मंगलवार, 3 अप्रैल 2018

सिवाना। दुकानों में हुई तोड़फोड़ के विरोध में व्यपारी हुए लामबंद , आज बाजार बंद

सिवाना। दुकानों में हुई तोड़फोड़ के विरोध में व्यपारी हुए लामबंद , आज बाजार बंद 


बाड़मेर जिले भर में दलित संगठनों से जुड़े लोग सड़कों पर उतरे। देशव्यापी बंद के आह्वान को देखते हुए लगभग सभी जगह सुबह से ही बंद था। इसके बावजूद बंद के दौरान जमकर उपद्रव, हिंसा व आगजनी हुई। जिले के सिवाणा उपखण्ड में सोमवार सुबह दलित समाज द्वारा रैली निकाली जा रही थी। इस दौरान कुछ लोगों ने जबरन दुकानें बंद करवाते हुए दुकानों में तोड़फोड़ कर दी। सिवाना में दुकानों में हुई तोड़फोड़ के विरोध में व्यपारियो ने मंगलवार को बाजार बंद रख कर असामाजिक तत्वों की गिरफ्तारी व व्यापारियों को मुआवजा दिलाने की मांग को लेकर लामबंद हो गए । सिवाना क्षेत्र में आज भी माहौल तनावपूर्ण है। 


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सोमवार, 2 अप्रैल 2018

भारत बंद: कई जगहों पर हिंसक प्रदर्शन, 6 की मौत, कई जगह कर्फ्यू

भारत बंद: कई जगहों पर हिंसक प्रदर्शन, 6 की मौत, कई जगह कर्फ्यू

एससी/एसटी कानून में बदलाव के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में देश के ज्यादातर क्षेत्रों में हिंसा भड़की हुई है। दलित संगठनों के भारत बंद प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया है। सुबह से जारी विरोध प्रदर्शन और पुलिस की कार्रवाई में अभी तक 6 लोग जान गंवा चुके हैं। मध्य प्रदेश में चार, राजस्थान में एक और उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद से भी एक शख्स की मौत की खबर आ रही है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भारत बंद का खासा प्रभाव देखने को मिला है। मेरठ में प्रदर्शनकारियों ने जमकर उत्पात मचाते हुए पुलिस चौकी को आग के हवाले कर दिया। राजस्थान के बाड़मेर और मध्य प्रदेश के भिंड में दो गुटों में हुई झड़प में करीब 30 लोग जख्मी हुए हैं। बाड़मेर में कई वाहनों में आग लगाई गई है। पंजाब, बिहार, और ओडिशा में भी बंद का व्यापक असर है। यहां प्रदर्शनकारियों ने न सिर्फ रेल यातायात को प्रभावित किया है बल्कि सड़क जाम कर परिवहन व्यवस्था को भी नुकसान पहुंचाया है। बढ़ती हिंसा को देखते हुए एहतियातन देश भर के कई जगहों पर कर्फ्यू लगा दिया गया है।


भारत बंद हिंसा

मुजफ्फरनगर में प्रदर्शनकारियों ने कई वाहन फूंक दिए और मंडी थाने पर पथराव कर दिया जिसमें चार सिपाही घायल हो गए। उग्र प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। यहां 50 राउंड हवाई फायरिंग भी की गई। दलित संगठनों की मांग है कि अनुसूचित जाति-जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम 1989 में संशोधन को वापस लेकर एक्ट को पहले की तरह लागू किया जाए।



सरकार ने पुनर्विचार याचिका दायर की, गृह मंत्रालय ने लगाई शांति की गुहार



गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने आज बताया कि केंद्र सरकार ने अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम को कमजोर करने के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में याचिका दायर कर दी है। साथ ही उन्होंने राजनीतिक पार्टियों से कहा कि वे यह सुनिश्चित करें कि विरोध प्रदर्शन की आड़ में किसी तरह की सांप्रदायिक हिंसा को अंजाम न दिया जाए। राजनाथ ने उन आरोपों को भी निराधार बताया जिनमें राजग सरकार के पिछड़े समुदायों के उत्थान के खिलाफ होने की बात कही गई थी। सिंह ने पत्रकारों से कहा, यह सुनिश्चित करना राजनीतिक पार्टियों की नैतिक जिम्मेदारी है कि कहीं भी कोई जातीय या सांप्रदायिक हिंसा न हो।




