गुरुवार, 22 मार्च 2018

मां को राजी नहीं था प्रेमी, तो पहनवाया तांत्रिक से ताबीज, अचानक प्रेमिका के साथ हुई दिल दहला देने वाली घटना.!

मां को राजी नहीं था प्रेमी, तो पहनवाया तांत्रिक से ताबीज, अचानक प्रेमिका के साथ हुई दिल दहला देने वाली घटना.!
 दरअसल ये पूरा मामला मध्य प्रदेश के शहडोल जिले का है. प्रेम प्रसंग में नाराज एक प्रेमी ने अपनी ही प्रेमिका के उपर दिनदहाड़े चाकू से जानलेवा कर दिया है. खून से लथपथ प्रेमिका को शहडोल के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

कई बार प्रेम घर वालों को रास नहीं आता. वाकया मध्य प्रदेश का है जहां लड़का और लड़की एक दूसरे से बहुत प्रेम करते थे. लेकिन ये प्रेम संबंध लड़की की मां को रास नहीं आया सो उसने तांत्रिक के जरिये लड़की के गले में एक ताबीज डलवाया. उसके बाद जो हुआ वह बहुत ही दिल दहला देने वाला था.कई बार प्रेम घर वालों को रास नहीं आता. वाकया मध्य प्रदेश का है जहां लड़का और लड़की एक दूसरे से बहुत प्रेम करते थे. लेकिन ये प्रेम संबंध लड़की की मां को रास नहीं आया सो उसने तांत्रिक के जरिये लड़की के गले में एक ताबीज डलवाया. उसके बाद जो हुआ वह बहुत ही दिल दहला देने वाला था.दरअसल ये पूरा मामला मध्य प्रदेश के शहडोल जिले का है. प्रेम प्रसंग में नाराज एक प्रेमी ने अपनी ही प्रेमिका के उपर दिनदहाड़े चाकू से जानलेवा कर दिया है. खून से लथपथ प्रेमिका को शहडोल के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है.शहडोल की कोतवाली पुलिस के अनुसार यह घटना शहर के मोहनराम तालाब के समीप सोमवार सुबह की है. घटना की खबर मिलते ही पुलिस ने आरोपी प्रेमी जयसिंह को उसके घर कुदरी से गिरफ्तार कर लिया है. प्रेमी पेशे से ऑटो चालक है. पुलिस के अनुसार 18 मार्च की शाम को भी प्रेमी-प्रेमिका के बीच विवाद हुआ था, जिसकी शिकायत रेल पुलिस को दी गई थी.शहडोल की कोतवाली पुलिस के अनुसार आरोपी जयसिंह का युवती के साथ 15 साल पहले से प्रेम प्रसंग चल रहा था. प्रेमी लगातार युवती पर शादी का दबाव बना रहा था, लेकिन प्रेमिका की मां को यह रिश्ता रास नहीं आ रहा था. वह दोनों के प्रेम संबंध का विरोध कर रही थी. मां ने एक तांत्रिक का सहारा लिया और अपनी बेटी को एक ताबीज पहना दिया. मां ने बेटी को सख्त हिदायत दी थी कि वह उस ताबीज को अलग नहीं करेगी. जबकि प्रेमी लगातार प्रेमिका से ताबीज उतारने के लिए दबाव बना रहा था लेकिन प्रेमिका नहीं मान रही थी.कोतवाली पुलिस ने बताया कि अरोपी जयसिंह युवती के पास से ताबीज को उतारने के लिए लगातार योजना बना रहा था. उसने सोमवार की सुबह प्रेमिका को उसके घर से मोहनराम तालाब के समीप मिलने के लिए बुलाया. पुलिस ने बताया कि अरोपी जयसिंह ने अपने एक दोस्त से चाकू भी मांगा कि वह आज प्रेमिका के शरीर से उस ताबीज को उतार ही देगा.घटना के बाद खून से लथपथ प्रेमिका को शहडोल के जिला अस्पताल में प्रेमी ने ही भर्ती कराया. प्रेमिका भी अपने प्रेमी के बचाव में उतर आई है. प्रेमिका का कहना है कि उसके कारण ही उसे चोट लगी है. जबकि पुलिस के समक्ष अरोपी ऑटो चालक जयसिंह ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है.











