर का टिकट कटा,रामेश्वर डूडी ने चुनाव नही लड़ने का एलान किया

बीकानेर। कांग्रेस द्वारा रविवार को जारी तीसरी लिस्ट ने बीकानेर संभाग की तीन-चार सीटों को प्रभावित करते हुए राजनीतिक भूचाल सा ला दिया है। बीकानेर पश्चिम से पूर्व में घोषित यशपाल गहलोत को हटाकर डा. बी.डी.कल्ला को दिए जाने व गहलोत को बीकानेर पूर्व क्षेत्र से प्रत्याशी घोषित किए जाने के बाद शहर में होली और दीपावली एक साथ बी.डी.कल्ला जिंदाबाद के नारे गूंजायमान हो रहे थे वहीं पूर्व क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी कन्हैयालाल झंवर को ‘भंवर’ में उलझाकर कांग्रेस पार्टी एक तरह से हाशिये पर आ गयी है क्योंकि राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष व नोखा के विधायक रामेश्वर डूडी ने झंवर के पक्ष में ऐलान कर दिया है कि यदि झंवर को पुन: बीकानेर पूर्व से टिकट नहीं दिया गया तो वे विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे।

*मानवेन्द्र सिंह सोमवार को झालरापाटन से हजारों समर्थकों के साथ नामांकन भरेंगे

*मानवेन्द्र सिंह सोमवार को झालरापाटन से हजारों समर्थकों के साथ नामांकन भरेंगे


झालावाड़ कांग्रेस के बहुचर्चित झालरापाटन प्रत्यासी मानवेन्द्र सिंह सोमवार को हजारों समर्थकों के साथ अपना नामांकन दाखिल करेंगे।।मानवेन्द्र सिंह की उम्मीदवारी से कांग्रेस में जोरदार उत्साह है।।मानवेन्द्र सिंह आज शाम जिला कॉन्ग्रेस कार्यालय झालरापाटन में मीटिंग लेंगे।।यह जानकारी कांग्रेस ब्लॉक प्रवक्ता जयंत मेहता ने दी।।स्वाभिमान सेना बड़ी तादाद में झालरापाटन पहुंच रही है।।मानवेन्द्र सिंह झालरापाटन पहुंच चुके है।मानवेन्द्र सिंह का झालरापाटन पहुंचने पर भव्य स्वागत कांग्रेस द्वारा किया गया।।

शनिवार, 17 नवंबर 2018

बिग ब्रेकिंग न्यूज़ सिवाना बागियों की और से बालाराम चौधरी लड़ेंगे

बिग ब्रेकिंग न्यूज़
सिवाना  बागियों की और से बालाराम चौधरी लड़ेंगे

सिवाना से कांग्रेस के बागी मोर्चे से विधायक प्रत्याशी के लिए बालाराम चौधरी का नाम फाइनल
19 नवम्बर को करेंगे नामांकन दाखिल

*राजस्थान चुनाव का महासंग्राम।।जानिए झालरापाटन का चुनावी गणित* *वसुंधरा राजे के घर जाकर मानवेन्द्र की चुनोती*

*राजस्थान चुनाव का महासंग्राम।।जानिए झालरापाटन का चुनावी गणित*

*वसुंधरा राजे के घर जाकर मानवेन्द्र की चुनोती*

*चन्दन सिंह भाटी बाडमेर न्यूज़ ट्रैक के लिए*

*झालावाड़ रियासत के हिस्सा झालरापाटन।।अभी तक पिछड़ा इलाका माना जाता है।वसुंधरा राजे 2003 से विधायक है यहां फिर भी बिकास नही ।।

इस बार कांग्रेस ने पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह के पुत्र पूर्व सांसद विधायक मानवेन्द्र सिंह को मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के सामने उतार कर लम्बे समय से चली आ रही वसुंधरा राजे जसवंत सिंह परिवार की जंग को हवा देकर महासंग्राम का एलान किया।।मुकाबला रोचक होने के साथ दुनिया भर की निगाहें इस सीट पर रहेगी।।

झालावाड़ जिले के झालरापाटन, खानपुर, और मनोहर थाना पर सत्ताधारी बीजेपी का कब्जा है. झालावाड़ मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का गृह क्षेत्र है और उनके पुत्र दुष्यंत सिंह यहां से सांसद हैं.

झालावाड़ मालवा के पठार के एक छोर पर बसा जिला है जिसमें झालावाड़ और झालरापाटन दो पर्यटन स्थल हैं. इन दोनों शहरों की स्थापना 18वीं शताब्दी के अंत में झाला राजपूतों द्वारा की गई थी. इसलिए इन्हें 'जुड़वा शहर' भी कहा जाता है. इन दोनों शहरों के बीच 7 किमी की दूरी है. यह दोनों शहर झाला वंश के राजाओं की समृद्ध रियासत का हिस्सा था.

झालरापाटन विधानसभा क्षेत्र संख्या 198 की बात करें तो यह सामान्य सीट है जिसका प्रतिनिधित्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे लगातार तीसरी बार कर रहीं है. 2011 की जनगणना के अनुसार यहां की जनसंख्या 391746 है जिसका 70.07 प्रतिशत हिस्सा ग्रामीण और 29.93 प्रतिशत हिस्सा शहरी है. वहीं कुल आबादी का 17.67 फीसदी अनुसूचित जाति और 8.5 फीसदी अनुसूचित जनजाति हैं.


2017 की वोटर लिस्ट के अनुसार झालरापाटन में मतदाताओं की संख्या 231013 है और 288 पोलिंग बूथ हैं. 2013 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर 79.12 फीसदी मतदान हुआ था. वहीं 2014 के लोकसभा चुनाव में 70.06 फीसदी मतदान हुआ था. मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे 2003 से इस सीट पर लागातार काबिज हैं. साल 2003 में कांग्रेस ने वसुंधरा के खिलाफ राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष सचिन पायलट की मां रमा पायलट को मैदान में उतारा था. लेकिन रमा पायलट 27375 वोटों के अंतर से चुनाव हार गईं.

2013 विधानसभा चुनाव का परिणाम

साल 2013 के विधानसभा चुनाव में झालरापाटन में दो राज परिवारों के बीच चुनावी संघर्ष देखने के मिला. वसुंधरा राजे ने कांग्रेस की पूर्व विधायक मीनाक्षी चंद्रावत को 60896 वोटों के भारी अंतर से पराजित किया. वसुंधरा राजे को 114384 और कांग्रेस की मीनाक्षी चंद्रावत को 53488 वोट मिले थे. मीनाक्षी चंद्रावत हरीगढ़ के पूर्व महाराजा धनसिंह चंद्रावत की पुत्री हैं.

2008 विधानसभा चुनाव का परिणाम

साल 2008 के विधानसभा चुनाव में वसुंधरा राजे ने कांग्रेस के मोहन लाल को 32581 मतो से शिकस्त दी. बीजेपी से वसुंधरा राजे को 81593 और कांग्रेस से मोहन लाल को 49012 वोट मिले थें.

*झालरापाटन का जातिगत समीकरण*

झालरापाटन विधानसभा में जातीय समीकरण निम्न प्रकार है।।

1 दाँगी 32700
2 मुस्लिम 42000
3 ब्राह्मण 27000
4 नागर धाकड़ 24300
5  गुर्जर 20000 ( करीब)
6 पाटीदार 16000
7 राजपूत 14800
8 राठोर 9000
9 जैन 7000
10 वेशय 12000
11  एससी 42000
12 एसटी 6500