करीब 100 ट्रेनें प्रभावित

भारत बंद के दौरान आज प्रदर्शनकारी कई जगह रेल की पटरियों पर बैठ गए जिससे करीब 100 ट्रेनों की सेवाएं प्रभावित हुईं। अधिकारियों ने बताया कि अधिकतर सेवाएं बहाल कर ली गयी हैं। प्रदर्शनकारियों ने राजस्थान, ओडिशा, बिहार, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली में रेल और सड़क यातायात को जाम कर दिया तथा हिंसा भी की। सप्त क्रांति एक्सप्रेस, उत्कल एक्सप्रेस, भुवनेश्वर और रांची राजधानी, कानपुर शताब्दी को गाजियाबाद से पहले मेरठ और मोदीनगर में ही रोक दिया गया। कई मालगाड़ियों को भी रोका गया। आगरा रेल मंडल पर एक शताब्दी और गतिमान एक्सप्रेस सहित 28 ट्रेनें देरी से चलीं। प्रदर्शनकारियरों के कारण पूर्व मध्य रेलवे की करीब 43 ट्रेनें प्रभावित हुई क्योंकि वे सुबह पांच बजकर 10 मिनट पर ही धनबाद रेल मंडल पर पहुंच गए थे। उत्तर पूर्व रेलवे, दक्षिण पूर्व रेलवे और उत्तर पूर्व फ्रंटियर रेलवे में करीब 18 ट्रेन सेवाएं प्रभावित हुई।




up cm योगी ने की शांति की अपील
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के कई जिलों में उग्र प्रदर्शन कर रहे लोगों से शांति बनाये रखने की अपील की है। मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से बातचीत में प्रदर्शनकारियों से अपील की कि किसी भी प्रकार की ऐसी स्थिति ना पैदा हो जिससे कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब हो। हमारी संवेदना एससी-एसटी और वंचित तबकों के सभी नागरिकों के प्रति है। उनके उत्थान और सुरक्षा के हमारी सरकारें पूरी संजीदगी के साथ युद्धस्तर पर काम कर रही हैं।




राजस्थान में 50 लोग हिरासत में लिए गए
अनुसूचित जाति/जन जाति को लेकर आये उच्चतम न्यायालय के फैसले के विरोध में आज भारत बंद का राजस्थान में व्यापक असर रहा। बस और ट्रेन संचालन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। पुलिस सूत्रों के अनुसार जयपुर, अजमेर, बाडमेर, जोधपुर, श्रीगंगानगर, उदयपुर, सीकर में बंद समर्थकों और पुलिस में हल्की झड़प हुई। जयपुर में टोंक रोड पर बंद समर्थकों ने कुछ वाहनों के शीशे तोड़ दिये और दुकानों में तोड़फोड़ की और गांधी नगर रेलवे स्टेशन पर मालगाडी को रोकने की सूचना है।



मुरैना में छात्र ने गंवाई जान, प्रशासन ने लगाया कर्फ्यू

मध्यप्रदेश के मुरैना में एक छात्र नेता की आज गोली लगने से मौत हो गयी। मुरैना के एसडीएम उमेश शुक्ला ने बताया कि विरोध प्रदर्शन के दौरान छात्र नेता राहुल पाठक की गोली लगने से मौत हो गयी। भारत बंद के दौरान हुए विरोध प्रदर्शन में गोली लगने से वह गंभीर रूप से घायल हो गया और इलाज के लिये अस्पताल ले जाने के दौरान उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। शुक्ला ने बताया कि विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा बढ़ने पर पूरे मुरैना शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया है।


महाराष्ट्र में बसों पर पथराव
महाराष्ट्र में बसों पर पथराव की घटनाएं सामने आयी हैं। प्रदर्शनकारियों ने नंदुरबार जिले के शहाहदा में शहाहदा- पडसाला बस समेत राज्य परिवहन की चार बसों पर पथराव किया है।

राहुल ने आरएसएस व भाजपा को लिया आड़े हाथ
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने दलितों की पीड़ाओं के लिए आरएसएस एवं भाजपा को आड़े हाथ लेते हुए आज कहा कि वह अपने' दलित भाई बहन को सलाम करते हैं जो प्रधानमत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार से अपने अधिकारों की रक्षा करते हुए आज सड़कों पर उतरे हैं। दलितों को भारतीय समाज के सबसे निचले पायदान पर रखना आरएसएस भाजपा के डीएनए में है। जो इस सोच को चुनौती देता है उसे वे हिंसा से दबाते हैं। हजारों दलित भाई बहन आज सड़कों पर उतरकर मोदी सरकार से अपने अधिकारों की रक्षा की मांग कर रहे हैं। हम उनको सलाम करते हैं।

बाड़मेर। शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने की अपील

बाड़मेर। शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने की अपील


बाड़मेर। जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते एवं पुलिस अधीक्षक डा.गगनदीप सिंगला ने जिले के समस्त नागरिको से शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने आमजन से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार की अफवाहो पर ध्यान नहीं दें। उनके मुताबिक कानून हाथ में लेकर अफरातफरी मचाने वालो  एवं सोशियल मीडिया पर आपत्तिजनक तथा भड़काऊ संदेश भेजने 
वालो के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी। साथ ही शांति एवं कानून व्यवस्था बिगाड़ने वालो को बख्शा नहीं जाएगा।