रेप पीड़िता की मां ने पुलिस के सामने आरोपी की कर दी जमकर धुनाई

रेप पीड़िता की मां ने पुलिस के सामने आरोपी की कर दी जमकर धुनाई
रेप पीड़िता की मां ने पुलिस के सामने आरोपी की कर दी जमकर धुनाई
मध्यप्रदेश में लगातार बढ़ रहे रेप के मामलों के बीच बुधवार को इंदौर में ही एक और घटना देखने को मिली. इस मामले में पीड़िता की मां ने आरोपी को पुलिस के सामने पकड़कर सरेआम पीट दिया. पीड़िता की मां का आरोपी को पीटते हुए वीडियो खूब वायरल हो रहा है. वीडियो में देखा जा सकता है कि नगर पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने ही पीड़िता की मां पुलिस के हिरासत में हथकड़ी डाले आरोपी की जमकर धुनाई कर दी.वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि हथकड़ी पहने आरोपी पीड़िता की मां से मार खा रहा है. साथ में खड़े पुलिस वालों ने भी महिला को रोकने की कोशिश नहीं की और महिला आरोपी की ताबड़तोड़ पिटाई करती रही.

आपको बता दें कि इंदौर में बलात्कार के बाद 17 वर्षीय लड़की की हत्या के मामले का पुलिस ने सोमवार को खुलासा किया था. वारदात में शामिल होने के आरोप में मृतक लड़की की मुंहबोली बहन समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

पत्नी के थे जीजा से अवैध संबंध, पति ने कर दिया सिर धड़ से अलग

पत्नी के थे जीजा से अवैध संबंध, पति ने कर दिया सिर धड़ से अलग
पत्नी के थे जीजा से अवैध संबंध, पति ने कर दिया सिर धड़ से अलग

फरीदाबाद में पत्नी ने की पति से वेवफाई तो पति ने दी सजाए मौत, घटना बीते 17 मार्च की है. बता दें की 17 मार्च को फरीदाबाद के पॉश इलाके ग्रीनफील्ड के मकान में एक महिला की सिर धड़ से अलग कर हत्या करने का मामला सामने आने से इलाके में सनसनी फ़ैल गई थी.




घटना के बाद से महिला का पति फरार चल रहा था जिसके चलते महिला के पति पर ही हत्या का शक गहराता जा रहा था. घटना के बाद से पुलिस आरोपी पति को पकड़ने का प्रयास कर रही थी लेकिन फरार चल रहे पति ने पुलिस को सरेंडर कर अपना जुर्म काबुल लिया और बताया की वह अपनी पत्नी को बहुत प्यार करता था. लेकिन वह उसके साथ विश्वास घात कर रही थी, वो उसके साथ वेवफ़ाई कर रही थी. आरोप है कि उसकी पत्नी के उसके जीजा से अवैध संबन्ध थे जिसके चलते उसने उसे मौत के घात उतार दिया.पति के मुताबिक उसने उसे समझाने का कई बार प्रयास किया लेकिन वह नहीं मानी और एक बार तो उसके साथ भाग भी गई और दोबारा भागने की धमकी दे रही थी. उसके मुताबिक घटना वाले दिन भी वह उसे समझने का प्रयास ही कर रहा था, लेकिन वह उससे झगड़ने लगी और दोनों में हाथापाई हो गई. पहले उसकी पत्नी ने ही उस पर हमला किया जिसके बाद उसने कैंची से उस पर हमला कर मौत के घाट उतार दिया.