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बाड़मेर। जिले में धारा 144 लागू, इंटरनेट सेवाओ पर रोक

बाड़मेर। जिले में  धारा 144 लागू, इंटरनेट सेवाओ पर रोक
बाड़मेर, 02 अप्रैल। बाड़मेर जिले में अनुसूचित जाति जन जाति अत्याचार निवारण कानून के संबंध में भारत बंद के कार्यक्रम के मददेनजर शांति एवं लोक व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिला मजिस्ट्रेट एवं जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने आदेश जारी कर धारा 144 लागू की है। इसके अलावा इंटरनेट सेवाओ पर रोक लगाई गई है।

जिला मजिस्ट्रेट एवं जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते की ओर से जारी किए गए आदेश के मुताबिक दंड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 144 में  प्रदत शक्तियो  का प्रयोग करते हुए बाड़मेर जिले में आगामी 24 घंटो  तक अनुसूचित जाति, जन जाति अत्याचार निवारण कानून के संबंध में विभिन्न संगठनो की ओर से भारत बंद कार्यक्रम में किसी भी व्यक्तियो अथवा व्यक्तियो के समूह को सभा, रैली एवं धरना इत्यादि के कार्यक्रम को प्रतिबंधित किया गया है। इस आदेश का उल्लंघन करने पर दोषी व्यक्ति के विरूद्व विधि के प्रावधानो  के अनुसार कार्यवाही की जाएगी। यह आदेश अत्यावश्यक प्रकृति का होने के कारण एक पक्षीय जारी किया गया है। बाड़मेर जिले में धारा 144 मंगलवार को सांय 6 बजे प्रभावशील रहेगी। 

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इधर, अनुसूचित जाति, जन जाति से संबंधित विभिन्न संगठनो की ओर से किए गए भारत बंद के आहवान, संबंधित जिला कलक्टर्स के अनुरोध एवं इससे उत्पन्न परिस्थितियो को दृष्टिगत एवं पुलिस महानिरीक्षक जोधपुर रेंज से विचार-विमर्श के उपरांत जालोर, जैसलमेर, सिरोही,पाली एवं बाड़मेर जिले में कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारत संचार के संचार मंत्रालय की अधिसूचना में प्रदत शक्तियो  का उपयोग करते हुए संभागीय आयुक्त रविकुमार सुरपुर ने इंटरनेट सेवाआंे पर अग्रिम आदेशो तक रोक लगा दी है। इसके तहत संबंधित जिलो में 2 जी, 3 जी, 4 जी, डाटा इंटरनेट सर्विस, बल्क एसएमएस, एमएमएस, व्हाटसअप, फेसबुक, टिव्टर एवं अन्य इंटरनेट से चलने वाली सोशियल मीडिया सेवाएं बाधित रहेगी।

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थार में हुए उपद्रव का आखिर कौन है जिम्मेदार , जाँच एजेंसियो को करनी होगी इसकी पड़ताल

थार में हुए उपद्रव का आखिर कौन है जिम्मेदार , जाँच एजेंसियो को करनी होगी इसकी पड़ताल 




बाड़मेर। सदैव शांत रहने वाले बाड़मेर जिला मुख्यालय पर आज आयोजित बन्द के दौरान उपद्रवियों ने सारी हदें पार कर दी। पहली घटना नेहरू नगर सोनी बिल्डिंग के पीछे गली में स्थित किराने की दुकान का सामान बिखरने और दुकानदार के साथ मारपीट से हुई। जिसकी सूचना व्यक्तिगत रूप से पुलिस अधीक्षक महोदय को दी गई। इस घटना की शुरुआत कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा की गई। ये असामाजिक तत्व किसी जन प्रतिनिधि के इर्द गिर्द रहने वाले। इन्होंने जानबूझकर कुछ नारे लगाए। इनकी गिरफ्तारी हो। कड़ी पूछताछ भी।आखिर ये किसके बहकावे में आकर माहौल खराब करने में जुटे थे। ये लोग अपने मकसद में कामयाब रहे।जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन आंदोलनकारियों की मंशा को भांपने में पूरी तरह विफल रहे। जब तक प्रशासन और पुलिस प्रशासन जगा तक तक बाड़मेर की स्थति तनावपूर्ण जो चुकी थी। फिर भी नही संभाल पाया । कोतवाली थाने पे हमला कोई छोटी बात नही है। पुलिस के एहतियात और सावधानी बरतने के चक्कर मे माहौल बिगड़ता गया। बहुत देर से शहर में धारा 144 लगाई। उज़के बाद हालात सामान्य जरूर हुए मगर तनाव बरकरार रहा। आखिर ऐसा क्यों और किसके इसारे पर हुआ। पुलिस ,प्रशासन ,खुफिया एजेंसियां इसका खुलासा जरूर करे। आखिर शांतिपूर्ण बन्द का राजनीतिकरण किसके इसारे पे हुआ।