पुलिस की मानें तो आरोपी पति को पकड़ने के लिए पुलिस जगह-जगह दबिश दे रही थी. इसी डर से आरोपी पति ने सिविल कोर्ट में सरेंडर कर दिया जहां से उन्होंने आरोपी को रिमांड पर लेकर पूछताछ की तो आरोपी ने बताया है की उसकी पत्नी के उसके जीजा के साथ अवैध संबंध थे जिसके चलते दोनों का आपस में झगड़ा होता रहता था और उस दिन भी इसी बात को लेकर दोनों में आपस में झगड़ा हो गया और पति ने पत्नी को कैंची से मारकर मौत के घाट उतार दिया.

आर्म्स लाइसेंसधारकों को एक अप्रैल से पहले लेना होगा यूनिक आईडी नम्बर

आर्म्स लाइसेंसधारकों को एक अप्रैल से पहले लेना होगा यूनिक आईडी नम्बर
आर्म्स लाइसेंसधारकों को एक अप्रैल से पहले लेना होगा यूनिक आईडी नम्बर
आर्म्स लाइसेंसधारकों को एक अप्रैल से पहले यूनिक आइडेन्टिफिकेशन नम्बर लेना होगा. इसके बिना आर्म्स लाइसेंस अवैध माना जाएगा. इस अनिवार्यता के चलते जयपुर जिला प्रशासन ने आर्म्स लाइसेंसधारकों को यूनिक आई डी जारी करने की अवधि 11 दिन बढ़ा दी है. अब यह अवधि 31 मार्च कर दी गई है.




राष्ट्रीय आंकड़ा कोष परियोजना के तहत गृह मंत्रालय, भारत सरकार के आदेशानुसार यूनिक आइडेन्टिफिकेशन नम्बर के बिना किसी भी आयुध लाइसेंस को एक अप्रेल 2018 से वैध नहीं माना जाएगा. इस संबंध में जिला कलक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट द्वारा संबंधित आयुध लाइसेंसधारकों को नोटिस जारी कर यूनिक आईडी 31 मार्च तक लेने की सूचना दी है.

जयपुर जिला कलक्टर सिद्धार्थ महाजन ने बताया कि जयपुर जिले के ग्रामीण क्षेत्राधिकार के ऐसे लाइसेंसधारक, जिन्होंने अभी तक यूनिक आईडी नम्बर प्राप्त नहीं किए हैं, वे एनडीएएल के प्रत्येक कॉलम की पूर्ति कर उसे अपने क्षेत्र से संबंधित थानाधिकारी से सत्यापित करवाकर उसे 31 मार्च से पहले जिला कलक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय, जयपुर की न्याय शाखा में प्रस्तुत करें. यूनिक आईडी के अभाव में एक अप्रेल 2018 से आर्म्स वैध नहीं माना जाएगा. लाइसेंसधारकों की सुविधा के लिए यह तिथि बढ़ाई गई है. पहले इसके लिए 20 मार्च तिथि तय थी. अब तिथि बढ़ जाने से लाइसेंसधारकों को 11 दिन का अतिरिक्त समय मिल जाएगा.

अहंकारी अधिक दिन पद पर नहीं रहता- सीएम वसुंधरा

अहंकारी अधिक दिन पद पर नहीं रहता- सीएम वसुंधरा
अहंकारी अधिक दिन पद पर नहीं रहता- सीएम वसुंधरा

राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा है कि अहंकारी व्यक्ति ज्यादा दिन पद पर नहीं रहता, हमें लोगों की सेवा का मौक़ा मिला है. हम सभी मिलकर प्रदेश के लोगों की ज़िंदगी बदल सकते हैं. मुझे मालूम है प्रदेश चलाना कितना मुश्किल काम है, और यह अकेले नहीं मिलकर ही पूरा हो सकता है. सीएम वसुंधरा ने यह बात गुरुवार को राजधानी जयपुर स्थित शासन सचिवालय में कर्मचारी संघ की कार्यकारिणी के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में कही. वसुन्धरा राजे ने अपने संबोधन में प्रदेशभर के कार्मिकों को जनता की सेवा के लिए ‘थिंक बिग, वर्क बिग एंड हैल्प बिग’ का मूलमंत्र दिया.उन्होंने कहा कि प्रदेश के कर्मचारियों को जनता की सेवा का विशेष अवसर मिला है. इसलिए वे पूरी निष्ठा और सद्भाव के साथ काम करते हुए आमजन की तकलीफों को दूर करने की हर सम्भव कोशिश करें. उन्होंने कहा कि सचिवालय में प्रदेश के किसी भी कोने से कोई व्यक्ति अपनी समस्या लेकर आए तो वह यहां से चेहरे पर मुस्कान लेकर जाए.
कर्ज के बावजूद सातवां वेतनमान लागू किया

मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के कई राज्यों में अभी तक 7वें वेतनमान का लाभ नहीं दिया गया है, लेकिन ढाई लाख करोड़ से भी अधिक के कर्जे के बावजूद राज्य में 7वां वेतनमान लागू किया गया. इसके साथ ही डीपीसी के लिए अनुभव में शिथिलता, दो वर्ष की चाइल्ड केयर लीव, स्वास्थ्य बीमा की राशि में बढ़ोतरी, सचिवालय में क्रेच तथा तीसरी संतान सम्बंधी नियमों में शिथिलता सहित कई निर्णय कर्मचारियों के हित में लिए.

हाईकोर्ट ने हड़ताल खत्म करने के निर्देश दिए, काम पर लौटें एंबुलेंस कर्मचारी

हाईकोर्ट ने हड़ताल खत्म करने के निर्देश दिए, काम पर लौटें एंबुलेंस कर्मचारीहाईकोर्ट ने हड़ताल खत्म करने के निर्देश दिए, काम पर लौटें एंबुलेंस कर्मचारी
राजस्थान हाईकोर्ट ने गुरुवार को आवश्यक सेवा के तहत एंबुलेंस कर्मचारियों की हड़ताल को गलत मानते हुए इसे तत्काल खत्म करने के निर्देश दिए. डॉ. जस्टिस पीएस भाटी की कोर्ट ने एंबुलेंस कर्मचारियों को हड़ताल खत्म कर तुरंत काम पर लौटने के निर्देश दिए हैं. साथ ही एएजी पीआर सिंह को शुक्रवार सुबह तक कर्मचारियों को न्यूनतम सैलेरी दिलाने के निर्देश भी दिए. मौखित टिप्पणी करते हुए कोर्ट ने कहा कि ऐसा नहीं होने पर कोर्ट को आदेश जारी करना पड़ेगा.

बता दें कि राजस्थान में 104 और 108 एंबुलेंस सेवाओं को बहाल करने के लिए राज्य सरकार की ओर से तीसरे दिन गुरुवार को भी प्रयास जारी रहे. धरना स्थल से रवाना की गई एंबुलेंस को मुख्य रूप से नेशनल हाईवे और ग्रामीण क्षेत्रों में रवाना किया गया.

एनएचएम के एमडी नवीन जैन ने बताया कि हड़ताली कर्मचारियों ने कुछ एंबुलेंस की बेट्री के वायर काट दिए हैं तो कुछ की हवा निकाल दी हैं, जिन्हें आज मैकेनिक बुलाकर दुरुस्त कराया जा रहा है. ताकि एंबुलेंस सेवा को बहाल किया जा सके.

जैन ने कहा कि सरकार के द्वार वार्ता के लिए हमेशा खुले हैं क्योंकि सरकार की मंशा है कि हड़ताल जल्द से जल्द खत्म हो. और संचालन कम्पनी और कर्मचारियों के बीच बना गतिरोध टूट सके और सेवाएं बहाल हो सके.

जैसलमेर की फायरिंग रेंज में गूंज रही होवित्जर तोप

जैसलमेर की फायरिंग रेंज में गूंज रही होवित्जर तोप
जैसलमेर की फायरिंग रेंज में गूंज रही होवित्जर तोप

सीमावर्ती जिले जैसलमेर में एक बार फिर अमेरिकन अल्ट्रा लाइट होवित्जर गन 155 एम.एम 777 की गूंज पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में सुनाई देने लगी है. गत वर्ष 2 सितंबर को जैसलमेर की पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में परीक्षणों के दौरान गन के बैरल में मजल ब्रेक होने के बाद रुके परीक्षण एक बार फिर शुरू हो गए हैं. होवित्जर गन ने लंबी दूरी की परीक्षण की शुरुआत के दौरान अचूक निशाने साध कर पोकरण फील्ड फायरिंग रेन्ज को धमाकों से गूंजायमान कर दिया.




इस अवसर पर सेना के तोपखाना यूनिट के अधिकारी अमेरिका सरकार के डेलिगेट्स, अमेरिकन गन कंपनी बी.ए.ई सिस्टम के प्रतिनिधि सहित कई विशेषज्ञ मौजूद हैं. यह ट्रायल दो महीने से अधिक चलेगा. इसकी फायर डेटा टेबल बनाई जा रही है ताकि जब इसे सेना को सौंपा जाए तो जवानों को इसे दागने में कोई तकलीफ न हो. इसकी रेन्ज 30 से 40 किमी तक बताई गई हैं. इस गन से एक मिनट में 4 गोले फायर किए जा सकते हैं.




4.4 टन की इस गन को 3 मिनट में एक्शन में लाया जा सकता हैं और दो मिनट में पैकअप किया जा सकता है. इसे हेलिकॉप्टर के जरिए पहाड़ी इलाकों सहित कहीं भी किसी इलाके में लाया ले जाया सकता हैं. इसमें 155 एमएम का करीब 45 से 48 किलो तक का कोई भी गोला फायर किया जा सकता है.

बुधवार, 21 मार्च 2018

गंदी परंपरा: MP का एक इलाका- यहां बेटी-बहनों से कराई जाती है वेश्यावृत्ति, भाई-पिता लाते हैं ग्राहक

गंदी परंपरा: MP का एक इलाका- यहां बेटी-बहनों से कराई जाती है वेश्यावृत्ति, भाई-पिता लाते हैं ग्राहक

गंदी परंपरा: MP का एक इलाका- यहां बेटी-बहनों से कराई जाती है वेश्यावृत्ति, भाई-पिता लाते हैं ग्राहक
.भारत में वेश्यावृत्ति गैरकानूनी है। सरकारों ने वक्त-वक्त पर इसे खत्म करने के लिए कई कार्यक्रम चलाए। दुख की बात ये है कि देश के कुछ हिस्सों में आज भी यह काम सिर्फ परंपरा के नाम पर अंजाम दिया जा रहा है। यहां बात मध्य प्रदेश के नीमच-मंदसौर और रतलाम जिलों की। इस क्षेत्र में बांछड़ा समुदाय कई साल से वेश्यावृति का धंधा कर रहा है। हैरानी की बात ये है कि इस समुदाय के लोगों के लिए यह घृणित परंपरा इतनी आम है कि वो लड़कियों को इस धंधे में उतारने में बिलकुल नहीं हिचकिचाते।




भाई-पिता लाते हैं कस्टमर

- दरअसल, बांछड़ा समुदाय में आजीविका चलाने का प्रमुख साधन ही वेश्यावृति है। यहां लड़कियों के जन्म पर खुशियां मनाई जाती है क्योंकि उनके लिए यही आगे चलकर घर चलाने का जरिया बन जाती हैं। इस समुदाय के पुरुष महिलाओं से वेश्यावृति कराने को जायज़ मानते हैं और पीढ़ी दर पीढ़ी,ये प्रथा चली आ रही है।

- मां-बाप के द्वारा 12 से 14 साल की होने पर लड़कियों को इस धंधे में धकेल दिया जाता है। यहां तक कि लड़कियों के भाई-पिता उनके लिए कस्टमर लेकर आते हैं। घरों में बाकायदा सिर्फ इसी के लिए एक कमरा रखा जाता है।

75 गांवों में घृणित कारोबार

- बांछड़ा समुदाय नीमच-मंदसौर, रतलाम के तकरीबन 75 गांवों में फैली हुई है। इस समुदाय के लगभग 23,000 लोग यहां रहते हैं जिनमें से 65 प्रतिशत महिलाएं हैं।- नीमच-मंदसौर हाइवे पर चारपाई पर चमकीले कपड़ों में सजी-धजी और भड़कीला मेकअप किए हुए कई लड़कियां ग्राहकों के इंतजार में बैठी दिख जाती हैं। इनके ज्यादातर कस्टमर ट्रक ड्राइवर या दूसरे गांवों के पुरुष होते हैं। इनसे जो कमाई होती है, उसी से इन महिलाओं के घर चलते हैं।

शादी के दूसरे दिन ही गहने लेकर भागी दुल्हन, वाट्स एप पर भेजी दूसरी शादी की फोटो

शादी के दूसरे दिन ही गहने लेकर भागी दुल्हन, वाट्स एप पर भेजी दूसरी शादी की फोटो

शादी के दूसरे दिन ही गहने लेकर भागी दुल्हन, वाट्स एप पर भेजी दूसरी शादी की फोटो
सारनी(भोपाल). एक दुल्हन ने शादी के अगले दिन मायके आने के बाद प्रेमी के साथ भागकर शादी कर ली। जानकारी के मुताबिक लड़की की शादी भोपाल के नजदीक इटारसी में हुई थी, लेकिन उसे ये शादी मंजूर नहीं थी। दुल्हन के पहली ससुराल वालों ने लड़की के ऊपर रकम और केश लेकर भागने का आरोप लगाया है। साथ ही साथ शादी में जो भी खर्चा हुआ था उसे वापस करने के लिए पुलिस को आवेदन दिया है। ये था मामला...




- दुल्हन का नाम संजना खातरकर है जो कि पाथाखेड़ा (सारनी) की रहने वाली है।

- संजना की शादी 28 फरवरी 2018 को इटारसी के तवा नगर में रहने वाले नीतेश नागले से हुई थी।

- शादी के अगले दिन रस्मों की मुताबिक जब दुल्हन अपने मायके आई तो उसने यहां आकर अपने प्रेमी के साथ दूसरी शादी कर ली।

- जिसके बाद लड़की ने प्रेमी के साथ शादी की फोटो व्हॉट्सएप पर पति के साथ सबको भेज दी और उसके बाद सभी को उन दोनों की शादी के बारे में पता चला।

ऐसे पता चला ससुराल वालों की बहू ने कर ली है दूसरी शादी

- पाथाखेड़ा इन्चार्ज नितिन पाल ने भास्कर.कॉम को बताया कि नागले फैमिली ने अपनी बहू पर गहने लेकर भागने का आरोप लगाया है।आवेदन में लिखा है कि 28 फरवरी को दोनों की शादी हुई थी और शादी के अगले दिन ही संजना जेवर और कैश लेकर भाग गई।

- कुछ समय बाद ससुराल वालों ने संजना के बारे में पता किया तो उन्हें पता चला कि उसने अपने प्रेमी से दूसरी शादी कर ली है।

- लड़की के ससुराल वालों ने शादी में हुए खर्च को देखते हुए SDOP पंकज दीक्षित से संपर्क किया और उन्हें पूरा मामला बताया।

- फिर ससुराल वालों ने संबंधित थाने पाथाखेड़ा में आवेदन देकर कार्यवाही की मांग की है।